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इसराईल : बेरोजगारों की चमकी किस्मत, मुलाज़मत के लिए यूपी से 3080 चुने गए, पगार एक लाख से ऊपर

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इसराईल : बेरोजगारों की चमकी किस्मत, मुलाज़मत के लिए यूपी से 3080 चुने गए, पगार एक लाख से ऊपर
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✒ लखनऊ : आईएनएस, इंडिया

इसराईल में तक़रीबन 3080 लोगों को मुलाज़मत के लिए मुंतख़ब किया गया है। लखनऊ के सरकारी आईटीआई में हिन्दोस्तान से इसराईल भेजे जाने वाले कारकुनों का वाक इन रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद 30 जनवरी को उनका टेस्ट भी ले लिया गया। 
    इत्तिला के मुताबिक़ इसराईल जाने के ख्वाहिशमंदों में से अब तक 3080 मज़दूरों को मुंतख़ब किया गया है। तामीराती मज़दुरों की 10 हज़ार असामीयां (पोस्ट) ख़ाली हैं जिसके लिए हज़ारों लोग आईटीआई में जमा हुए थे। गर्वनमैंट आईटी आई के प्रिंसिपल राज कुमार यादव ने कहा कि सिर्फ इंस्टीटियूट की तरफ़ से जारी करदा दस्तख़त और मुहर के साथ दरख़ास्त फ़ार्म वाले और लेबर डिपार्टमैंट के साथ रजिस्टर्ड उम्मीदवार ही महारत टेस्ट में हिस्सा लिए। राज कुमार यादव के मुताबिक़ जो उम्मीदवार लेबर डिपार्टमैंट में रजिस्टर्ड नहीं हैं और दरख़ास्त फ़ार्म पर दस्तख़त करवाने के लिए 28 जनवरी तक गर्वनमैंट आईटीआई अलीगंज, लखनऊ से रुजू नहीं किया है, वो महारत टेस्ट में शिरकत नहीं कर सके। जहां उम्मीदवारों से शटरिंग का काम करने की अहलीयत, टाइल्स और मार्बल फिटिंग-ओ-दीवार प्लास्टर समेत दीगर टैस्ट लिया गया। 
    उन्होंने बताया कि तकरीबन 2400 फ़ार्म तक़सीम किए गए थे और इतने ही उम्मीदवारों को 30जनवरी को महारत के इमतिहान में शिरकत की इजाज़त दी गई थी। तक़रीबन 4200 उम्मीदवारों ने टैस्ट दे दिया है जबकि मज़ीद 2400 उम्मीदवार आख़िरी दो दिनों में मौजूद रहेंगे। उन्होंने इत्तिला दी कि, इतवार 28 जनवरी को हज़ारों ख़ाहिशमंद आईटीआई अलीगंज के गेट पर जमा हुए और हंगामा किया। वाजेह रहे कि इसराईल में मुलाज़मत के लिए 1लाख 37 हजार 250 रुपय फ़ी माह तनख़्वाह के अलावा 15000 रुपय का फ़ंड बोनस जैसा पुरकशिश मुराआत शामिल है।

इसराईल जाने पर मजबूर बेरोज़गारों को रोकने के लिए हुकूमत के पास कोई हल नहीं : प्रियंका गांधी

नई दिल्ली : कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी प्रियंका गांधी वाड्रा ने मोदी हुकूमत पर नौजवानों को रोज़गार फ़राहम ना करने का इल्ज़ाम लगाते हुए कहा कि हर साल दो करोड़ नौजवानों को रोज़गार देने का वाअदा झूटा साबित हुआ है। यही वजह है कि बे रोज़गार नौजवान जंग ज़दा इसराईल जा कर ख़तरात मोल लेने पर मजबूर है। 
प्रियंका गांधी ने कहा कि अगर कहीं जंग की सूरत-ए-हाल हो तो सबसे पहले हम अपने शहरीयों को वहां से बचा कर अपने मुल्क वापिस लाते हैं, लेकिन आज बेरोज़गारी ने हालात ऐसे बना दिए हैं कि मुल्क की हुकूमत हज़ारों बेबस और लाचार नौजवानों को जंग ज़दा इसराईल जाकर ये ख़तरा मोल लेने से भी नहीं बचा रही है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को अपने मुल्क में रोज़गार क्यों नहीं मिल रहा, ये लंबी लाईनों में दो दो दिनों से खड़े नौजवान क्या हमारे मुल्क के बच्चे नहीं हैं कि हम उन्हें इतनी भयानक जंग में भेजने के लिए ख़ुशी से तैयार हैं। 
कांग्रेस लीडर ने कहा, हुकूमत ने जंग ज़दा इसराईल को हिन्दुस्तानी नौजवानों की क़ुर्बानी लेने की इजाज़त किस बुनियाद पर दी है। हमारे उन नौजवानों की जान-ओ-माल की हिफ़ाज़त की ज़िम्मेदारी कौन लेगा। उन्होंने कहा कि आज असल मसला बेरोज़गारी और महंगाई है और बीजेपी हुकूमत के पास उसका कोई हल नहीं है। मुल्क के नौजवान अब इस बात को समझने लगे हैं। 

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