ख़ूँख़ार कुत्तों की दहशत, तुरकिया के दो इलाकों में क्वारेंटाईन जैसे हालात (अजब गजब)

जिल हज्ज-1445 हिजरी

हदीस-ए-नबवी ﷺ

क्या मैं तु'म्हें जहन्नुमी लोगों के बारे में ना बताऊं, आप ﷺ ने फरमाया-हर सख्त मिजाज़, बद अखलाक और तकब्बुर करने वाला जहन्नुमी है।

- सहीह बुख़ारी

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इस्तांबूल : आईएनएस, इंडिया 

तुरकिया में सेहत के हुक्काम ने शाम की सरहद पर मुल्क के जुनूब में वाके रियासत के दो रिहायशी इलाक़ों में क्वारेंटीन नाफ़िज़ कर दिया है। तुर्क मीडीया ने रियासत में सेहत के ज़राइआ के हवाले से इत्तिला दी है कि दो रिहायशी महलों की गलियों में रीबीज़ से मुतास्सिरा दो कुत्ते देखे गए हैं। 
    चार बरस कब्ल कोरोना वबा फैलने के बाद पहली मर्तबा ऐसा हुआ है कि हुक्काम ने इस नौईयत का क्वारेंटाईन नाफ़िज़ किया है। तुरकिया के महकमा-ए-सेहत के हुक्काम का ये फ़ैसला उस वक़्त सामने आया है जब रियासत में दो कुत्तों ने 4 शहरियों को काट लिया और इलाक़े के मकीनों में ख़ौफ़-ओ-हिरास फैल गया था। 
    हुक्काम इन दोनों कुत्तों को पकड़ कर उनके ज़रूरी टेस्ट कराए जिसमें वाज़िह हुआ कि ये कुत्ते दरअसल रेबीज में मुबतला थे। सेहत के हुक्काम ने क्वारेंटीन को एहतियाती तदाबीर के तौर पर बीमारी के फैलाव को रोकने और इस पर क़ाबू पाने के लिए नाफ़िज़ किया है। 
    वाज़िह रहे कि तुरकिया में आवारा कुत्तों का मसला एक बार फिर उस वक़्त सामने आया, जब तुर्क सदर रजब तुय्यब ने गुजिश्ता मई के आग़ाज़ में इस मसले के बारे में अपनी तशवीश का ऐलान किया। गुजिश्ता मौसम-ए-सरमा में फ़िल्माए गए वीडीयो क्लिप्स में राहगीरों को कुत्तों के काटने का शिकार होते हुए दिखाया गया था। रिपोर्टस के मुताबिक़ तुरकिया में आवारा कुत्तों की तादाद तक़रीबन 40 लाख हो गई है। वज़ीर-ए-ज़राअत समेत सरकारी हुक्काम ने तक़रीबन दो साल कब्ल बताया था कि आवारा कुत्तों की तादाद तक़रीबन 10 मिलियन है।

मिस्र में आटे की क़ीमत में 300 फ़ीसद इज़ाफ़ा



क़ाहिरा : मिस्र में आटे की क़ीमत में एक जून से 300 फ़ीसद इज़ाफ़ा किया जा रहा है। इसके साथ ही एक रोटी जो पहले पांच क्रश से बढ़कर बीस कृश हो जाएगी। इस फ़ैसले पर अवाम का रद्द-ए-अमल सामने आया है। 
    मिस्री वज़ीर-ए-आज़म मुस्तफ़ा मदबोली ने बुध को रोटी पर दी जाने वाली सब्सिडी ख़त्म करने का ऐलान किया है। मिस्र में हैश टैग सब्सिडी वाली रोटी टाप ट्रेंड कर रही है। ख़बर के मुताबिक़ मिस्री वज़ीर-ए-आज़म का कहना है कि एक जून 2024 से रोटी की क़ीमत 20 कृश की जा रही है। याद रहे कि मिस्री हुकूमत रोटी पर सब्सिडी देती है। मिस्री वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि हुकूमत एक रोटी पर 1.25 मिस्री पौंड की सबसिडी देती है। इस वक़्त एक रोटी की क़ीमत 5 कृश है। हुकूमत को सालाना 120 अरब मिस्री पौंड रोटी पर सब्सिडी की मद में अदा करने पड़ते हैं जबकि यौमिया (रोजाना) 100 अरब रोटी तैयार होती है। 
    उन्होंने कहा कि हुकूमत की जानिब से ज़रूरतमंद ख़ानदानों को नक़द मुआवनत जारी करने के मन्सूबा पर ग़ौर कर रही है ताकि रोटी की इज़ाफ़ी क़ीमत से वो मुतास्सिर ना हों। उनका कहना था कि गुजिश्ता 30 बरस से रोटी की क़ीमतों में कोई इज़ाफ़ा नहीं किया गया था। रोटी की क़ीमत में इज़ाफे़ पर अवाम में सख़्त रद्द-ए-अमल है। लोगों का कहना था और किस-किस चीज़ की क़ीमतों में इज़ाफ़ा करना बाक़ी रह गया है, ग़रीबों पर ज़िंदगी क्यों तंग की जा रही है।


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