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रोजेदारों के लिए इनआम का दिन है ‘ईद उल फित्र’

 2 सव्वाल 1444 हिजरी
इतवार, 23 अपै्रल, 2023
नई तहरीक : बालोद
माहे रमजान के खत्म पर अल्लाह रब्बुल इज्जत ने रोजादारों के लिए बतौर इनआम ईद का दिन अता किया है। रमजान का पूरा महीना इबादत-ओ-रियाजत में गुजारने की खुशी मनाने का दिन है ईद। हिंदूस्तानभर में सनीचर को बड़ी शान-ओ-शौकत के साथ ईद मनाई गई। ईद की खुशियां छत्तीसगढ़ के बालोद में देखी गई। 
रोजेदारों के लिए इनआम का दिन है ‘ईद उल फित्र’

जामा मस्जिद के इमाम-ओ-खतीब हाफिज शकील खान ने ईद की बरकत, फजीलत और रहमतों के मुताल्लिक बयान फरमाया। उन्होंने कहा, ईद गरीब, अमीर और यतीम सभी के लिए है। ईद यानि अल्लाह की बारगाह में मांगने का दिन है। यह शुक्राना अदा करने और खुशी मनाने का दिन है। गरीबों, यतीमों और मोहताजों की मदद करने का दिन है। साहिबे हैसियत पर यह लाजिम है कि गरीबों की खुशी के लिए उसके कपड़ों और बेहतर खानें का इंतेजाम करे। 
रोजेदारों के लिए इनआम का दिन है ‘ईद उल फित्र’

    अपनी तकरीर आगे बढ़ाते हुए हाफिज शकील ने कहा, एक बार का वाकिया है, पैगंबर-ए-इस्लाम सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ईदगाह जा रहे थे, रास्ते में आप सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने एक बच्चे को रोता देखकर उससे रोने की वजह दरयाफ्त की। बच्चे कहा, वह यतीम है। यह सुनकर आप सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम ने फरमाया, अगर तुम्हारी मां फातिमा, बाबा अली हो जाएं, भाई हसन-ओ-हुसैन और नाना इमाम उल अंबिया हो जाएं तो क्या तुम्हें खुशी ना होगी। बच्चे ने कहा, अगर वे मिल गए तो सारी कायनात ही मिल गई। आप सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम बच्चे को अपने बेटी के घर ले गए, उसे नए कपड़े पहनाए, इत्र लगाया और हसन-ओ-हुसैन के साथ शामिल किया। इससे साबित होता है कि गरीबों पर तरस खाना, उनकी इमदाद करना आप सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम की सुन्नत है। हाफिज शकील खान ने मजीद कहा कि रोजेदारों के लिए ईद  तोहफा है। अगर उसके रोजे बारगाह इलाही में मकबूल हैं। ईद का माना खुशी है।

    ईद की नमाज के बाद हाफिज शकील खान ने रियासत के साथ-साथ मुल्क हिंदूस्तान की खुशहाली, तरक्की व  अमन-ओ-आमान और भाईचारगी के लिए दुआएं की। मोहसिन कुरैशी के साथ जमात ने सलात-ओ-सलाम का नजराना पेश किया और एक-दूसरे से बगलगीर होकर ईद की मुबारकबाद पेश की। 
    नमाज से कब्ल इंतेजामिया कमेटी के मुतवल्ली शाहिद खान ने ईद की मुबारकबाद पेश करते हुए कमेटी की जानिब से अंजाम दिए गए तरक्कीयाती कामों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कमेटी के मुतालबे पर वजीर-ए-आला भूपेश बघेल की जानिब से मदरसे की ताअमीर के लिए रकम की मंजूरी दी है। इसके लिए उन्होंने मआशरे की जानिब से वजीरे आला बघेल के तंई शुक्रगुजारी का इजहार किया। 
    उसी अश्ना में छत्तीसगढ़ फाउंडेशन वेलफेयर सोसाइटी की जानिब से बच्चों को ईदी देकर उनकी हौसला अफजाई की गई। फाउंडेशन के जिला सदर जाहिद खान ने ईद मिलन तकरीब में मौजूद विधायक संगीता सिन्हा को किताब ‘भारत का संविधान’ तोहफन पेश की। विधायक मोहतरमा सिन्हा ने मआशरे को ईद की  मुबारकबाद दी। नमाज के बाद लोगों ने कब्रस्तान पहुंचकर अपने मरहूमीन के ईसाले सवाब के लिए दुआएं की। 

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