मोहम्मद हासम अली
अजमेर: खुश्तर में शहंशाहे ए आजÞम गरीब नवाज सरकार की शान में 50 सालों से शाही दस्तरख्वान सजाया जाता है। सर्व धर्म एकता समिति के कौमी सदर शाह सैयद खुश्तर चिश्ती ने बताया कि दस्तरख्वान को दुनियाभर के सभी किस्म के ड्राई फ्रूट्स और खाने की सभी किस्म की अशया से सजाया जाता है। इस मौके पर मुल्क में अमन, चैन व भाईचारगी के लिए खुसूसी दुआएं मांगी जाती है। सेके्रटरी रफीक कादरी ने बताया कि दस्तरख्वान सजाने की शुरुआत समिति के निगरां शाह सैयद अरशद अली (बाबा साहब) ने साल 1970 से की थी जिसे आज भी उसी शान ओ शौकत से सजाया जाता है। बाबा साहब की जानिब से दस्तरख्वान की नियाज इससे पहले आठ रज्जब को की जाती थी लेकिन अब छठी शरीफ की रात को की जाती है। नियाज और दुआ के बाद दस्तरख्वान की अशया जायरीन को तकसीम की जाती है।
अशया -चीजें
कौमी सदर, राष्टÑीय अध्यक्ष