दुबई : शाम में एक जानिब जहां हुक्काम हलाकत खेज जलजले के बाद इमदादी सरगर्मियों में मसरूफ थे, वहीं एक जेल से खतरनाक कैदियों के फरार हो जाने का वाकिया भी पेश आया है। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक पीर को जब शाम और तुरकिया में जलजला आया तो ऐन उसी वक़्त शाम के शुमाल मगरिब (उत्तर-पश्चिम) की एक जेल में कैदियों ने बगावत कर दी। जिसके बाद 20 कैदी फरार हो गए। कैदियों का ताल्लुक शिद्दत-पसंद तंजीम दाइश से है। शाम की जिस जेल से कैदी फरार हुए हैं, वो तुरकिया की सरहद के करीब राजू नामी इलाके में है और इसका इंतिजाम मिल्ट्री पुलिस के पास है। जेल में लगभग दो हजार कैदियों को रखा गया था जिनमें से 1300 कैदियों के बारे में शुबा है कि उनका ताल्लुक दाइश से है। जेल में कुर्द फोर्सेज के जंगजूओं को भी रखा गया है। राजू जेल के हुक्काम का कहना है कि जलजले से राजू का इलाका भी मुतास्सिर हुआ है। जिस वक़्त यहां जलजला आया, जेल में कैदियों ने हंगामा-आराई करते हुए कई मुकामात का कंट्रोल संभाल लिया था। जलजले से राजू जेल के कई हिस्से मुतास्सिर हुए हैं। कई जगह से इसकी दीवारों में दराड़ें पड़ चुकी हैं। जंग जदा मुल्क-ए-शाम की सूरत-ए-हाल पर नजर रखने वाले बर्तानिया में कायम इन्सानी हुकूक के गैर सरकारी इदारे 'आॅब्जर्वेटरी' के मुताबिक जेल में कैदीयों की जानिब से बगावत की तसदीक हुई है अलबत्ता यकीन से नहीं कहा जा सकता कि कितने कैदी फरार हुए हैं। वाजेह हो शाम में दाइश की जानिब से कई बार जेलों पर हमला करके अपने जंगजूओं को छुड़ाने की कोशिश के वाकियात हो चुके हैं।ज्यूलोजीकल सर्वे : सऊदी अरब जलजले से मुतास्सिर नहीं हुआ
रियाद : सऊदी अरब के ज्यूलोजीकल सर्वे के सरकारी तर्जुमान तारिक अलखैल ने तसदीक की है कि तुरकिया में पीर को आए जलजले से सऊदी को कोई नुक़्सान नहीं पहुंचा है। उनका कहना था कि तुरकिया में जलजले के मर्कज और सऊदी अरब की सरहद तक 1000 किलोमीटर से ज्यादा का फासिला है। अलखैल ने कहा कि जलजले की वजह जुनूब मशरिकी (दक्षिण-पश्चिम) तुरकिया में अनातोलियाई दरार की फआल टेक्टोनिक हरकत थी। ये हरकत तोरस के पहाड़ों में यूरीशियन प्लेट के साथ अरबी प्लेट के टकराने के नतीजे में पैदा होती है और इस बार इससे मशरिकी तुरकया का इलाका मुतास्सिर हुआ है। जलजले के झटके शाम, लुबनान, इराक, मिस्र, यूनान, कबरस और आरमीनीया में भी महसूस किए गए जबकि शाम और तुरकिया में जलजले से सैकड़ों अफराद लुकमा-ए-अजल बन गए हैं।