✒ रियाद : आईएनएस, इंडिया मक्का मुनव्वरा में पिछले दिनों सऊदी वज़ारत सयाहत (पर्यटन मंत्रालय) ने होटलों की जानिब से आजमीने हज को दी जाने वाली सहूलतों का जायजा लिया। इस दौरान मुतअद्दिद होटलों में काफी कमी पाई गई जिन्हें या तो सील कर दिया गया या उन पर जुर्माना आयद का गया।
सऊदी वज़ारत सयाहत ने कहा कि मक्का मुकर्रमा में सील की गई चार होटलों को परमिट के बिना दोबारा कारोबार करता पाए जाने पर उन पर दो गुना जुर्माना लगाया जाएगा। अख़बार 24 के मुताबिक़ वज़ारत सयाहत के तफतीशी इंसपेक्टर्स ने मक्का मुकर्रमा में होटलों पर पंद्रह हज़ार से ज़्यादा विजिट किए। इस दौरान 283 होटलों को सील कर दिया गया। बग़ैर परमिट के 299 होटल कारोबार कर रहे थे। वज़ारत सयाहत का कहना है कि तफतीशी अमल के दौरान चार ऐसे होटल रिकार्ड पर आए, जिन्हें मुतअद्दिद ख़िलाफ़ वरज़ीयों की बुनियाद पर सील कर दिया गया था और वो बग़ैर परमिट के दुबारा कारोबार करने लगे थे। वजारते सयाहत ने कहा कि क़ानून सयाहत के तहत इन होटलों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी और उन्हें दुगुनी सज़ा दी जाएगी।
वजारत ने आगे कहा कि जो होटल परमिट के इजरा की पाबंदी नहीं कर रहे हैं, उनके ख़िलाफ़ कोई रियाइत नहीं होगी। उन्हें क़ानून सयाहत में मौजूद सज़ा दी जाएगी। वज़ारत सयाहत के मुताबिक़ आइन्दा चंद रोज़ के दौरान सील किए जाने वाले तमाम होटलों में तफतीशी कार्यवाहीयां की जाएँगी ताकि जारी करदा सज़ा पर अमल दरआमद को यक़ीनी बनाया जा सके। वज़ारत का कहना है 'तफतीशी कमेटी जिस होटल को भी सील करने का फ़ैसला करेगी, उसे फ़ौरी बुनियाद पर नाफ़िज़ किया जाएगा। मक्का मुकर्रमा और मक्का पुलिस के तआवुन से काम किया जाएगा।
दुनिया के महफूज तरीन मुल्कों में अब्बूधाबी पहले नंबर पर, तायवान दूसरे, दोहा तीसरे और दुबई चौथे नंबर पर
अबुधाबी : अबुधाबी दुनिया के महफ़ूज़ तरीन क़रार दिए गए शहरों में पहले नंबर पर आ गया है। जबकि तायवान ने इस फ़हरिस्त में दूसरी, कतर दार-उल-हकूमत ने तीसरी और दुबई ने चौथी पोज़ीशन हासिल की है। मुत्तहदा अरब अमीरात को दुनिया के महफ़ूज़ तरीन इलाक़ों में सबसे ऊपर देखा गया है, जिसने छियासी इशारीया नौ नंबर लिए हैं और जराइम के इर्तिकाब या आदाद-ओ-शुमार के हवाले से दुनिया-भर में सबसे नीचे है।अरब अमीरात में जराइम (क्राईम) की शरह (दर) 13،1 है। इसके मुक़ाबले में वैनज़ुवेला का शहर कारिकास में तहफ़्फ़ुज़ के लिए इक़दामात और माहौल कमतरीन नंबरों के साथ दुनिया के ग़ैर महफ़ूज़ तरीन शहरों से सबसे अहम है। काराकास में जराइम की शरह 82،2 है जबकि उसका महफ़ूज़ माहौल में नंबर 17،8 है। उसी फेहरिस्त में दुबई ने महफ़ूज़ शहर होने के नाते 83،5 नंबर हासिल किए हैं और इसके यहां जराइम की शरह 16،5 बताई गई है। वेबसाइट के मुताबिक़ ये आदाद व शुमार इन मुल्कों में आने वाले सय्याहों और दूसरे अफ़राद से किए गए सर्वे की बुनियाद पर मुरत्तिब किए गए हैं। इस सिलसिले में वेबसाइट का बताना है कि मजमूई तौर पर 195 मुल्कों से मुताल्लिक़ रिपोर्टस, सर्वेज़ और आदाद-ओ-शुमार से मदद ली गई है।
वेबसाइट के मुताबिक़ महफ़ूज़ शहरों के बारे में इंडेक्स उनमें जराइम के हवाले से इंडेक्स से अलग होता है। वेबसाइट के मुताबिक़ इस सिलसिले में 20 मुल्कों को सबसे महफ़ूज़ क़रार दिया गया है, 20 से 40 मुल्कों को कम महफूज कहा गया है। इसी तरह 40 से 60 के दरमयान आने वाले मुल्कों को दरमियाने महफ़ूज़ मुल्कों में शामिल किया गया है। ये मेयार उनमें जराइम की शरह (क्राईम रेट) के हवाले से है। जो मुल़्क सबसे ज़्यादा महफ़ूज़ हैं, और उनमें जराइम इसी शरह से सबसे कम हैं और जो मुल़्क सबसे ज़्यादा ग़ैर महफ़ूज़ बताए गए हैं, उनमें जराइम की शरह सबसे बुलंद है।
वाजेह रहे कि अबू धाबी ने 2023 मैं महफ़ूज़ तरीन मुल्कों की फ़हरिस्त में दूसरी पोज़ीशन हासिल की थी जबकि इससे पिछले साल 2022 मैं अबूधाबी सातवें नंबर पर महफ़ूज़ शहर क़रार पाया गया था।