मोहर्रम-उल-हराम - 1446 हिजरी
हदीस-ए-नबवी ﷺ
बेवाओं और मिस्कीनों के काम आने वाला अल्लाह की राह में जेहाद करने वाले के बराबर है, या रातभर इबादात और दिन में रोज़ा रखने वाले के बराबर हैं।
- बुख़ारी शरीफ
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इकरा फाउंडेशन ने मआशरे के 143 जरूरतमंद तलबा के बीच स्टडी मटेरियल किया तकसीमसरकारी स्कूल में पढ़ने वाले जमात 1 से 12वीं तक के तलबा को दिया स्टडी मटेरियल
✅ नई तहरीक : खैरागढ़
खैरागढ़ में ताअलीम के शोबे में बेहतर काम कर रही तंजीम इकरा फाउंडेशन की जानिब से गुजिश्ता दिनों डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्कूल के विज्ञान भवन (गैलरी) में जिला मुस्लिम मआशरा केसीजी के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले कुल 143 जरूरतमंद तलबा को कॉपी-किताब तकसीम किया गया।मेहमाने खुसूसी सिविल अस्पताल, खैरागढ़ में तैनात डेंटिस्ट डॉ. अनम फातिमा थी। इकरा फाउंडेशन के फाउंडर मेंबर व नपा के नायब सदर अब्दुल रज्जाक खान, इकरा फाउंडेशन के सदर खलील क़ुरैशी, मआशरे के सीनियर अरकान फारुख मेमन, जामा मस्जिद के सदर अरशद हुसैन, खजांची शम्सुल होदा खान, सेक्रेटरी मोहम्मद याहिया नियाज़ी, अमलीडीह मस्जिद के सदर इमाम खान, सीनियर नायब सदर हाज़ी रिजवान मेमन, जूनियर नायब सदर रियाज़ुद्दीन कादरी, तर्जुमान हाज़ी ज़ाहिद अली, हाज़ी मुर्तज़ा खान, शबाना बेगम व ज़हीन खान खुसूसी तौर पर मौजूद थे। इकरा फाउंडेशन की जानिब से मेहमाने खुसूसी डॉ. अनम फातिमा की मौजूदगी में तालिब-ए-इल्म को स्टडी मटेरियल मुहैय्या कराया गया।
ताअलीम से हासिल की जा सकती है कामयाबी : डा. अनम
तकरीब से खिताब करते हुए मेहमानु खुसूसी डॉ. अनम फातिमा ने कहा कि ताअलीम ही जिंदगी को कामयाब बनाने की चाबी है। अच्छी तरह पढ़ाई करने से न सिर्फ डाक्टर, कलेक्टर, इंजीनियर व टीचर ही नहीं बल्कि एक बेहतर इंसान बना जा सकता है। उन्होंने कहा, सभी के साथ मुखलिस रह कर कड़ी मेहनत के साथ पढ़ाई कर परिवार और मआशरे की तरक्की में अपना किरदार निभाएं। बच्चों को उन्होंने मोबाइल से दूर रहने की नसीहत की।उन्होंने ताअलीम के शोबे में इकरा फाउंडेशन के कामों की सताइश करते हुए मुस्तकबिल में फाउंडेशन को हर मुमकिन मदद का भरोसा दिलाया। आखिर में अपनी बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे खुद भी एक मामूली परिवार से हैं। उनके घर वालों ने उन पर भरोसा कर उन्हें पढ़ाई के लिए दिल्ली भेजा। जिसके नतीजे में उन्हें कामयाबी हासिल हुई।