जुनूबी गाजा में चहल-पहल, शुमाली गाजा में कर्फ़यू

जुनूबी गाजा में चहल-पहल, शुमाली गाजा में कर्फ़यू

गाजा : आईएनएस, इंडिया 

गाजा की पट्टी में जुमे के रोज डेढ़ माह की जंग के बाद चार रोज के लिए सीज फायर के बाद जुनूबी (दक्षिण) गजा में शहरीयों की हरकत देखी जा रही है मगर शुमाली (उत्तरी) गजा में कर्फ़यू लगा दिया गया है। जुनूबी गजा की सड़कें शहरीयों के हुजूम से •ारी हुई हैं जबकि शुमाली गजा में फायरिंग की आवाजें •ाी सुनाई दी गई हैं। जुनूब में वाके रफा शहर में सड़कों पर गैरमामूली नकल हरकत देखी जा रही है क्योंकि रिहायशी बम धमाके या बमबारी के खौफ के बगैर बाजारों में अपनी जरूरत की खरीदारी के लिए निकले। जहां तक शुमाली गजा का ताल्लुक है, इसराईली फौज ने उसे ''वार जोन' करार देते हुए वहां पर कर्फ़यू लगा दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि गजा की पट्टी में जंग अ•ाी खत्म नहीं हुई है और इन्सानी मकासिद के लिए सीज फायर आरिजी है। 
    जब हजारों बे-घर अफराद ने शुमाल में अपने घरों को वापिस जाने की कोशिश की तो इसराईली सैनिकों ने उन पर फायरिंग कर दी जिसके नतीजे में मुतअद्दिद शहरी जखमी हो गए और उन्हें हस्पतालों में ले जाया गया। दूसरी तरफ जंग बन्दी में हर-रोज तकरीबन 200 ट्रकों के दाखिले की इजाजत देकर ईंधन समेत इमदाद के माकूल बहाव की इजाजत दी गई है। अकवाम-ए-मुत्तहिदा के हुक्काम का कहना है कि उन्हें तवक़्को है कि रोजाना पाँच सौ ट्रक इन्सानी इमदाद लेकर गजा दाखिल होंगे। रिपोर्ट के मुताबिक सैंकड़ों ट्रक रफा क्रासिंग के जरीये गजा में दाखिल हुए और एम्बूलेंसेज जख्मियों को मिस्री हस्पतालों में मुंतकिल (शिफ्ट) करने के लिए रवाना हुईं। इसराईली वजीर-ए-आजम बेंजामिन नेतन्याहू के तर्जुमान ने •ाी तसदीक की कि फौज ने मुकामी वक़्त के मुताबिक सात बजे मुआहिदे पर अमल दरआमद शुरू करने के साथ ही आरिजी जंग बंदी लाईनों पर अपनी तयनाती मुकम्मल कर ली है। जंग बंदी का आगाज जुमा की सुबह हुआ, जिसके बाद सह पहर को हम्मास के जेर-ए-हिरासत शहरी कैदियों की पहली खेप को रिहा किया गया। मजमूई तौर पर चार दिन में 50 यरगमालियों (अगवा) को रिहा किया जाएगा।
    तवक़्को की जा रही है कि हम्मास जंग बंदी के दूसरे दिन इसराईल से मजीद कैदियों के बदले यरगमालियों का तबादला करेगी। खबरों के मुताबिक गाजा में सात हफ़्तों की जंग के बाद चार रोजा सीज फाइज के पहले दिन 24 यरगमालियों को रिहा किया गया था। सात अक्तूबर को इसराईल पर हमले के दौरान हम्मास ने 240 के लग•ाग अफराद को यरगमाल बनाया था। जुमे को हम्मास के यरगमालियों के जवाब में इसराईल ने 39 फलस्तीनीयों को जेल से रिहा किया था। गजा से आजाद होने वालों में 13 इसराईली, 10 थाई शहरी और फिलपाइन के एक शहरी थे। चार दिनों के दौरान हम्मास कम अज कम 50 इसराईली यरगमालियों और इसराईल की हुकूमत 150 फलस्तीनी कैदीयों को रिहा करेगी। इसराईल ने कहा है कि अगर मजीद 10 यरगमालियों को रिहा किया जाता है तो जंगबन्दी में एक दिन की तौसीअ मुम्किन है। 
    अमरीकी सदर जो बाईडन ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि सीज फायर की मुद्दत में इजाफा हो जाएगा। जुमे की सुबह जंगबंदी का आगाज गजा के रिहायशी 23 लाख फलस्तीनीयों के लिए पहली खामोशी लेकर आया, जो इसराईल की मुसलसल बमबारी से खौफजदा और मायूस थे, जिसमें हजारों अफराद हलाक हुए। इसराईली बमबारी के बाइस तीन चौथाई आबादी को उनके घरों से निकाल दिया गया और रिहायशी इलाकों को मलियामेट कर दिया गया। जुमे को गजा के अस्करीयत पसंदों की तरफ से इसराईल पर राकेट फायर किया जाना •ाी रोक दिया गया। अकवाम-ए-मुत्तहिदा ने कहा है कि सीज फायर ने उसे खुराक, पानी और अदवियात की तरसील को गजा के रिहायशियों की एक बड़ी तादाद तक पहुंचाने के काबिल बनाया है। इन्सानी इमदाद के काफिलों के दुबारा गजा में दाखिल होने के बाद खाना पकाने वाली गैस •ाी रिहायशियों तक पहुंचाई जा रही है। सनीचर को गजा के जुनूबी शहर खान यूनुस में गैस के खाली केन और दीगर कंटेनरज हाथों में पकड़े लोगों की लंबी कतार एक फीलिंग स्टेशन के बाहर इस उम्मीद में इंतिजार कर रही थी कि कुछ नए डीलीवर करदा ईंधन में से उनको •ाी कुछ हिस्सा मिलेगा। 
    एक माह से ज्यादा अर्से में पहली बार इमदाद शुमाली गजा तक पहुंची जो इसराईल की जमीनी कार्रवाई का मर्कज है। अकवाम-ए-मुत्तहिदा के एक काफिले ने लड़ाई से बे-घर होने वाले लोगों को पनाह देने वाले दो मराकज में पहुंचाया। 

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