शव्वाल उल मुकर्रम, 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
जो चीज़ सबसे ज़्यादा लोगों को जन्नत में दाखिल करेगी, वह ख़ौफ-ए-खुदा और हुस्न अखलाक है।
- तिर्मिज़ी
पहलगाम में दहशतगर्दों के हमले के खिलाफ मआशरे ने बाद नमाजे जुमा पुराना बस स्टैंड से कलेक्टोरेट तक मौन रैली निकाल वजीरे आजम नरेंद्र मोदी के नाम कलेक्टर को मेमोरेंडम सौंपकर कसूरवारों के खलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। पिछले दिनों पहलगाम में दहशतगर्दों के हमले में दो बैरुने मुल्क शहरी समेत करीब 24 लोगों की मौत हो गई है। रैली में शामिल लोग दहशतगर्द और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे। नासिर खोखर ने कहा कि समूचा मुस्लिम मआशरा मामले की कड़े लफजों में मजम्मत करता है और कसूरवारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का मुतालबा करता है। रैली में शामिल लोगों ने हमले को इंसानियत और मुल्क की यकजहती पर हमला करार दिया। पर देश की शांति एकता पर भी हमला है ।
उन्होंने आगे कहा कि कश्मीर में सयाहों की लगातार बढ़ती तादाद से वहां के लोगों में खुशी का माहौल था। उन्हें रोजगार मिल रहा था जिससे वे तरक्की की ओर गामजन थे। पाकिस्तान कभी नहीं चाहता कि कश्मीर में तरक्की हो और लोगो को रोजगार मिले। इसके उलट पाकिस्तान चाहता है कि कश्मीर में बेरोजगारी बढ़े और वहां दहशतगर्द का बोलबाला हो।
खोखर ने आगे कहा कि निहत्थे बेकसूर आम शहरियों को मारने वाले इंसान नहीं हो सकते। कोई भी मजहब बेगुनाहों को कत्ल वालों को माफ नहीं करता।
कलेक्टोरेट पहुंच कर मआशरे के लोगों ने वजीरे आजम नरेंद्र मोदी के नाम कलेक्टर को मेमोरेंडम सौंपा। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का मुतालबा किया।
इस दौरान रायपुर नाका मस्जिद के मुतवल्ली जमाल खान, जामा मस्जिद के मुतवल्ली रिजवान खान, तकिया पारा मस्जिद के मुतवल्ली शरीफ खान, तितुरडीह मस्जिद के मुतवल्ली आरिफ खान, नासिर खोखर, कय्यूम चौहान, आसिफ खान, हमीद खोखर, अयूब खान, जाकिर खोखर, रऊफ खान, आमिर तिगाला, शेख शकील, आरिफ तिगाला, हाजी हबीब, साबिर गहलोत, जाकिर सिद्दीकी, मोहसिन खान, रजा गहलोत, सरवर चौहान, शमीम पंवार, वाहिद चौहान, सुल्तान मिर्ज़ा, एमआई फिरोजी, अहमद खान, इमरान देवेन्दया, रफीक खान, अबरार पंवार, मोहसिन अशरफी, सादिक अली समेत कसीर तादाद में कौम के लोग मौजूद थे।
उन्होंने आगे कहा कि कश्मीर में सयाहों की लगातार बढ़ती तादाद से वहां के लोगों में खुशी का माहौल था। उन्हें रोजगार मिल रहा था जिससे वे तरक्की की ओर गामजन थे। पाकिस्तान कभी नहीं चाहता कि कश्मीर में तरक्की हो और लोगो को रोजगार मिले। इसके उलट पाकिस्तान चाहता है कि कश्मीर में बेरोजगारी बढ़े और वहां दहशतगर्द का बोलबाला हो।
खोखर ने आगे कहा कि निहत्थे बेकसूर आम शहरियों को मारने वाले इंसान नहीं हो सकते। कोई भी मजहब बेगुनाहों को कत्ल वालों को माफ नहीं करता।
कलेक्टोरेट पहुंच कर मआशरे के लोगों ने वजीरे आजम नरेंद्र मोदी के नाम कलेक्टर को मेमोरेंडम सौंपा। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का मुतालबा किया।
इस दौरान रायपुर नाका मस्जिद के मुतवल्ली जमाल खान, जामा मस्जिद के मुतवल्ली रिजवान खान, तकिया पारा मस्जिद के मुतवल्ली शरीफ खान, तितुरडीह मस्जिद के मुतवल्ली आरिफ खान, नासिर खोखर, कय्यूम चौहान, आसिफ खान, हमीद खोखर, अयूब खान, जाकिर खोखर, रऊफ खान, आमिर तिगाला, शेख शकील, आरिफ तिगाला, हाजी हबीब, साबिर गहलोत, जाकिर सिद्दीकी, मोहसिन खान, रजा गहलोत, सरवर चौहान, शमीम पंवार, वाहिद चौहान, सुल्तान मिर्ज़ा, एमआई फिरोजी, अहमद खान, इमरान देवेन्दया, रफीक खान, अबरार पंवार, मोहसिन अशरफी, सादिक अली समेत कसीर तादाद में कौम के लोग मौजूद थे।