15 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
जुमा, 7 अपै्रल, 2023
मस्जिद अकसा में इसराईली पुलिस की कार्रवाई के बाद गाजा से जवाबी राकेट हमले
इसराईली पुलिस ने बुध की अलस्सुबह मस्जिद अकसा में कार्रवाई की है जिसके दौरान वहां मौजूद अफराद और अहलकारों के दरमियान शदीद झड़पें हुईं।
यरूशलम में मस्जिद-ए-अकसा कंपाउंड में ये झड़पें ऐसे वक़्त में हुई, जब मुस्लमान रमजान के महीने में खुसूसी इबादात के लिए आ रहे हैं, जबकि यहूदी पास ओवर का तेहवार मनाने की तैयारी में मसरूफ हैं। खबररसां के मुताबिक इसराईली पुलिस ने दावा किया है कि मस्जिद अकसा में कुछ नौजवान पत्थरों, लाठियों और पटाखों के साथ मौजूद थे, जिन्हें वहां से निकालने के लिए ताकत का इस्तिमाल किया गया । पुलिस के बाकौल नौजवानों ने तशद्दुद पर मबनी नारे लगाए और मस्जिद का दरवाजा बंद कर दिया था जिसके बाद पुलिस को उन्हें कंपाउंड से बाहर निकालने के लिए अंदर दाखिल होना पड़ा।
इसराईली पुलिस की इस कार्रवाई की सोशल मीडीया पर जे़रे गर्दिश वीडीयोज में देखा जा सकता है कि अहलकार मुबय्यना तौर पर फलस्तीनीयों पर लाठियों और राइफल के बटों से तशद्दुद कर रहे हैं। फलस्तीनीयों की सरकारी न्यूज एजेंसी वफा ने रिपोर्ट किया है कि मस्जिद अकसा में पुलिस की कार्रवाई के दौरान दर्जनों नमाजी जखमी हुए हैं। इसराईली पुलिस के मुताबिक पत्थर लगने से एक अफ़्सर जखमी हुआ है जबकि जवाबी कार्रवाई करते हुए दर्जनों फलस्तीनीयों को गिरफ़्तार कर लिया गया है। 49 साला अब्बू ईशा का कहना है कि जब पुलिस ने मस्जिद का घेराव किया तो उस वक़्त 400 से ज्यादा मर्द, खवातीन और बच्चे वहां इबादत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मस्जिद का घेराव देखकर नौजवान खौफजदा हो गए और दरवाजे बंद करने लगे। जिसके बाद पुलिस ने मशरिकी दरवाजे की जानिब से धावा बोला और मर्दों को मारना और गिरफ़्तार करना शुरू कर दिया।
वाजिह रहे कि मशरिकी यरूशलम में वाके ये कंपाउंड मुस्लमानों और यहूदीयों दोनों के लिए मुकद्दस मुकाम की हैसियत रखता है। 35 एकड़ पर फैले इस वसीअ अहाते को मुस्लमान मस्जिद अकसा या हरम अलशरीफ और यहूदी टेंपल माउंट कहते हैं। यही जगह है, जिसके लिए इसराईल का गासिबाना वजूद कयाम में लाया गया है।