हजरत निजाम उद्दीन औलिया के मजार पर आरएसएस लीडर इंद्रेश ने दी हाजिरी
नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
आरएसएस लीडर इन्द्रेश कुमार ने दिल्ली में दरगाह हजरत निजाम उद्दीन औलिया पर हाजिरी लगाई। उन्होंने दरगाह पर चादर और गुलपोशी की। इस मौका पर इन्द्रेश ने इत्तिहाद का पैगाम देते हुए कहा कि हमें तमाम मजाहिब का एहतिराम करना चाहीए, ताकि शुक्रवार यानी जुमा को पत्थरवार यानी पत्थरबाजी करने वाला दिन बनाने से रोका जा सके।
इन्द्रेश ने आगे कहा कि दीवाली में हर घर में खुशी और खुशहाली आती है। ये तेहवार तमाम मजहबी और सूबों के इखतिलाफात को मिटा देता है। हिन्दोस्तान यात्रियों, तेहवारों और मेलों की सरजमीन है। उन्होंने कहा कि हर तेहवार हमें सिखाता है कि हम तास्सुब, बुगज, नफरत, फसाद, जंग नहीं चाहते। हम अमन, हम-आहंगी और भाईचारा चाहते हैं। उन्होंने कहा कि किसी की जबरी तबदीली मजहब (धर्म परिवर्तन) नहीं करनी चाहिए और तशद्दुद (हिंसा) से बाज रहना चाहीए। सबको अपने-अपने मजहब और जात की पैरवी करनी चाहिए।
जब मुल्क में तमाम मजाहिब का एहतिराम किया जाएगा तो मुलक इन बुनियादपरस्तों से आजाद हो जाएगा जो जुमा के दिन पथराव करते हैं। हिन्दोस्तान वाहिद मुलक है, जो तमाम मजाहिब का एहतिराम करता है। ख़्याल रहे कि आरएसएस के सरबराह मोहन भागवत 22 सितंबर को दिल्ली की एक मस्जिद गए थे। जहां उन्होंने आॅल इंडिया इमाम आगेर्नाईजेशन के चीफ इमाम डाक्टर इमाम उमर अहमद इलयासी से मुलाकात की थी। मुलाकात के बारे में डाक्टर इलयासी ने कहा था कि मोहन भागवत उनकी दावत पर वहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि हमारा तरीका इबादत मुख़्तलिफ हो सकता है लेकिन इन्सानियत सबसे बड़ा मजहब है। इस मुलाकात के दौरान गोपाल कृष्णा और आरएसएस लीडर इन्द्रेश कुमार भी थे।