हदीसे नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लमतकदीर का लिखा टलता नहीं
'' हजरत अबु हुरैरह रदि अल्लाहो अन्हुमा ने फरमाया-अपने नफे की चीज को कोशिश से हासिल कर और अल्लाह ताअला से मदद चाह, और हिम्मत मत हार और अगर तुझ पर कोई वक्त पड़ जाए तो यूं मत कह कि अगर मैं यूं करता तो ऐसा हो जाता, ऐसे वक्त में यूं कह कि अल्लाह ताअला ने यही मुकद्दर फरमाया था और जो उसके मंजूर हुआ, उसने वहीं किया। '' ---------------------------------------File Photo
लाहौर में अरबी कैलोग्राफी वाला लिबास पहनने पर हुजूम ने एक ख़ातून पर तौहीन मज़हब का इल्ज़ाम लगाया है। पुलिस ने मुश्तइल हुजूम (उत्तेजित भीड़) से बचाते हुए ख़ातून को महफ़ूज़ मुक़ाम पर मुंतक़िल कर दिया।
वाक़िया सूबा पंजाब के सुबाई दार-उल-हकूमत लाहौर के कारोबारी इलाक़े अच्छरा में पेश आया। पुलिस के मुताबिक़ अच्छरा के इलाके में दोपहर को एक ख़ातून अपने शौहर के हमराह होटल पहुंची। उसके लिबास पर अरबी हरूफ़-ए-तहज्जी में कुछ लिखा हुआ था जिस पर लोग ने सख़्त नापसंदीदगी का इज़हार किया और ख़ातून से फ़ौरी तौर पर लिबास को तबदील करने का मुतालिबा किया। पुलिस ने वाक़िया की मज़ीद तफ़सील में बताया कि होटल के मालिक ने लोगों के हुजूम को इकट्ठा होते देख मुआमले की हसासीयत (संवेदनशीलता) के बाइस पुलिस को इत्तिला दी, जिस पर एसएचओ अच्छरा मौक़ा पर पहुंच गए और ख़ातून को फ़ौरी तौर पर पुलिस थाने अच्छरा मुंतक़िल कर दिया।
एएसपी गुलबर्ग सय्यदा शबाना नक़वी की जानिब से वाक़िया से मुताल्लिक़ एक वीडीयो बयान में कहा गया कि वाक़िया इतवार की दोपहर पेश आया। खातून को थाने पहुंचाए जाने के बाद लोगों की तादाद अच्छरा थाने के बाहर जमा होना शुरू हो गई और ख़ातून के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई का मुतालिबा करने लगी। मुआमले की हसासीयत को देखते हुए एएसपी सयदा शबाना ख़ुद मौक़ा पर पहुंच गई। उनके मुताबिक़ पुलिस ने फ़ौरी तौर पर ख़ातून को एक नामालूम महफ़ूज़ मुक़ाम पर मुंतक़िल कर दिया।
खातून ने मांगी माफी
ख़ातून ने बयान दिया कि उन्होंने जो कपड़े पहने हुए हैं, उसके डिज़ाइन में अरबी में कुछ हुरूफ़ लिखे हैं जिससे अगर लोगों की दिल आज़ारी हुई है तो वो माफ़ी माँगती हैं। पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक़ ख़ातून का कहना था कि अरबी डिज़ाइन वाले कपड़े पहनने का मक़सद हरगिज़ किसी की दिल आजारी नहीं है। लाहौर में महज डिज़ाइन की ग़लतफ़हमी के सबब वाक़िया को गुस्ताख़ी-ए-मज़हब का रंग देने पर चेयरमैन पाकिस्तान उल्मा काउंसिल ताहिर महमूद अशर्फ़ी ने कहा है कि एक ख़ातून के लिबास पर अरबी तहरीर के सबब उसको हिरासाँ करने पर वो उसकी शदीद मुज़म्मत करते हैं। सोशल साईट्स पर ताहिर महमूद अशर्फ़ी की जानिब से जारी बयान में कहा गया है कि वो अफ़राद भी मुतास्सिरा ख़ातून से माफ़ी मांगें जिन्होंने उसे ग़लतफ़हमी की बुनियाद पर हिरासाँ किया।मज़कूरा (उक्त) वाक़िया सोशल मीडिया पर मौज़ू-ए-गुफ़्तुगू बना हुआ है जिसकी लोग शदीद अलफ़ाज़ में मुज़म्मत कर रहे हैं। लाहौर पुलिस के मुताबिक़ वाक़िया के बाद पुलिस ने हुजूम को पुरअमन तौर पर मुंतशिर (छितर बितर) कर दिया। सूरत-ए-हाल अब मामूल के मुताबिक़ है।