Top News

गर्मी से झुलस रहा नागपुर, टेंप्रेचर 56 डिग्री, दिल्ली में 52 डिग्री

जीकाअदा-1445 हिजरी

हदीस-ए-नबवी ﷺ

 तुम कयामत के दिन सबसे बद तरीन उस शख्स को पाओगे जो दोगला है। यानि एक जगह कुछ कहता है और दूसरी जगह कुछ और।

- मिश्कवात शरीफ

-----------------------------------


✅ नागपुर : आईएनएस, इंडिया 

मुल्क के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में शदीद गर्मी अब जानलेवा शक्ल इख़तियार कर चुकी है। दर्जा हरारत रोज़ाना नए रिकार्ड बना रहा है। दो दिन कब्ल दिल्ली के मंगेशपुरी में दर्जा हरारत 52.9 रिकार्ड किया गया था, जिससे पूरे मुल्क में ख़ौफ़ फैल गया था। इधर अब महाराष्ट्र के नागपुर से इससे भी भयानक ख़बर आई है। 
    महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी नागपुर में जुमेरात 30 मई को दर्जा हरारत 56 डिग्री सेल्सियत तक रिकार्ड किया गया। इस शदीद गर्मी से नागपुर के लोग झुलस कर रह गए। ग़ैर मुतवक़्क़े तौर पर बढ़ने वाले इस दर्जा हरारत से नागपुर तंदूर में तबदील हो गया है। लोग गर्मी से परेशान हैं और समझ नहीं पा रहे कि आख़िर इतनी गर्मी क्यों और कैसे बढ़ गई। दर्जा हरारत के इस इज़ाफे़ से हिन्दोस्तान का महकमा-ए-मौसीमीयत (आईएमडी) भी मुतफ़क्किर हो गया है। 
    दिल्ली के मंगेशपुरी में दर्जा हरारत के 52.9 डिग्री तक पहुंचने पर आईएमडी ने जांच का हुक्म दिया था। अब नागपुर में भी इसकी जांच की जा रही है कि दर्जा हरारत की पैमाइश में कहीं कोई ग़लती तो नहीं हुई है, 'टाइम्स आफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़ नागपुर में आईएमडी के क़ायम करदा चार ख़ुदकार मौसमी स्टेशनों में से दो ने ग़ैरमामूली तौर पर 50 डिग्री सेल्सियस से ज़्यादा दर्जा हरारत का रिकार्ड दिखाया, जो दिल्ली के रिकार्ड से ज़्यादा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नागपुर के शुमाली अम्बाझश्रभ्रोड से दूर रामदास पेठ पीडीकेवी के 24 हेक्टर खिले खेत के दरमयान नसब नागपुर एडब्लयूएस ने 56 डिग्री सेल्सियस दर्जा हरारत रिकार्ड किया है। इसके अलावा सोनेगाओं के इलाक़ाई मौसमियाती मर्कज़ में दर्जा हरारत 54 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। 
    वृद्धा रोड के क़रीब खपरी में सेंटर्ल कॉटन रिसर्च इंस्टीटियूट के खेतों में वाके तीसरे मौसमी स्टेशन में दर्जा हरारत 44 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ ,जबकि रामटेक एडब्लयूएस में कम से कम 44 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। वाजेह रहे कि गुजिश्ता दो हफ़्तों से वसती हिन्दोस्तान, शुमाली हिन्दोस्तान और मशरिक़ी हिन्दोस्तान में शदीद गर्मी पड़ रही है। रेमल साईकलोन की आमद और केराला में मानसून की मुक़र्ररा वक़्त से तीन दिन कब्ल आमद के बाद आईएमडी ने एक दिन पहले कहा था कि अब दर्जा हरारत में बतदरीज (क्रमश:) कमी आएगी और मानसून के आगे बढ़ने के साथ ही लोगों को राहत मिलेगी। लेकिन नागपुर में बढ़ते दर्जा हरारत ने मुक़ामी लोगों को परेशान करने के साथ ही बेचैन भी कर दिया है। हालाँकि कल दिल्ली का ज़्यादा से ज़्यादा हरारत 45 डिग्री के आस-पास रिकार्ड किया गया जो आईएमडी की पीशीनगोई के मुताबिक़ है

हिन्दोस्तान का पानी का स्टाक खत्म, रिपोर्ट से तशवीश की लहर

नई दिल्ली : हिन्दोस्तान की कई रियास्तों में इस वक़्त शदीद गर्मी पड़ रही है। इस गर्मी ने आबी जखाइर (जल भंडार) को भी खुश्क कर दिया है जिससे लोगों के लिए पीने के पानी का मसला पैदा हो गया है। इस दरमियान सेंटर्ल वाटर कमीशन (सीडब्लयूसी) की एक ताज़ा रिपोर्ट ने फ़िक्र की लहर पैदा कर दी है। 
    रिपोर्ट के मुताबिक़ मुल्क के 150 अहम आबी ज़ख़ाइर में पानी घट कर महज 23 फ़ीसद रह गया है। गुजिश्ता साल इस वक़्त के मुक़ाबले ये 77 फ़ीसद कम है। दरअसल मुल्क के आबी ज़ख़ाइर में पानी तेज़ी के साथ कम हो रहा है। इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि गुजिश्ता हफ़्ता ही आबी ज़ख़ाइर में पानी का स्टोरेज 24 फ़ीसद था, जो एक हफ़्ते में ही एक फ़ीसद घट गया। 
    सीडब्लयूसी ने अपने हफ़तावारी बुलेटिन में जुमा के रोज़ जो बातें सामने रखी है, उसने तशवीश (फिक्र) पैदा कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक़ मुलक के आबी ज़ख़ाइर में इस वक़्त 41.705 अरब क्यूबिक मीटर पानी का लाईव स्टोरेज है जो मजमूई सलाहीयत का सिर्फ 23 फ़ीसद है। रिपोर्ट में बताया गया है कि गुजिश्ता साल इस वक़्त मुल्क के अहम आबी ज़ख़ाइर में 53.832 अरब क्यूबिक मीटर पानी था। इस साल गुजिश्ता साल के मुक़ाबले सिर्फ 77 फ़ीसद पानी आबी ज़ख़ाइर में है। सीडब्लयूसी के ज़रीया मुल्क के जिन अहम आबी ज़ख़ाइर की निगरानी की जाती है, उनमें मजमूई आबी ज़ख़ीरा सलाहीयत 178.784 अरब क्यूबिक मीटर है, जो मुल्क में मजमूई आबी ज़ख़ीरा की सलाहीयत का 69.35 फ़ीसद है।

👇👇👇

For the latest updates of islam

Please क्लिक to join our whatsapp group & Whatsappchannel



Post a Comment

if you have any suggetion, please write me

और नया पुराने