अंकर : आईएनएस, इंडिया
तुरकिया और शाम में जलजले से मुतास्सिरा इमारतों के मलबे से लाशें मिलने का सिलसिला जारी है। अब तक दोनों मुल्कों में हलाकतों की तादाद 4983 तक पहुंच गई है। खबररसां इदारे एसोसीएटड पे्रस के मुताबिक दुनियाभर से इमदादी टीमें इमदादी सामान और रजाकारों के हमराह तुरकिया पहुंच रही हैं।
अकेले तुर्की में लगभग छ: हजार इमारतें गिरने की इत्तिलाआत हैं। तुरकिया के डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी के मुताबिक जलजले से मुतास्सिरा 10 सूबों में 24 हजार 400 रजाकार (स्वयं सेवक) इमदादी सरगर्मियों में मसरूफ हैं। तुरकिया के हुक्काम के मुताबिक मुल्कभर में अब तक 3381 अफराद हलाक और 20 हजार से ज्यादा जखमी हैं। दूसरी जानिब शाम की वजारत-ए-सेहत का कहना है कि हुकूमत के जे़रे असर इलाकों में 769 अफराद हलाक हुए हैं जबकि 1400 से ज्यादा जखमी हैं। शाम में बागियों के जे़रे कब्जा इलाकों में जलजले से 450 अम्वात हुई हैं और सैंकड़ों जखमी हैं। जलजले से मुतास्सिरा मुल्कों में हजारों अफराद ने शदीद ठंड में रात खुले आसमान तले गुजारी। कई मुतास्सिरीन ने शॉपिंग माल्ज, स्टेडियम्ज, मसाजिद और कम्यूनिटी सेंटरों में पनाह ली।
भारती हुक्काम के मुताबिक अमले के साथ इमदादी कामों में मुआवनत (मदद) करने वाले कुत्ते और आलात भी तुरकिया भेजे जा रहे हैं। वहीं जुनूबी कोरिया ने तुरकिया में जलजले के बाद इमदादी सरगर्मियों में मुआवनत के लिए 60 अरकान पर मुश्तमिल अमल भेजने का ऐलान किया है। मंगल को अमला तुरकिया भेजने के मंसूबे का ऐलान करते हुए जुनूबी कोरिया के सदर का कहना था कि तुरकिया जुनूबी कोरिया का बिरादर मुल्क है जिसने 1950 के अशरे में कोरिया जंग में अपने दस्ते भेजे थे जिसमें तुरकिया के 70 फौजी मारे गए थे। जुनूबी कोरिया की वजारत-ए-दिफा के मुताबिक फौज तय्यारों का बंद-ओ-बस्त कर रही है ताकि रेस्क्यू वर्करज और दीगर आलात तुरकिया पहुंचाई जा सकें। जंगजदा मुल्क-ए-शाम ने अक़्वाम-ए-मुत्तहदा और इसके रुकन ममालिक से अपील की है कि जलजले के बाद इमदादी कामों में शाम की मदद करें। शाम के हुक्काम के मुताबिक उसे जलजला मुतास्सिरीन के लिए सेहत की बुनियादी सहूलयात, पनाह के लिए खे़मे और खुराक दरकार है। शाम में हुकूमत के जे़रे कंट्रोल इलाकों के साथ साथ हिज्ब-ए-मुखालिफ के जे़र-ए-इंतजाम इलाकों में जलजले से तबाही हुई है। शाम में अक़्वाम-ए-मुत्तहदा के नुमाइंदे के मुताबिक सेक्रेटरी जनरल अन्तोनियो गोत्रयस ने यकीन दहानी कराई है कि अक़्वाम-ए-मुत्तहदा इस मुश्किल सूरत-ए-हाल में शाम की हर मुम्किन मदद करेगा।
वाइट हाउस से जारी बयान के मुताबिक अमरीका ने नेटो में शामिल अपने इत्तिहादी को हर किस्म की मदद फराहम करने की पेशकश की है। वाइट हाउस के मुताबिक अमरीका तुरकिया में जलजलाजदा इलाकों में रेस्क्यू के लिए रजाकार भेज रहा है। सदर बाईडन और अर्दगान ने इन उमूर पर भी तबादला-ए-ख़्याल किया जो कि जलजला बहाली में मददगार हो सकते हैं। वजीर-ए-आजम पाकिस्तान शहबाज शरीफ की हिदायत पर तुरकिया के जलजला मुतास्सिरीन की इमदाद के लिए खुसूसी तय्यारा सामान लेकर रवाना हो गया है। मंगल की सुबह पीआईए की परवाज से रेस्क्यू 1122 के 50 अहलकारों पर मुश्तमिल टीम 15 टन सामान रवाना किया गया है। इमदादी सामान में सर्दी में इस्तिमाल होने वाले खे़मे, कम्बल और दीगर अश्या-ए-जरुरीया शामिल हैं। हुक्काम के मुताबिक आठ फरवरी से हर रोज पीआईए की परवाजों के जरीये इस्लामाबाद से 15 टन इमदादी सामान तुरकिया और शाम भेजा जाएगा जबकि वजारत-ए-सेहत और आर्मी मेडीकल टीमें भी मुतास्सिरा मुल्कों को भिजवाई जाएँगी।
तुरकिया और शाम में जलजले से मुतास्सिरा इमारतों के मलबे से लाशें मिलने का सिलसिला जारी है। अब तक दोनों मुल्कों में हलाकतों की तादाद 4983 तक पहुंच गई है। खबररसां इदारे एसोसीएटड पे्रस के मुताबिक दुनियाभर से इमदादी टीमें इमदादी सामान और रजाकारों के हमराह तुरकिया पहुंच रही हैं।
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तुरकिया शाम में आए भूकंप से चारो ओर तबाही का मंजर |
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तुरकिया शाम में आए भूकंप से चारो ओर तबाही का मंजर |
सात रोजा सोग
तुर्क सदर रज्जब तय्यब अर्दगान ने जलजले से होने वाले नुक़्सान पर सात रोजा सोग का ऐलान किया है। अमरीका के सदर जो बाईडन ने तुर्क हम मन्सब को फोन किया और उन्हें मदद की पेशकश की। वाइट हाउस के मुताबिक तुरकिाया में इमदादी सरगर्मियों में मदद के लिए अमरीका ने सर्च एंड रेस्क्यू टीमें रवाना कर दी हैं। तुरकिया की डिजास्टर मैनेजमेंट अथार्टी के हुक्काम के मुताबिक जलजले से मुतास्सिरा 10 सूबों में अब तक 78 हजार अफराद को रेस्क्यू किया जा चुका है जबकि 5600 इमारतें तबाह हुई हैं। अमरीका जलजला पैमा मर्कज के मुताबिक पीर को सात इशारीया आठ शिद्दत का जलजला आया था जिसकी गहराई 18 किलो मीटर थी। जलजले के आफटर शाक्स अगले दिन तक महसूस किए जाते रहे।भारती हुक्काम के मुताबिक अमले के साथ इमदादी कामों में मुआवनत (मदद) करने वाले कुत्ते और आलात भी तुरकिया भेजे जा रहे हैं। वहीं जुनूबी कोरिया ने तुरकिया में जलजले के बाद इमदादी सरगर्मियों में मुआवनत के लिए 60 अरकान पर मुश्तमिल अमल भेजने का ऐलान किया है। मंगल को अमला तुरकिया भेजने के मंसूबे का ऐलान करते हुए जुनूबी कोरिया के सदर का कहना था कि तुरकिया जुनूबी कोरिया का बिरादर मुल्क है जिसने 1950 के अशरे में कोरिया जंग में अपने दस्ते भेजे थे जिसमें तुरकिया के 70 फौजी मारे गए थे। जुनूबी कोरिया की वजारत-ए-दिफा के मुताबिक फौज तय्यारों का बंद-ओ-बस्त कर रही है ताकि रेस्क्यू वर्करज और दीगर आलात तुरकिया पहुंचाई जा सकें। जंगजदा मुल्क-ए-शाम ने अक़्वाम-ए-मुत्तहदा और इसके रुकन ममालिक से अपील की है कि जलजले के बाद इमदादी कामों में शाम की मदद करें। शाम के हुक्काम के मुताबिक उसे जलजला मुतास्सिरीन के लिए सेहत की बुनियादी सहूलयात, पनाह के लिए खे़मे और खुराक दरकार है। शाम में हुकूमत के जे़रे कंट्रोल इलाकों के साथ साथ हिज्ब-ए-मुखालिफ के जे़र-ए-इंतजाम इलाकों में जलजले से तबाही हुई है। शाम में अक़्वाम-ए-मुत्तहदा के नुमाइंदे के मुताबिक सेक्रेटरी जनरल अन्तोनियो गोत्रयस ने यकीन दहानी कराई है कि अक़्वाम-ए-मुत्तहदा इस मुश्किल सूरत-ए-हाल में शाम की हर मुम्किन मदद करेगा।
वाइट हाउस से जारी बयान के मुताबिक अमरीका ने नेटो में शामिल अपने इत्तिहादी को हर किस्म की मदद फराहम करने की पेशकश की है। वाइट हाउस के मुताबिक अमरीका तुरकिया में जलजलाजदा इलाकों में रेस्क्यू के लिए रजाकार भेज रहा है। सदर बाईडन और अर्दगान ने इन उमूर पर भी तबादला-ए-ख़्याल किया जो कि जलजला बहाली में मददगार हो सकते हैं। वजीर-ए-आजम पाकिस्तान शहबाज शरीफ की हिदायत पर तुरकिया के जलजला मुतास्सिरीन की इमदाद के लिए खुसूसी तय्यारा सामान लेकर रवाना हो गया है। मंगल की सुबह पीआईए की परवाज से रेस्क्यू 1122 के 50 अहलकारों पर मुश्तमिल टीम 15 टन सामान रवाना किया गया है। इमदादी सामान में सर्दी में इस्तिमाल होने वाले खे़मे, कम्बल और दीगर अश्या-ए-जरुरीया शामिल हैं। हुक्काम के मुताबिक आठ फरवरी से हर रोज पीआईए की परवाजों के जरीये इस्लामाबाद से 15 टन इमदादी सामान तुरकिया और शाम भेजा जाएगा जबकि वजारत-ए-सेहत और आर्मी मेडीकल टीमें भी मुतास्सिरा मुल्कों को भिजवाई जाएँगी।