सऊदी अरब में बढ़ेगी गर्मी, टेंप्रेचर 50 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंचने का इमकान

जीकाअदा-1445 हिजरी

मस्जिद की तरफ कदम बढ़ाने का सवाब

हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रदि अल्लाहु अन्हु से रवायत है कि रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमाया, जो शख्स जमात के लिए मस्जिद की तरफ चले तो उसक एक कदम एक गुनाह को मिटाता है और दूसरा कदम उसके लिए एक नेकी लिखता है। जाने में भी और वापस लौटने में भी। 

- अहमद तबरानी

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✅ रियाद : आईएनएस, इंडिया 

    सऊदी अरब के क़ौमी मर्कज़ बराए मौसमियात का कहना है कि मुल्कभर में सनीचर से बाक़ायदा मौसिम-ए-गर्मा का आग़ाज़ हो जाएगा। इसके साथ ही एहतियाती हिदायात जारी करते हुए एहतियाती तदाबीर के बारे में मुताल्लिक़ा (संबंधित) इदारों को भी मतला (सूचित) कर दिया गया है। दर्जा हरारत में इज़ाफे़ के बाइस शदीद धूप में कारकुनों से काम ना लेने कहा गया है। 
    क़ौमी मर्कज़ के तर्जुमान हुसैन अलकहतानी ने कहा कि एक जून से मौसिम-ए-गर्मा का बाक़ायदा आग़ाज़ हो जाएगा जिसमें गर्मी में इज़ाफ़ा होगा जबकि पहाड़ी मुक़ामात पर बारिश का भी इमकान है। तर्जुमान ने कहा कि मौसमियाती मर्कज़ की जानिब से दर्जा हरारत को रिकार्ड करने और मौसम के बारे में बरवक़्त इत्तिला फ़राहम करने के लिए जदीद आलात से आरास्ता लैबोरेटरीज की सहूलत फ़राहम की गई है जो मस्नूई सय्यारों के ज़रीये मौसमी हालात की रिपोर्टस इरसाल करते हैं। इसके अलावा मुतहर्रिक यूनिट्स भी मुख़्तलिफ़ शहरों और मुक़ामात पर मौजूद हैं जो दर्जा हरारत के बारे में फ़ौरी रिपोर्टस इरसाल करते हैं। 
    सबक़ न्यूज़ के मुताबिक़ सऊदी मौसमियाती कमेटी के रुकन अली मशहूर का कहना है इस साल ममलकत के वसती (मध्य) और मशरिक़ी (पूर्वी) इलाक़े में दर्जा हरारत 48 से 50 डिग्री सेल्सियत तक पहुंचने का इमकान है।

आज़मीन-ए-हज्ज के लिए दो नए पैकेज, क्या होगी सहूलतें 

    सऊदी वज़ारत हज वामरा ने दाख़िली आज़मीन के लिए दो नए पैकेज मुतआरिफ़ कराए हैं। सबक़ न्यूज़ के मुताबिक़ हज सीज़न 2024 के लिए सऊदी शहरियों और ममलकत में मुक़ीम ग़ैरमुल्कियों के लिए मुतआरिफ़ कराए गए अलविदा पैकेज के तहत जाने वालों को एयर कंडीशंड बस सर्विस फ़राहम की जाएगी। इसी तरह मीना में रिहायशी सहूलत होगी जहां फास्ट फूड के अलावा उम्दा खाने के लिए बुफे का इंतिज़ाम रहेगा जबकि मैदान अर्फ़ात में क़ियाम के लिए बेहतरीन रिहायश और मीना में रात गुज़ारने के लिए अच्छी जगह फ़राहम की जाएगी। 
    दूसरा मुतआरिफ़ कराया जाने वाला पैकेज इकानामी है, जिसमें रिहायश मक्का मुकर्रमा में फर्निश्ड अपार्टमंट्स में रिहायश फ़राहम की जाएगी। मीना में रिहायश की सहूलत नहीं होगी, जबकि ट्रांसपोर्ट की क़ीमत मंज़िल के हिसाब से तै की जाएँगी। वज़ारत हज का कहना है 'दाख़िली आज़मीन-ए-हज्ज पैकेजज़ के हुसूल और तफ़सीलात वज़ारत की वेबसाइट छङ्मूं’ँं्न.ँं्न.ॅङ्म५.२ं से हासिल की जा सकती हैं। याद रहे कि वज़ारत हज व उमरा ने इससे क़बल दाख़िली आज़मीन-ए-हज्ज के लिए चार पैकेजज़ मुतआरिफ़ कराए थे। दाख़िली आज़मीन-ए-हज्ज के लिए सबसे सस्ता पैकेज 4099.75 रियाल, दूसरा हज पैकेज 8092.55 रियाल, तीसरा पैकेज 10366.10 रियाल था जबकि चौथा और आख़िरी हज पैकेज 13265.25 रियाल है, जिसमें जमरात पुल के क़रीब मीना टावर में रिहायश शामिल
है।

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