रियाद : आईएनएस, इंडिया
सऊदी हैरीटेज अथार्टी ने 67 नए आसारे-ए-कदीमा (पुरतत्व) का नवादिरात (पुरा अवशेष) को कौमी रजिस्टर में दर्ज कर लिया है। इन नए मुकामात में मुतअद्दिद (कई) आसारे-ए-कदीमा और तारीखी मुकामात शामिल हैं।
इस तरह सऊदी अरब में अब तक रजिस्टर्ड आसारे-ए-कदीमा के मुकामात की तादाद 8 हजार 531 तक पहुंच गई है। शुमाली सरहदी इलाके से सबसे ज्यादा 15 मुकामात को आसारे-ए-कदीमा का दर्जा दिया गया। तबूक से 13 मुकामात, हाइल 10, अलजोफ 9, अलकसीम 5, रियाज से 4 मुकामात, असीर 3, मदीना मुनव्वरा से 3 मुकामात, अलबाहा से एक और मक्का मुकर्रमा से भी एक मुकाम को आसारे-ए-कदीमा में शामिल किया गया है।
हैरीटेज अथार्टी ममलकत में आसारे-ए-कदीमा और तारीखी मुकामात की दरयाफत के लिए काम करती है और ऐसे मकामात को रजिस्टर्ड करती है जो आसारे-ए-कदीमा कहलाए जाने के काबिल होते हैं। उनके डिजिटल नक़्शे बनाए जाते हैं, उनके तहफ़्फुज (हिफाजत) के कदम उठाए जाते हैं, तहफ़्फुज में आसानी पैदा करने के लिए उनका मुकामी डेटा बनाया जाता है। उन पर किए जाने वाले कामों को महफूज किया जाता और दस्तावेजी शक्ल दी जाती है। उनकी तसावीर ली जाती और उन्हें फिल्माया जाता है। हैरीटेज अथार्टी ने शहरियों से मुतालिबा किया कि वो ‘ब्लाग’ प्लेटफार्म के जरीये दरयाफत होने वाले किसी भी आसारे-ए-कदीमा की इत्तिला दें। अथार्टी ने गुिजश्ता कुछ अरसा के दौरान इस हवाले से शहरीयों की कोशिशों की तारीफ भी की।