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मौसम में आए बदलाव के संगीन असरात सामने आने लगे़, हिंदूस्तान में डेढ़ सौ से ज्यादा की मौत

जीकाअदा-1445 हिजरी

हदीस-ए-नबवी ﷺ

 तुम कयामत के दिन सबसे बद तरीन उस शख्स को पाओगे जो दोगला है। यानि एक जगह कुछ कहता है और दूसरी जगह कुछ और।

- मिश्कवात शरीफ

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लंदन : आईएनएस, इंडिया 

मौसम में आई तब्दीलियों के नतीजे में मौसम मुसलसल गर्म हो रहा है। इसके साथ ही गर्मी की वजह से मौतों के आंकड़ें भी बढ़ रहे हैं। हालात को देखते हुए माहिरीन ने मौसम में आई तब्दीलियों के एक और संगीन असरात से खबरदार किया है। 
    एक तहक़ीक़ (शोध) में दरयाफ़त किया गया कि मौसम की तब्दीलियों के बाइस दुनियाभर में गर्म मौसम के दौरानीये और शिद्दत में इज़ाफ़ा हुआ है। इस तहक़ीक़ के दौरान साईंसदानों ने 1991 से 2020 के डेटा की जांच पड़ताल करके ये ताय्युन किया कि हर मुल्क को सालभर में कितने गर्म दिनों का सामना हुआ। अगले मरहले (चरण) में उन्होंने मई 2023 से 15 मई 2024 के मौसम के डेटा का तजज़िया (विश्लेषण) करके ये तख़मीना (अंदाजा) लगाया कि 1991 से 2020 के मुक़ाबले में एक साल के दौरान गर्म दिनों की तादाद में कितना इज़ाफ़ा हुआ है। 
    उन्होंने मुख़्तलिफ़ तरीक़ों को इस्तिमाल करके ये जानने की कोशिश भी की कि मौसम को गर्म करने में मौसम में होने वाली तब्दीलियों का किरदार कितना है। नताइज से मालूम हुआ कि इन्सानों के बाइस आने वाली तब्दीलियों के बाइस दुनिया-भर में शदीद गर्म दिनों तादाद में औसतन 26 दिनों का इज़ाफ़ा हुआ है। वर्ल्ड वेदर एट्रीब्यूशन और क्लाईमेंट सेंट्रल की जानिब से तहक़ीक़ के नताइज जारी किए गए है जिसमें बताया गया कि गुजिश्ता 12 माह के दौरान 6.3 अरब अफ़राद या दुनिया की 80 फ़ीसद आबादी को कम अज़ कम 31 ज्यादा गर्म दिनों का सामना करना पड़ा है। इस अर्से में मजमूई तौर पर 76 हीट वेव्ज को 90 मुख़्तलिफ़ ममालिक में देखा गया। 
    गर्म मौसम से लातीनी अमरीका के 5 ममालिक सबसे ज़्यादा मुतास्सिर हुए। तहक़ीक़ में बताया गया कि ऐसा माना जाता है शदीद गर्मी से गुजिश्ता 12 माह के दौरान लाखों अफ़राद हलाक हुए मगर हक़ीक़ी तादाद करोड़ों में हो सकती है। 

मुल्कभर में गर्मी का क़हर, यूपी में 164 बिहार में 73 लोगों की अलमनाक मौत

नई दिल्ली : इस बार मुल्क में गर्मी तमाम रिकार्ड तोड़ने को बे-ताब नज़र आ रही है, हीट वेव इस क़दर शदीद है कि लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है। पूरा शुमाली हिन्दोस्तान शदीद गर्मी की लहर से दो-चार है, पहाड़ों पर भी गर्म हवाएं लोगों को परेशान कर रही हैं। सूरत-ए-हाल ये है कि इस बार गर्मी ना सिर्फ लोगों का पसीना निकाल रही है बल्कि लोगों की जान भी ले रही है।
    आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ इस बार गर्मी काफ़ी जान-लेवा साबित हो रही है । मुल्क की सबसे बड़ी रियासत उतर प्रदेश हो या बिहार, उड़ीसा हो या झारखंड, हर जगह लोग गर्मी से मर रहे हैं, हीट स्ट्रोक आम हो गया है। इसकी वजह से मुख़्तलिफ़ रियास्तों में कई लोगों की मौत हो रही है। 
    आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक इस साल गर्मी से अब तक उतर प्रदेश में 164, बिहार में 73, दिल्ली में 1, राजस्थान में 5, झारखंड में 7, उड़ीसा में 10, आंध्रप्रदेश में 2 और महाराष्ट्र में 12 लोगों की मौत गर्मी की वजह से हो गई है। नेशनल सेंटर फ़ार डिसीज कंट्रोल के मुताबिक़ 1 मार्च से अब तक मुल्क में गर्मी से 60 से ज़ाइद अफ़राद लुकमा-ए-अजल बन चुके हैं। इस वक़्त मुल्क में हीट स्ट्रोक के 16 हज़ार से ज़ाइद केसिज़ चल रहे हैं। 

बिहार : गर्मी का क़हर, इलेक्शन डयूटी में मसरूफ़ 5 अफ़राद की मौत

पटना : चिलचिलाती गर्मी में जहां सड़कें सुनसान होती जा रही हैं, वहीं स्कूलों में असातिज़ा (टीचर्स) को डयूटी पर लगाया जा रहा है। इस दौरान भोजपुर जिले से एक बड़ी ख़बर सामने आई है, जहां एक जून को वोटिंग के लिए डयूटी देने के इंतिज़ार में पाँच पोलिंग वर्कर की चिलचिलाती गर्मी में हीट स्ट्रोक की वजह से मौत हो गई। हलाक होने वालों में होमगार्ड का एक सिपाही भी शामिल है। पांचों के अलावा कई पोलिंग कारकुनों की हालत भी तशवीशनाक बताई जाती है। 
    गर्मी की लहर के बाइस लोग बेहोश हो कर गिर रहे हैं। भोजपूर के ज़िला मजिस्ट्रेट महेंद्र कुमार ने सदर अस्पताल पहुंचकर कारकुनों का हाल जानापहुंचे और पोलिंग कारकुनों को ज़ेर-ए-इलाज देख रहे हैं । मरने वालों में होमगार्ड जवान राजेश राम, धन राज मिश्रा, रवींद्र भूषण समेत कल पाँच अहलकार हलाक हुए । बताया जाता है कि राजेश राम जगदीश पूर में क़तार में खड़ा पर्ची लेने का इंतिज़ार कर रहा था । फिर अचानक वो बेहोश हो कर ज़मीन पर गिर पड़ा । उसे फ़ौरी तौर पर जगदीश पूर अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मुर्दा क़रार दे दिया । धन राज मिश्रा होमगार्ड का सिपाही था जो गोपालगंज का रहने वाला था । भोजपूर ज़िला के नाला मूड के रहने वाले रवींद्र भूषण की भैया में मौत हो गई । रवींद्र भूषण मुलाज़िम थे । एक जवान की लाश को फ़िलहाल अस्पताल में नामालूम के तौर पर रखा गया है, जब कि पांचवीं शख़्स की लाश को इस के रिश्तेदार ले गए हैं । वो आरा का रहने वाला था । घर वाले उसे पोस्टमार्टम किए बग़ैर घर ले गए । वाक़िया की इत्तिला मिलते ही डी ऐम महिन्द्र कुमार सदर अस्पताल पहुंचे और पूरे मुआमले की जानकारी ले रहे हैं

अच्छी ख़बर 

इन सबके बीच अच्छी खबर ये है कि मौसम महकमे ने जल्द ही दिल्ली, एनसीआर, हरियाणा, यूपी और राजिस्थान में बारिश के इमकानात जाहिर किए हैं। शुमाल मशरिक़ी (उत्तर-पूर्वी) रियास्तों में बारिश शुरू हो चुकी हैं और केराला में भी मानसून वक़्त पर पहुंच चुका है। 


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