15 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
जुमा, 7 अपै्रल, 2023
-----------------------------------
गोहाटी : आईएनएस, इंडिया
उत्तर प्रदेश में बच्चों की निसाबी किताब से मुग़्लिया तारीख को हजफ करने के ऐलान के बाद अब आसाम से भारतीय जनता पार्टी के लीडर ने ताज महल को मुनहदिम करने (ढहाने) की अपील की है। रुक्न असेंबली (विधायक) रूप ज्योति ने कहा कि ताज महल मुहब्बत की अलामत नहीं है, मैं वजीर-ए-आजम नरेंद्र मोदी से अपील करता हूं कि उसे फौरी तौर पर मुनहदिम करा दें।
उत्तर प्रदेश में बच्चों की निसाबी किताब से मुग़्लिया तारीख को हजफ करने के ऐलान के बाद अब आसाम से भारतीय जनता पार्टी के लीडर ने ताज महल को मुनहदिम करने (ढहाने) की अपील की है। रुक्न असेंबली (विधायक) रूप ज्योति ने कहा कि ताज महल मुहब्बत की अलामत नहीं है, मैं वजीर-ए-आजम नरेंद्र मोदी से अपील करता हूं कि उसे फौरी तौर पर मुनहदिम करा दें।
बीजेपी रुक्न असेंबली ने सिर्फ ताज महल को ही नहीं, बल्कि दिल्ली की कुतुबमीनार को भी मुनहदिम करने का मुतालिबा किया है। ताज महल पर बात करते हुए रूप ज्योति ने कहा कि इस बात की तहकीकात होनी चाहिए कि क्या मुगल बादशाह शाहजहां अपनी अहलिया मुमताज से हकीकी तौर पर मुहब्बत करते थे, अगर वो मुहब्बत करते थे तो उन्होंने मुमताज महल की वफात के बाद मजीद तीन शादियां क्यों की थीं, उन्होंने मजीद कहा कि मुगल 1526 में हिन्दोस्तान आए और इसके बाद शाहजहां ने 1632 में ताज-महल तामीर कराया, तो सवाल पैदा होता है कि इसकी तामीर के लिए दौलत कहां से आई।
रूप ज्योति ने कहा कि ताज महल की तामीर में दौलत हमारी यानी हिंदूस्तानियों की सर्फ हुई, फिर इसमें शाहजहां का क्या किरदार है, बीजेपी रुक्न असेंबली ने मजीद कहा मैं वजीर-ए-आजम नरेंद्र मोदी से अपील करता हूँ कि ताज महल और कुतुबमीनार को मुनहिद करा दें और उनके मुकाम पर दुनिया के सबसे खूबसूरत मंदिर तामीर कराए जाएं। उसके लिए में अपनी महीनों की तनख़्वाह अतीया करने के लिए तैयार हूँ। ख़्याल रहे कि रूप ज्योति चार मर्तबा की रुक्न असेंबली हैं और सियासी माहिरीन का ख़्याल है कि वो आसाम के वजीर-ए-आला हेमंत सरमा के मुखालिफ हैं। उन्होंने 2021 में कांग्रेस का साथ छोड़ा था और उसके बाद बीजेपी में शमूलीयत इखतियार की थी। बीजेपी में शमूलीयत इखतियार करने के बाद वो फिर से रुक्न असेंबली मुंतखब हुईं।