रमजान उल मुबारक-1445 हिजरी
विसाल (14 रमज़ान)
हज़रत ख्वाजा बायज़ीद बुस्तामी रज़ियल्लाहु तआला अन्हु
हदीस-ए-नबवी ﷺ
'' मेरी रहमत हर चीज को घेरे हुए है तो अनकरीब मैं अपनी रहमत उनके लिए लिख दूंगा जो मुझ से डरते और जकात देते हैं ओर जो हमारी आयतों पर ईमान लाते हैं। ''--------------------------------------------
☑ इस्लामाबाद : आईएनएस, इंडिया
ऐवान-ए-सदर में एक तक़रीब (समारोह) के दौरान सऊदी वज़ीर-ए-दिफ़ा (रक्षा मंत्री) शहज़ादा ख़ालिद बिन सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ आल सऊद को आला तरीन सिविल एज़ाज़ 'निशान-ए-पाकिस्तान से नवाजा गया। सनीचर को ऐवान-ए-सदर में सऊदी वज़ीर-ए-दिफ़ा के एज़ाज़ में एक तक़रीब मुनाक़िद हुई जिसमें सदर आसिफ़ अली ज़रदारी, वज़ीर-ए-आज़म शहबाज़ शरीफ़, वज़ीर-ए-दिफ़ा और तीनों मुसल्लह अफ़्वाज (हथियारबंद फौज) के सरबराह शरीक हुए। सदर-ए-मम्लकत आसिफ़ अली ज़रदारी ने सऊदी वज़ीर-ए-दिफ़ा को निशान-ए-पाकिस्तान दिया। तक़रीब में सऊदी सफ़ीर भी मौजूद थे। निशान-ए-पाकिस्तान पेश करने से कब्ल तक़रीब के मेज़बान ने कहा कि सऊदी अरब के वज़ीर-ए-दिफ़ा शहज़ादा ख़ालिद बिन सलमान अपनी ग़ैरमामूली सलाहीयतों और खित्ते में पायदार अमन के लिए की जाने वाली कोशिशों की वजह से जाने जाते हैं। शहज़ादा ख़ालिद बिन सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ आल सऊद की दहश्तगर्दी के ख़िलाफ़ किए जानेवाले इक़दामात काबिल-ए-तारीफ़ हैं।
सऊदी अरब के वली अहद शहज़ादा मुहम्मद बिन सलमान ने सऊदी अरब और पाकिस्तान के ताल्लुक़ात को स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप का तसव्वुर दिया जिसने खित्ते की सिक्योरिटी और इस्तिहकाम में अहम किरदार अदा किया, जबकि शहज़ादा ख़ालिद बिन सलमान ने वली अहद शहज़ादा मुहम्मद बिन सलमान की बसीरत को सामने रखते हुए इन ताल्लुक़ात और बाहमी तआवुन को मज़ीद मज़बूत बनाने में अहम किरदार अदा किया।
इससे क़बल सऊदी वज़ीर-ए-दिफ़ा शहज़ादा ख़ालिद बिन सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ ने यौम पाकिस्तान के मौक़ा पर दार-उल-हकूमत इस्लामाबाद में होने वाली परेड की ख़ुसूसी तक़रीब में बतौर मेहमान-ए-ख़ोसूसी शिरकत की। यौम पाकिस्तान की तक़रीब में सऊदी अरब के वज़ीर-ए-दिफ़ा शहज़ादा ख़ालिद बिन सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ को ख़ुसूसी तौर पर दावत दी गई थी। पाकिस्तान 23 मार्च 1940 को बर्र-ए-सग़ीर के मुस्लमानों के लिए पेश की जाने वाली क़रारदाद लाहौर की याद में मनाया जाता है।
यौम पाकिस्तान की तक़रीब से ख़िताब करते हुए सदर आसिफ़ अली ज़रदारी ने कहा कि ये दिन क़ौमी एहमीयत का हामिल है और आज के दिन बर्र-ए-सग़ीर (उप महाद्वीप) के मुस्लमानों ने अलग वतन का मुतालिबा किया था। उन्होंने अपने ख़िताब में कहा कि हम सऊदी अरब, मुत्तहदा अमीरात और चीन के शुक्रगुज़ार हैं, जिन्होंने हर मुश्किल वक़्त में पाकिस्तान का साथ दिया।
For the latest updates of islam
please join our