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नावल निगार सलमान एक आँख की बीनाई और एक हाथ के इस्तिमाल से महरूम

सलमान एक आँख की बीनाई और एक हाथ के इस्तिमाल से महरूम

लंदन : आईएनएस, इंडिया
 

बर्तानवी नजाद (मूल के) अमरीकी मुसन्निफ (लेखक) सलमान रुशदी अपनी एक आँख की बसारत और अपने एक हाथ के इस्तिमाल से महरूम हो गए हैं। सलमान रुशदी के एजेंट एंड्रयू वाइली ने कहा है कि इस बरस अगस्त में न्यूयार्क की एक अदबी तकरीब में स्टेज पर हमले से जखमी होने वाले सलमान रुशदी को शदीद नौईयत के (गंभीर) जखम आए थे। उन्होंने हिसपानवी अखबार को एक इंटरव्यू के दौरान बताया, सलमान रुशदी की एक आँख की बीनाई जाइल हो गई। उन्हें गर्दन में भी तीन शदीद जखम आए थे, जिसकी वजह से उनके बाजू के आसाब कट गए और उनका एक हाथ नाकारा हो गया। उन्हें सीने और धड़ में मजीद 15 जखम लगे थे। 

वाजेह रहे कि न्यू जर्सी के एक 24 साला नौजवान ने अगस्त में उस वक़्त रुशदी की गर्दन और धड़ पर चाकू से वार किए थे, जब वो वाकाशूटा इंस्टीटियूशन में एक लैक्चर देने वाले थे। नावेल निगार पर हमले के मुल्जिम ने सैकण्ड डिग्री कत्ल और हमले के इल्जामात का कसूरवार होने से इनकार किया है। वो मगरिबी न्यू यार्क की एक जेल में कैद है और उसकी जमानत नहीं हो सकी है। वाइली ने बताया कि नावेल निगार रुशदी को हमले के बाद फौरी तौर पर अस्पताल ले जाया गया था। हमले के नतीजे में उनके एक बाजू के आसाब को नुक़्सान पहुंचा, जिगर में जखम आए और इमकानी तौर पर एक आँख जाए हो गई। 

अपनी किताब में इस्लाम और पैगंबर इस्लाम (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) के बारे में बयानात पर ईरान के साबिक सुप्रीम लीडर आयत उल्लाह रूह अल्लाह खुमैनी की जानिब से शदीद रद्द-ए-अमल सामने आया था और उन्होंने सलमान रुशदी की मौत का फतवा भी जारी किया था जिसकी वजह से बर्तानवी हुकूमत ने उन्हें पुलिस की हिफाजत में रखा और तकरीबन नौ साल वो रुपोश होने पर मजबूर रहे। अगरचे ईरान की इस्लाहात के हामी सदर मुहम्मद खातमी हुकूमत ने 1990 के अशरे के आखिर में खुद को फतवे से फासले पर रखा, लेकिन सलमान रुशदी के सर पर कई मिलियन डालर के इनाम की रकम बढ़ती रही और फतवे को भी कभी नहीं उठाया गया। 


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