शव्वाल उल मुकर्रम, 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
"तुम कयामत के रोज़ सबसे बदतरीन उस शख्स को पाओगे जो दोगला है, इधर लोगों से कुछ बात करता है उधर लोगों से कुछ बात करता है।"
- मिशकवत
✅ नई तहरीक : भिलाई
इस्पात नगरी की सभी मस्जिदों में कश्मीर के पहलगाम में हुए दहशतगर्द हमले के खिलाफ यकजहती और भाईचारे की अपील की गई। जुमे की नमाज के बाद मस्जिदों में इमामों ने अपनी तकरीर में दहशतगर्दी की मजम्मत करते हुए मुल्क में अमन व भाईचारा कायम रखने की दुआएं की।
पहलगाम के दहशतगर्द हमले के बाद शहर में जगह-जगह एहतेजाजी मुजाहरे जारी हैं। इस बीच बरोज जुमा बाद नमाजे जुमा मस्जिदों में भी हमले के खिलाफ ऐलान हुआ। जामा मस्जिद सेक्टर-6 के इमाम-ओ-खतीब मौलाना इकबाल अंजुम हैदर ने कहा कि यह हमला सीधे-सीधे इंसानियत के खिलाफ जंग है और इसके जिम्मेदार लोगों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल दौर में हम सब एकजुट रहें और अपने मुल्क की भाईचारे की रवायत को किसी भी हालत में कमजोर न पड़ने दें। इस दौरान मुल्क में अमन के लिए दुआएं भी की गईं।
जुमे की नमाज के मौके पर शहर की तमाम मस्जिदों में दहशतगर्दी के खिलाफ अमन के लिए दुआओं में हाथ उठे। शहर की हुडको, रूआबांधा, रिसाली, खुर्सीपार, कैंप-1, कैंप-2, सुपेला, हाउसिंग बोर्ड, कोहका, अयप्पा नगर और शांति नगर सहित तमाम मस्जिदों में मुल्क में अमन कायम रखने और आपसी भाईचारा बनाए रखने की दुआएं की गईं।
भिलाई नगर मस्जिद ट्रस्ट के सदर मिर्जा आसिम बेग ने एक बयान जारी कर शहर के सभी वर्गों से भाईचारा व अमन कायम रखने की अपील की है। उन्होंने पहलगाम हमले की मजम्मत करते हुए कहा कि यह हमला पूरी इंसानियत पर है और शहर का हर मुसलमान इस हमले के खिलाफ एकजुट है। उन्होंने हमले में जान गंवाने वालों के तंई खिराजे तहसीन पेश करते हुए हुकूमत से मुतालबा किया कि गुनहगारों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।
अंजुमन शहीदीया ने भी पहलगाम हमले की मजम्मत की है। अंजुमन के सदर हाजी एमएच सिद्दीकी ने कहा कि हमारे मुल्क की आपसी मेल-मिलाप और भाईचारे की रवायत पर हम कभी भी आंच नहीं आने देंगे। उन्होंने शहरवासियों से एकजुटता कायम रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मुल्क के हालात पर हुकूमत को पैनी नजर रखनी चाहिए ताकि दहशतगर्दी के आड़ में मजलूमों पर जुल्म न हो।