गजा : शुजा आया में बमबारी से 80 हज़ार फ़लस्तीनी बे-घर

गजा : शुजा आया में बमबारी से 80 हज़ार फ़लस्तीनी बे-घर

जिल हज्ज-1445 हिजरी

  हदीस-ए-नबवी ﷺ  

जिसने अस्तग़फ़ार को अपने ऊपर लाज़िम कर लिया अल्लाह ताअला उसकी हर परेशानी दूर फरमाएगा और हर तंगी से उसे राहत अता फरमाएगा और ऐसी जगह से रिज़्क़ अता फरमाएगा जहाँ से उसे गुमान भी ना होगा।

- इब्ने माजाह

✅ ग़ज़ा : आईएनएस, इंडिया 

इसराईल की जानिब से शुमाली इलाक़े में हम्मास के कमांड और उसके ढाँचे को तबाह करने के ऐलान के चंद माह बाद ग़ज़ा शहर के ज़िला शुजाइया में चौथे रोज़ भी शदीद लड़ाई जारी रही और बमबारी की गई। इसकी वजह से हज़ारों फ़लस्तीनी को दीगर इलाक़ों में मुंतक़िल होना पड़ा। एक हफ़्ता कब्ल वज़ीर-ए-आज़म बेजामिन नेतन्याहू ने ऐलान किया था कि सात अक्तूबर से जारी जंग का 'शदीद मरहला ख़त्म होने के क़रीब है। अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के इन्सानी हमदर्दी के इदारे के मुताबिक़ जुमेरात को नई लड़ाई शुरू होने के बाद 60 से 80 हज़ार अफ़राद बे-घर हो गए हैं। हम्मास के ज़ेर-ए-इंतिज़ाम ग़ज़ा में वज़ारत-ए-सेहत के आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ इसराईल की जवाबी कार्रवाई में कम अज़ कम 37 हज़ार 877 अफ़राद हलाक हो चुके हैं, जिनमें ज़्यादा-तर आम शहरी हैं। 

इसराईल ने 55 फलीस्तीनियों को किया रिहा 

मक़बूज़ा बैतुल-मुक़द्दस : महकमा-ए-सेहत के एक ओहदेदार ने कहा है कि इसराईल ने ग़ज़ा से हिरासत में लिए गए अलशफ़ा हस्पताल के डायरेक्टर समेत 55 फ़लस्तीनीयों को रिहा कर दिया है। अमरीकी न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक़ नवंबर में अलशफ़ा हस्पताल पर छापे के दौरान इसराईली फ़ौज ने मुहम्मद अब्बू अल सलमेह को हिरासत में लिया था। इसराईली फ़ौज ने कहा था कि हम्मास हस्पताल को अस्करी (हथियार) मक़ासिद के लिए इस्तिमाल कर रही है और दावा किया था कि हस्पताल में एक सुरंग भी मिली है। एक वीडीयो पैग़ाम में इसराईली हुक्काम पर ज़ेर-ए-हिरासत फ़लस्तीनीयों के साथ नामुनासिब सुलूक का इल्ज़ाम आइद किया है। उन्होंने कहा कि रोज़ाना की बुनियाद पर फ़लस्तीनीयों को जिस्मानी और नफ़सियाती तशद्दुद का निशाना बनाया जाता है। ताहम इसराईल ने इस किस्म के इल्ज़ामात की तरदीद की है

इसराईल के अंदर बढ़ रहा उबाल 

नौ माह कब्ल जंग शुरू होने के बाद से अब तक मुख्तलिफ मसाईल इसराईली वज़ीर-ए-आज़म का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। यर्गमाल ईसराईलियों की वापसी, लड़ाई का इखतेताम, भड़के महाज़, मुल्क के अंदर मुज़ाहिरे और ग़द्दारी के इल्ज़ामात जैसी कई गुत्थियाँ शामिल हैं। सूरत-ए-हाल को देखते हुए इसराईली सदर इसहाक़ हृतसोग़ ने बैतुल-मुक़द्दस में एक तक़रीब में ईसराईलियों पर ज़ोर दिया कि सियासी मुख़ालिफ़ीन के बीच इश्तिआल अंगेज़ बयानात और ग़द्दारी के इल्ज़ामात की शिद्दत में कमी लाई जाए। वाजेह हो कि कैदियों की वापसी के मुआमले पर इसराईल के अंदर मुज़ाहिरों का सिलसिला जारी  है। इसी तरह नेतन्याहू को शिद्दत पसंदों के मुज़ाहिरों का भी सामना करना पड़ रहा है, जो फ़ौज में अपनी भर्ती के ख़िलाफ़ एहतिजाज कर रहे थे। 

हमने हम्मास का गला घोंट दिया 

इसराईली वज़ीर-ए-दिफ़ा का दावा

इसराईली वज़ीर-ए-दिफ़ा ने कहा है कि हमारी फौज ने ग़ज़ा की पट्टी में हम्मास तहरीक का गला घोंट दिया है। उन्होंने कहा कि हम ऐसे मुक़ाम पर पहुंच गए जहां तक हमने ग़ज़ा की गहराईयों तक पहुंचने का ख़ाब भी नहीं देखा था। उन्होंने मज़ीद कहा कि हम्मास थक चुकी है और दुबारा सँभलने से क़ासिर है। इससे कब्ल इसराईली वज़ीर-ए-आज़म नेतन्याहू ने जंगी काबीना को बताया था कि हमारी फौज रफा, शुजा आया और पूरी ग़ज़ा की पट्टी में काम कर रही हैं। उन्होंने मज़ीद कहा कि ये एक मुश्किल जंग है जिससे हम लड़ रहे हैं। इतवार को ग़ज़ा शहर के शुजा आया मुहल्ले में चौथे रोज़ भी पुर तशद्दुद लड़ाईयां जारी। फ़िज़ाई हमलों ने रात के वक़्त ग़ज़ा की पट्टी के कई मुख़्तलिफ़ इलाक़ों को निशाना बनाया जिनमें शुमाल में ग़ज़ा शहर और जुनूब में रफा और ख़ान यूनुस शामिल हैं। 


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