14 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
जुमेरात, 6 अपै्रल, 2023
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मुस्लिम लीडरान की शाह से मुलाकात
नई दिल्ली : आईएनएस, इंडियावजीर-ए-दाखिला अमित शाह ने मुस्लमानों के एक वफद को यकीन दहानी कराई है कि मॉब लिंचिंग और नफरतअंगेज तकरीर के मुआमलात में सख़्त कार्रवाई की जाएगी। हालाँकि उन्होंने यकसाँ सिविल कोड के मुआमले में फिलहाल अपना नुक्ता-ए-नजर बताने से गुरेज किया।
मुस्लिम मजहबी रहनुमाओं के एक वफद ने वजीर-ए-दाखिला अमित शाह से मुलाकात की है। ये मुलाकात मंगल की रात ग्यारह बजे हुई। बताया जा रहा है कि मुलाकात के दौरान मुल्क में बढ़ते इस्लामो फोबिया पर बेहस हुई है। वफद की कयादत मौलाना महमूद मदनी कर रहे थे। मौलाना मदनी के अलावा वफद में मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के कमाल फारूकी, नियाज फारूकी और प्रोफेसर अखतर उल वसी शामिल थे। वजीर-ए-दाखिला के साथ मुलाकात में रामनवमी के मौका पर बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र में हुए तशद्दुद और बिहार के नालंदा में मुदर्रिसा को नजर-ए-आतिश करने पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया। इसके साथ ही हमजिंसों की शादी और यकसाँ सिविल कोड पर भी बात हुई। मुस्लिम वफद ने शाह को मुस्लमानों से मुताल्लिक मसाइल के बारे में एक प्रेजेंटेशन भी दिया। मुलाकात के दौरान हरियाणा में जुनैद और नासिर को जिंदा जलाने पर बात हुई। इसके साथ ही मुस्लिम मजहबी रहनुमाओं ने बीजेपी लीडरों के बयानात को लेकर वजीर-ए-दाखिला शाह के सामने अपनी बात रखी।
उन्होंने कहा कि अक्सर हुकूमत की खामोशी से मुस्लमानों को तकलीफ होती है। वजीर-ए-दाखिला शाह ने कहा कि लिंचिंग और नफरतअंगेज तकरीर जैसे मुआमलात पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी। वफद ने कर्नाटक में पसमांदा मुस्लमानों के लिए रिजर्वेशन के खात्मे पर भी तशवीश (चिंता) का इजहार किया। मजहबी रहनुमाओं ने यकसाँ सिविल कोड के बारे में शाह का मौकिफ जानने की कोशिश की, हालाँकि वजीर-ए-दाखिला ने फिलहाल इस पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। नियाज फारूकी ने मीटिंग को अच्छा बताते हुए कहा कि ये एक अलग अमित शाह थे, जिन्हें हम सियासी तकरीर करते हुए देखते हैं, उन्होंने मुसबत (पाजीटिव) जवाब दिया और हमारी बात तफसील से सुनीं। फारूकी ने कहा कि मुस्लिम काइदीन ने बिहार के नालंदा में एक मुदर्रिसा को आग लगाने के वाकिया को भी उठाया। राजिस्थान के भरतपूर के रिहायशी जुनैद और नासिर के कत्ल पर भी बात हुई। नासिर (25) और जुनैद (35) को मुबय्यना तौर पर गो रक्षकों ने 15 फरवरी को अगवा कर लिया था। उनकी लाशें अगली सुबह हरियाणा के भेवानी में एक जली हुई कार के अंदर से मिली थीं।
मुस्लिम लीडर ने वजीर-ए-दाखिला को बीजेपी लीडरों की नफरतअंगेज तकारीर का भी हवाला दिया। फारूकी ने कहा कि उन्होंने हमें बताया कि हर तरह के लोग होते हैं, इसलिए सबको एक ही नजर से देखना दुरुस्त नहीं, उनका कहना था कि हुकूमत इसमें मुलव्वस नहीं है। फारूकी के मुताबिक जब उन्होंने वजीर-ए-दाखिला से कहा कि आपकी खामोशी मुस्लमानों में मायूसी का बाइस है, तो उन्होंने कहा कि वो इसका जायजा लेंगे। फारूकी ने कहा कि हमने किसी रहनुमा को निशाना नहीं बनाया, ये हमारा मकसद नहीं था, हमारा मकसद तआवुन पैदा करना और मुल्क में माहौल बदलना था।