40 साल से अपनी बीवी के साथ कश्ती में रहने वाले शौहर ने कहा, बाहर निकले तो मछली की तरह तड़प कर मर जाएंगे (अजब-गजब)

शव्वाल -1445 हिजरी

दूसरों के ऐबों को जाहिर न करो 

'' हजरत उक्बा बिन आमिर रदि अल्लाहो अन्हु से रवायत है कि जनाब रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमाया, जो शख्स किसी का काई ऐब देखे और फिर उसे छुपा ले, यानी दूसरों पर उसके जाहिर न करे तो सवाब में ऐसा होगा, जैसे किसी ने जिंदा दफन हुए किसी की जान बचा ली और कब्र से उसको जिंदा निकाल लाया।''  
- तिर्मिजी शरीफ

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चालीस साल से कश्ती में रह रहे पत्ति-पत्नी

उमरा पर जाने की जताई ख्वाहिश

✅ क़ाहिरा : आईएनएस, इंडिया 

एक मिस्री माहीगीर (मछुआरा) अपनी अहलिया के हमराह 40 साल से दरिया-ए-नील के वस्त (बीच) में लकड़ी की एक छोटी कश्ती में ज़िंदगी गुज़ार रहा है। मिस्री माहीगीर अब्बू इसाम का कहना है कि वो और उसकी अहलिया सिर्फ़ ज़रूरत के तहत ही दरिया को छोड़ते हैं। अगर ज़रूरत से ज़्यादा वक्त तक दरिया से बाहर रहे तो मछलीयों की तरह मर जाएंगे। दरिया के बीच में रहना अब उन्हें अच्छा लगता है। 
    माहीगीर अब्बू इसाम ने बताया कि वो ज़िंदगी के चालीस साल दरिया-ए-नील में इस कश्ती के अंदर गुज़ार चुके हैं। अब्बू इसाम की अहलिया का कहना था वो अच्छे और बुरे दिनों में अपने शौहर के साथ हैं। उन्हें दरिया में ज़िंदगी गुज़ारते, सोते और खाना तैयार करते हुए अच्छा लगता है। मिस्री मीडीया से गुफ़्तगु करते हुए अब्बू इसाम का कहना था वो या उनकी अहलिया दरिया से मछलियाँ पकड़ कर सिर्फ उन्हीं को बेचने के लिए ख़ुशकी पर जाते हैं। अब्बू इसाम की अहलिया ने बताया कि उन्हें दरिया की ज़िंदगी अज़ीज़ है और अब इस हवाले से मसला नहीं होता। जब उनसे उनकी किसी ख़ाहिश के बारे में मालूम किया गया तो उन्होंने उमरा करने की ख़ाहिश का इज़हार किया।

न्यूयार्क में चूहों की बढ़ती तादाद ने बढ़ाई परेशानी, लोग दहशत में

न्यूयार्क : अमरीकी शहर न्यूयार्क में चूहों की बढ़ती तादाद को कम करने के लिए बर्थ कंट्रोल जैसे कम तकलीफ़-दह तरीक़ों पर ग़ौर कर रहे हैं। जुमेरात को शहर के एक चिड़ियाघर में एक उल्लु के चूहों के ज़हर से मरने की तसदीक़ के बाद शहरी हुकूमत की जानिब से चूहों को बर्थ कंट्रोल की गोलीयां देने पर गौर किया जा रहा है। 
    सिटी काउंसिल के रुक्न शाओन एबरीव ने जुमेरात को जारी एक बयान में कहा कि शहर में लाखों की तादाद में चूहे पैदा हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इबतिदाई प्रोग्राम के तहत चूहों पर क़ाबू पाने के लिए बर्थ कंट्रोल जैसे तरीक़ों को आज़माया जाएगा। इससे कब्ल ख़तरनाक कैमीकल्ज़ और मुख़्तलिफ़ किस्म के ज़हर को चूहों पर क़ाबू पाने के लिए इस्तिमाल किया जा चुका है। उनका कहना है कि दूसरे तरीक़ों के मुक़ाबले में बर्थ कंट्रोल का तरीका-ए-कार बेहतर है। 
    अख़बार की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ कोंटरा पेस्ट नामी बर्थ कंट्रोल की ये गोली चूहों की ग़िज़ा में डाल कर ऐसी जगहों पर फेंकी जाएँगी जहां उनकी ज़्यादा तादाद पाई जाती है। इससे कब्ल भी न्यूयार्क में चूहों को ख़त्म करने के लिए मुख़्तलिफ़ तरीक़े आज़माऐ जा चुके हैं। न्यूयार्क के मेयर एरिक ऐडम्ज़ ने गुजिश्ता बरस चूहों को कंट्रोल करने के लिए एक ख़ुसूसी अफ़्सर भी मुतय्यन किया था। जबकि गुजिश्ता बरस, चूहों की ग़िज़ा तक रसाई रोकने के लिए न्यूयार्क शहर ने एक क़ानून नाफ़िज़ किया था कि तमाम कारोबार अपना कचरा बॉक्स की शक्ल में फेंकेगे। चूहों के कंट्रोल पर काम करने वाले रशाद ऐडवर्ड का कहना है कि चूहे इस मुआमले में बहुत सख़्त-जान हैं। बाक़ौल उनके वो बहुत समझदार हैं और इन्सानों को भी इस मुआमले में समझदार होना पड़ेगा। बाक़ौल उनके चूहों को ख़त्म करना मुम्किन नहीं, बल्कि उनकी आबादी पर मुनासिब कंट्रोल किया जा सकता 


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