28 जिल हज्ज, 1444 हिजरी
पीर, 17 जुलाई, 2023
अकवाले जरीं‘जो कोई नजूमी (ज्योतिष) के पास जाए और उससे कुछ मुस्तकबिल के बारे में सवाल करे तो उसकी चालीस रातों की इबादत कबूल नहीं होती।’
- मुस्लिम
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रियाद : आईएनएस, इंडिया सऊदी अरब की वजारत-ए-दाखिला की जानिब से गुजिश्ता मंगल को मक्का मुकर्रमा के इलाके में दहश्तगर्दी की कार्रवाई के मुर्तकिब (कसूरवार) एक मुजरिम का सर कलम कर दिया गया। वजारत-ए-दाखिला का कहना है कि मुजरिम सालिह बिन सईद बिन अली अल करबी तकफेरी नजरियात का हामिल था। उसका ताल्लुक दहश्तगर्द तन्जीमों के साथ रहा और वो उनके लिए फंडज रेजिंग भी करता रहा है।
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सऊदी वजारत-ए-दाखिला के एक बयान में मजीद कहा गया है कि मुजरिम ने इसके इर्तिकाब से पहले एक क्रासिंग और शिरोरुह में जनरल इन्वेस्टीगेशन बिल्डिंग पर किए गए दहश्त गरदाना हमले और इसमें शरीक अफराद के बारे में उसकी मालूमात को छुपा लिया। मुल्जिम दहश्तगर्दी की कार्यवाईयों में हिस्सा लेने के लिए यमन गया और वहां उसने असलाह चलाने की तर्बीयत भी हासिल की। पुलिस ने मुल्जिम को दहश्तगर्दी की कार्यवाईयों के शूबे में गिरफ़्तार करके इससे तफतीश की। मुल्जिम पर दहश्तगर्दी के वाकियात के सबूत के बाद उसके खिलाफ मुकद्दमा चलाया गया और उसे सजा-ए-मौत सुनाई गई थी।