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एप बताएगा हरम नबवी में कौन सा हाल खाली है, कौन सा भरा हुआ

13 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
बुध, 5 अपै्रल, 2023
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रियाद : आईएनएस, इंडिया 
मस्जिद नबवी (सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम) के उमूर के लिए जनरल पे्रजीडेंसी की एजेंसी ने मस्जिद नबवी (सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम) और इसके सेहनों में नमाजियों को हुजूम की हालत से आगाह करने के लिए तकनीकी सर्विस की दस्तयाबी का ऐलान किया है ताकि नमाज और इफतार के औकात में आने वाले मस्जिद के रश वाले हिस्सों से पहले से आगाह हो जाएं। 

एप बताएगा हरम नबवी में कौन सा हाल खाली है, कौन सा भरा हुआ

    एजेंसी ने बताया कि मस्जिद नबवी (सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम) में सेहनों की हालत की सर्विस अरबी, अंग्रेजी और उर्दू में दस्तयाब है। मस्जिद नबवी (सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम) में आने वालों को मस्जिद में नमाज पढ़ने से कब्ल मस्जिद की पूरी सलाहीयत की हालत जानने में मदद देती है। इस सर्विस से मस्जिद नबवी (सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम) के अंदर 12 मुकामात पर नमाज के लिए मखसूस मुकामात में, मशरिकी, मगरिबी और शुमाली तौसीआत में, मशरिक-ओ-मगरिब में खवातीन के लिए मखसूस मुकामात में अपनी जगह यकीनी बनाने में मदद मिलती है। इसी तरह मस्जिद के दीगर हिस्सों में लोगों के हुजूम की सूरत-ए-हाल से बरवक़्त आगाही मिल जाती है। मस्जिद नबवी (सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम) के उमूर के लिए जनरल पे्रजीडेंसी की एजेंसी ने मजीद कहा कि दस्तयाब सर्विस से फायदा prayers_map/services-e/eserv.wmn.gov.sa  लिंक के जरीये लिया जा सकता है। हालों और सेहनों के पुर होने, रश होने, मुकम्मल दस्तयाब होने या गैर दस्तयाब होने की हालत को चार रंगों में जाहिर किया जाता है। इससे नमाज के इखतेताम से पहले और बाद में हुजूम को मुनज्जम करने की कोशिशों में भी मदद मिलती है। मस्जिद नबवी (सल्लल्लाह अलैहि वसल्लम) और सेहनों में नमाजियों का हमवार तरीके से दाखिल होने और बाहर निकलने को मुनज्जम करने के लिए आॅपरेशनल मन्सूबा पर अमल किया जाता है।

जायरीन की खिदमत के लिए मक्का मुकर्रमा में ‘हिलाल अहमद’ कमेटी के 24 हजार रजाकार तैनात



रियाद : रमजान उल मुबारक के बाबरकत महीने में मक्का मुकर्रमा में हिलाल अहमर के 24 हजार रजाकार हंगामी और इन्सानी हमदर्दी के कामों में मसरूफ-ए-अमल हो गए हैं। रेड क्रिसेंट अथार्टी इन रजाकारों के जरीये आगाही और तालीम की फराहमी के साथ हंगामी और इन्सानी हमदर्दी के रजाकाराना खिदमात में भी हिस्सा लेती है। मक्का मुकर्रमा की मस्जिद हराम में रजाकाराना खिदमात माह-ए-सियाम में सबसे नुमायां रजाकाराना प्रोग्रामों में से एक है। इस साल रमजान के महीने में मस्जिद हराम में रजाकारों (स्वयंसेवकों) की तादाद 500 मर्द और 400 खवातीन तक पहुंच गई है। रजाकारों के काम को मस्जिद हराम के अंदर 30 से ज्यादा एमरजेंसी प्वाईंटस में तकसीम किया गया है जो जदीद तरीन आलात और तिब्बी आलात से लैस हैं। ये रजाकार उमरा करने वालों और जाइरीन को हंगामी खिदमात फराहम करने के लिए हमावकत (हर वक्त) तैयार रहते हैं। माह मुकद्दस में खाने के पैकेट तैयार करना और उन्हें अहले अफराद में तकसीम करने के साथ रोजादारों के सहरी के बंद-ओ-बस्त में भी कोशां रहते हैं।


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