बर्न यूनिट में सजी कविता-गीतों की महफिल, मरीज भी मुस्काए

Reeta

डाक्टर-मरीज के बीच आपसी सौहार्द को बढ़ाने अनूठी पहल
कविताएं सुन भावुक हुए लोग

बर्न यूनिट में सजी कविता-गीतों की महफिल, मरीज भी मुस्काए

✅ नई तहरीक : भिलाई

Kunj Lata
भिलाई स्टील प्लांट के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र सेक्टर-9 के एडवांस बर्न केयर विभाग में एक मई को अनूठा आयोजन हुआ। पहली बार मरीज-परिजन और डॉक्टर तथा सभी स्टाफ एक साथ बैठे। मरीजों के परिजनों में शामिल प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी रचनाएं सुनाई वहीं मरीजों ने भी दर्द भूल कर आभार स्वरूप अपनी रचनाओं का पाठ किया। मुख्य अतिथि सीएमओ इंचार्ज डॉक्टर एम रविंद्रनाथ तथा विशिष्ट अतिथि सीएमओ डॉ विनीता द्विवेदी और डॉक्टर कौशलेंद्र ठाकुर थे। आमंत्रित अतिथ मरीज के परिजन कवि वरिष्ठ साहित्यकार रवि श्रीवास्तव और लक्ष्मी नारायण कुंभकार थे। स्वागत उद्बोधन विभाग प्रमुख डॉ उदय कुमार ने दिया। उन्होंने कहा  कि आयोजन का मकसद चिकित्सा समुदाय और मरीज तथा परिजनों के बीच आपसी सौहार्द   बढ़ाना और मनोरंजन के साथ एक-दूसरे को धन्यवाद देना है।
    मुख्य   अतिथि डा. रवींद्रनाथ एम. ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि यहां   लोग दर्द लेकर आते हैं और मुस्कान लेकर जाते हैं। जिसमें हमारे समूचे   मेडिकल स्टाफ की भूमिका सराहनीय रहती है। उन्होंने कहा कि मरीजों के   आत्मविश्वास तथा परिजनों के साथ को बढ़ाने इस तरह की पहल सहायक   सिद्ध होगी।
L.N. Kumbhkar
    डॉ उदय कुमार ने इस दौरान बर्न विभाग की टीम की कार्य कुशलता और मरीजों की देखभाल पर अपनी कविताएं पेश की। प्रतिष्ठित साहित्यकार रवि श्रीवास्तव ने अपनी कुछ व्यंग्य रचनाएं सुनाई, जिससे वहां मौजूद मरीजों के चेहरे पर मुस्कान तैर गई। रवि श्रीवास्तव ने मां पर आधारित रचना सुनाई, जिसे सुनकर लोग भावुक हो गए। कवि लक्ष्मी नारायण कुंभकार ने डॉक्टर को भगवान का दर्जा देते हुए कुछ कविताएं सुनाई और छत्तीसगढ़ी में काव्य पाठ कर   सबका दिल जीत लिया। 
बर्न विभाग की नर्सिंग स्टाफ राजेश्वरी तथा सुनीता   साहू ने भी काव्य पाठ कर सबको भावविभोर कर दिया। सीएमओ डॉक्टर   कौशलेंद्र ठाकुर और डॉक्टर विनिता द्विवेदी ने आयोजन को आपसी सौहार्द   और मरीजों का मनोबल बढ़ाने में सहायक बताया। संचालन नर्सिंग स्टाफ   रश्मि मसीह ने व आभार व्यक्त डॉक्टर अनिरुद्ध मेने ने किया। उन्होंने   अपनी सुरीली आवाज से समां बांध दिया। उन्होंने अभी ना जाओ छोड़ कर कि दिल अभी भरा नहीं, सुना कर सभी को भावुक कर दिया।

 
Ravi Srivastava
नई जिंदगी पाकर छलकी कुंजलता-रीता की आंखें, लोगों ने   बढ़ाया हौसला

 आयोजन में अपनी रचनाएं सुनाते वक्त बालाघाट से यहां आकर नया   जीवन पाने वाली मरीज कुंज लता वैद्य और स्थानीय मरीज रीता दीक्षित   की आंखें छलक उठी। कुंज लता 50 प्रतिशत जली हालत में आई थीं।   उन्हें अन्य अस्पतालों ने इलाज से मना कर दिया था। तब गंभीर हालत में 12 अप्रैल को वे सेक्टर-9 हास्पिटल पहुंची जहां उनका इलाज शुरू हुआ। यहां वे तेजी से ठीक हो रही है। इस दौरान जब छलकती आंखों के साथ कुंजलता ने अपनी रचनाएं सुनाना शुरू की तो   उपस्थित लोगों ने खूब सराहा और उनकी हौसला अफजाई की। इसी तरह     स्थानीय मरीज रीता दीक्षित नवरात्रि के दौरान लगभग 40 प्रतिशत जल गई   थी। उन्होंने हादसे का ब्यौरा देते हुए एक गीत सुनाया और सेक्टर-9 अस्पताल में मिले सहानुभूति पूर्ण रवैये और पारिवारिक माहौल में बेहतर   इलाज के लिए डॉक्टरों और स्टाफ का शुक्रिया अदा किया।

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