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साढ़े चार लाख लोगों ने की रोजा-ए-रसूल की जियारत, वादी-ए-कश्मीर में रही रौनक

3 से 10 रबी उल अव्वल के बीच साढ़े 4 लाख जाइरीन ने दी रोजा-ए-रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम पर हाजिरी

साढ़े चार लाख लोगों ने की रोजा-ए-रसूल की जियारत, वादी-ए-कश्मीर में रही रौनक

रियाज : आईएनएस, इंडिया 

हरमैन शरीफैन के इंतिजामी उमूर के निगरां इदारे सदारत-ए-आम्मा बराए उमूर-ए-हरमैन शरीफैन की तरफ से मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम और मस्जिद उल-हराम में जाइरीन और नमाजियों को फूल प्रूफ सहूलतें और खिदमात की फराहमी का सिलसिला जारी है। अरब मीडीया के मुताबिक गुजिश्ता 1 हफ़्ते के दौरान यानि 3 से 10 रबी उल अव्वल के बीच मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम में 50 लाख से जाइद नमाजियों और जाइरीन को खिदमात की फराहमी यकीनी बनाई गई। 
    रिपोर्टस के मुताबिक इन सहूलतों में रोजा रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम पर जाइरीन की हाजिरी को मुनज्जम करने की सहूलत भी शामिल है। एक हफ़्ते के दौरान 4 लाख 73 हजार 821 जाइरीन ने रोजा-ए-रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम और आप सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के साहबीन के मजारात पर हाजिरी दी। 
    अरब मीडीया के मुताबिक इसके अलावा 34 हजार 48 जाइरीन ने रौजा शरीफ में नवाफिल अदा किए जबकि 1 लाख 10 हजार 436 जाइरीन को रोजा रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम पर हाजिरी के दौरान फौरी तर्जुमे की सहूलत से मुस्तफीद किया गया। 14 हजार 96 नमाजियों, उमर रसीदा और माजूर अफराद को व्हील चेयरज की सहूलत भी फराहम की गई। अरब मीडीया के मुताबिक गुजिश्ता 7 दिनों में पांचों नमाजों के दौरान 5 लाख 64 हजार 231 नमाजियों ने मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम में नमाज अदा की।

दरगाह हजरत बल में ईद मीलाद-उन्नबी की इखतेतामी तकरीब

दरगाह हजरत बल में ईद मीलाद-उन्नबी की इखतेतामी तकरीब

श्रीनगर :
वादी कश्मीर में जुमा के रोज-ए-ईद मीलाद उन्नबी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की इखतेतामी तकरीबात निहायत ही अकीदत व एहतराम के साथ मनाई गईं। इस सिलसिले में मसाजिद, जियारत गाहों, खानकाहों और इमाम बारगाहों में खुसूसी मजालिस का इनइकाद किया गया जिनमें उलमाए किराम और अइम्मा मसाजिद ने पैगंबर-ए-इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की जिंदगी के मुख़्तलिफ गोशों पर रोशनी डाली जबकि नाअत खवानों ने नाअतिया कलाम पढ़े। 

    खबर के मुताबिक वादी कश्मीर में जुमे के रोज-ए-ईद मीलाद उन्नबी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की इखततामी तकरीब के हवाले से बड़े-बड़े इजतिमाआत मुनाकिद हुए जिसमें हजारों की तादाद में जाइरीन ने शिरकत की। सबसे बड़ी तकरीब शहरा आफाक झील के किनारों पर वाके आसार शरीफ दरगाह हजरत बल में मुनाकिद हुई, जहां वादी के मुख़्तलिफ हिस्सों से आए आशिकाने रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम ने शब खवानी की रूह परवर मजालिस में हिस्सा लिया। 
    दरगाह हजरत बल में नमाज जुमे के बाद आशिकाने रसूल सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम मोए मुकद्दस के दीदार से भी फैजयाब हुए। दरगाह हजरत बल में नमाज के इजतिमाआत में हजारों की तादाद में लोगों ने शिरकत की। 
    आसार शरीफ शहरी कल्लाश पूरा, पंजूरा शोपियां, जनाब साहिब सूरा, तारीखी जामा मस्जिद श्रीनगर, जियारत अलमदार कश्मीर चरार शरीफ और दूसरी इबादतगाहों में भी रूह-परवर इजतिमाआत मुनाकिद हुए। अकीदतमंदों को दरगाह तक लाने और ले जाने के लिए स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (एसआरसी) ने देर रात तक ट्रांसपोर्ट सहूलियत दस्तयाब की थी। ईद मीलाद उन्नबी की मुनासबत से वादी में जुमे को दर्जनों मुकामात पर जुलूस बरामद होने के अलावा सैंकड़ों मसाजिद, जियारत गाहों, खानकाहों और इमाम बारगाहों में खुसूसी मजालिस का इनइकाद किया गया। उसी बीच वक़्फ बोर्ड की चेयरपर्सन डाक्टर दरखशां इंदिराबी ने भी दरगाह हजरत बल में नमाज-ए-जुमा अदा की जिस दौरान उन्होंने इंतिजामात का अज खुद जायजा लिया। इस मौका पर जाइरीन ने वक़्फ चेयरपर्सन से मुलाकात की और उन्हें दरपेश मसाइल के बारे में भी जानकारी फराहम की। चेयरपर्सन ने लोगों को यकीन दिलाया कि उनके जायज मसाइल को तरजीही बुनियादों पर हल करने की सई की जाएगी।

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