जीकाअदा-1445 हिजरी
हदीस-ए-नबवी ﷺ
तुम कयामत के दिन सबसे बद तरीन उस शख्स को पाओगे जो दोगला है। यानि एक जगह कुछ कहता है और दूसरी जगह कुछ और।
- मिश्कवात शरीफ
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रियाद : आईएनएस, इंडिया
सऊदी वज़ारत-ए-दाख़िला ने कहा है कि मक्का-मुकर्रमा में गै़रक़ानूनी तौर पर दाखिल होने पर इतवार, 2 जून से पूरी तरह पाबंदी आइद कर दी गई है। ऐसा करता पाए जाने पर सजा दी जाएगी। सबक़ वेबसाइट के मुताबिक़ वज़ारत ने कहा है कि मज़कूरा (उक्त) तारीख़ के बाद जो शख़्स इजाज़त नामे के बग़ैर मक्का-मुकर्रमा या मुशाविर मुक़द्दसा में पकड़ा जाएगा उसे क़ानून के मुताबिक़ सज़ा दी जाएगी।
वज़ारत ने कहा है कि पकड़े जाने पर 10 हज़ार रियाल जुर्माना देना होगा और अगर पकड़े जाने वाला कोई ग़ैर मुल्की है तो उसे मुल्क से बेदखल कर उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। वज़ारत ने कहा है कि सज़ाओं का नफ़ाज़ दो जून से 20 जून तक होगा। वजारत ने कहा है कि इजाज़त नामे के बग़ैर आज़मीन को मक्का ले जाने वाले को 6 माह क़ैद और 50 हज़ार रियाल जुर्माना देना होगा और उसकी गाड़ी भी जब्त कर ली जाएगी। ख़िलाफ़वरज़ी करने वाला ग़ैर मुल्की हुआ तो उसे सज़ा की मुद्दत मुकम्मल करने के बाद मुल्क से बेदखल कर दिया जाएगा।
सरकारी न्यूज एजेंसी एसपीए के मुताबिक़ हरमैन में माज़ूर अफ़राद की व्हील चेयर के लिए ख़ुसूसी रास्ते बनाए गए हैं जबकि उनके बैठने के लिए मुक़ामात को भी मख़सूस किया गया है जहां आब-ए-ज़म ज़म और दीगर सहूलतें फ़राहम की गई हैं। माज़ूर अफ़राद की सहूलत के लिए मर्दो और ख़वातीन के लिए तीन, तीन मुक़ामात मुख़तस (रिजर्व) हैं जो मर्कज़ी दरवाज़ों के क़रीब हैं ताकि उन्हें आमद-ओ-रफ़त में किसी किस्म की दुशवारी का सामना ना करना पड़े। मस्जिद अल हरम में किंग फ़हद गेट के अलावा नंबर 91 और अलशबीका ब्रिज के पास गेट नंबर 68 के अलावा ग्राउंड फ़्लोर पर गेट नंबर 68 के साथ मुक़ामात मख़सूस किए गए हैं।
व्हील चेयर इस्तिमाल करने वाली ख़वातीन के लिए किंग फ़हद एक्सटेंशन के साथ गेट नंबर 88 और ग्राउंड फ़्लोर पर गेट नंबर 65 के अलावा सेहन मताफ़ के सामने एक मुसल्ली नंबर 15 मख़सूस किया गया है जहां व्हील चेयर वाली ख़वातीन वहां आराम से बैठ सकती हैं। इंतिज़ामीया की जानिब से माज़ूर अफ़राद की सहूलत के लिए 'तयम्मुम करने का ख़ुसूसी इंतिज़ाम भी किया गया है। मुअम्मर (बुजुर्ग) अफ़राद के लिए डिजीटल क़ुरआन-ए-करीम और नाबीना अफ़राद के लिए ब्रेल के नुस्खे़ के अलावा क़ुव्वत समाअत से महरूम अफ़राद के लिए इशारों की ज़बान में जुमा के ख़ुत्बे का ख़ुसूसी एहतिमाम किया गया है।
हज के दौरान कम्यूनीकेशन के लिए मुतर्जिम (ट्रांसलेटर) भी दस्तयाब होंगे। 595 से ज़्यादा रज़ाकार मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर एंबूलेंस सर्विसिज़ के साथ सऊदी हिलाल अह्मर की मदद करेंगे जबकि आज़मीन-ए-हज्ज को उनकी सेहत के हवाले से ज़रूरी एहतियाती तदाबीर से आगाह किया जाएगा। रीजनल डायरेक्टर डाक्टर ममदूह अलरवेली ने बताया कि आज़मीन-ए-हज्ज की रहनुमाई और उन्हें सहूलतों की फ़राहमी के लिए 14 एमरजेंसी सेंटर क़ायम किए गए हैं जहां 18 इमदादी यूनिट्स मुख़्तलिफ़ प्वाईंटस पर मौजूद हैं।
वज़ारत ने कहा है कि पकड़े जाने पर 10 हज़ार रियाल जुर्माना देना होगा और अगर पकड़े जाने वाला कोई ग़ैर मुल्की है तो उसे मुल्क से बेदखल कर उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। वज़ारत ने कहा है कि सज़ाओं का नफ़ाज़ दो जून से 20 जून तक होगा। वजारत ने कहा है कि इजाज़त नामे के बग़ैर आज़मीन को मक्का ले जाने वाले को 6 माह क़ैद और 50 हज़ार रियाल जुर्माना देना होगा और उसकी गाड़ी भी जब्त कर ली जाएगी। ख़िलाफ़वरज़ी करने वाला ग़ैर मुल्की हुआ तो उसे सज़ा की मुद्दत मुकम्मल करने के बाद मुल्क से बेदखल कर दिया जाएगा।
मस्जिद अल हरम में कहां हैं, माज़ूर ज़ाइरीन के लिए ख़ुसूसी रास्ते और मुक़ामात
रियाद : इदारा उमूर हरमैन शरीफ़ैन में माज़ूर (अपाहिज) ज़ाइरीन की रहनुमाई के लिए ख़ुसूसी इंतिज़ामात किए गए हैं। हरमैन के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर मुतअद्दिद (कई) मुक़ामात माज़ूर अफ़राद के लिए मख़सूस हैं ताकि उन्हें किसी किस्म का दिक़्क़त-ओ-परेशानी का सामना ना करना पड़े।सरकारी न्यूज एजेंसी एसपीए के मुताबिक़ हरमैन में माज़ूर अफ़राद की व्हील चेयर के लिए ख़ुसूसी रास्ते बनाए गए हैं जबकि उनके बैठने के लिए मुक़ामात को भी मख़सूस किया गया है जहां आब-ए-ज़म ज़म और दीगर सहूलतें फ़राहम की गई हैं। माज़ूर अफ़राद की सहूलत के लिए मर्दो और ख़वातीन के लिए तीन, तीन मुक़ामात मुख़तस (रिजर्व) हैं जो मर्कज़ी दरवाज़ों के क़रीब हैं ताकि उन्हें आमद-ओ-रफ़त में किसी किस्म की दुशवारी का सामना ना करना पड़े। मस्जिद अल हरम में किंग फ़हद गेट के अलावा नंबर 91 और अलशबीका ब्रिज के पास गेट नंबर 68 के अलावा ग्राउंड फ़्लोर पर गेट नंबर 68 के साथ मुक़ामात मख़सूस किए गए हैं।
व्हील चेयर इस्तिमाल करने वाली ख़वातीन के लिए किंग फ़हद एक्सटेंशन के साथ गेट नंबर 88 और ग्राउंड फ़्लोर पर गेट नंबर 65 के अलावा सेहन मताफ़ के सामने एक मुसल्ली नंबर 15 मख़सूस किया गया है जहां व्हील चेयर वाली ख़वातीन वहां आराम से बैठ सकती हैं। इंतिज़ामीया की जानिब से माज़ूर अफ़राद की सहूलत के लिए 'तयम्मुम करने का ख़ुसूसी इंतिज़ाम भी किया गया है। मुअम्मर (बुजुर्ग) अफ़राद के लिए डिजीटल क़ुरआन-ए-करीम और नाबीना अफ़राद के लिए ब्रेल के नुस्खे़ के अलावा क़ुव्वत समाअत से महरूम अफ़राद के लिए इशारों की ज़बान में जुमा के ख़ुत्बे का ख़ुसूसी एहतिमाम किया गया है।
सऊदी हिलाल अह्मर ने हज सीज़न के लिए ढाई हज़ार से ज़्यादा अमले को किया तैनात
सऊदी हिलाल अह्मर अथार्टी ने हज सीज़न 2024 के लिए तक़रीबन 100 एम्बूलेंस सेंटर में दो हज़ार 540 मेडिकल प्रोफेशनल्ज, एंबूलेंस टेक्नीशंस और इंतिज़ामी अमले को तायिनात किया है। गौरतलब है कि सऊदी हिलाल अह्मर ने अपनी एंबूलेंस फ़्लैट का एक नुमायां हिस्सा हज मिशन के लिए वक़्फ़ किया हुआ है। इसमें 320 एंबूलेंस, 23 एडवान्स रेस्पांस व्हीकल्ज, 7 एयर एम्बूलेंस, गोलफ़ कार्टस, इलेक्ट्रिक स्कूटर और इज़ाफ़ी सर्विस व्हीकलज़ शामिल हैं।हज के दौरान कम्यूनीकेशन के लिए मुतर्जिम (ट्रांसलेटर) भी दस्तयाब होंगे। 595 से ज़्यादा रज़ाकार मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर एंबूलेंस सर्विसिज़ के साथ सऊदी हिलाल अह्मर की मदद करेंगे जबकि आज़मीन-ए-हज्ज को उनकी सेहत के हवाले से ज़रूरी एहतियाती तदाबीर से आगाह किया जाएगा। रीजनल डायरेक्टर डाक्टर ममदूह अलरवेली ने बताया कि आज़मीन-ए-हज्ज की रहनुमाई और उन्हें सहूलतों की फ़राहमी के लिए 14 एमरजेंसी सेंटर क़ायम किए गए हैं जहां 18 इमदादी यूनिट्स मुख़्तलिफ़ प्वाईंटस पर मौजूद हैं।