Top News

रोहंगया मुसलमानों को वतन वापसी की पेशकश

5 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
मंगल, 28 मार्च, 2023

लंदन : आईएनएस, इंडिया 
म्यांमार की फौजी जनता के तर्जुमान ने कहा है कि वो अगले माह से जल्द अज जल्द मुल्क से फरार होने वाली रोहंगया अकलीयती अफराद का खैरमकदम शुरू कर देंगे। जबकि रोहंगया पनाह गुजीनों ने बुध को कहा कि उन्हें शक है कि म्यांमार हकीकत में उन्हें वतन वापसी की पेशकश कर रहा है। 

रोहंगया मुसलमानों को वतन वापसी की पेशकश

    पांच साल पेशतर एक जालिमाना फौजी क्रैक डाउन में बड़ी तादाद में म्यांमार की रोहंगया अकलीयत को अपने घर-बार छोड़कर मुल्क से फरार होने पर मजबूर होना पड़ा था। म्यांमार की हुकूमत के 17 ओहदेदारों के एक वफद ने मुम्किना उम्मीदवारों से मियांमार वापसी के लिए इंटरव्यू करने की गरज से इस हफ़्ते बंगला देश का दौरा किया था। अकवाम-ए-मुत्तहिदा की तरफ से सहूलत फराहम करने के बाद इस दौरे का एहतिमाम किया गया और दोनों ममालिक के दरमयान वतन वापसी के लिए जल्दबाजी में मुआहिदा हुआ, जो बरसों से लंबित था जिसके मुताल्लिक ये खदशात पाए जाते थे के म्यांमार वापसी पर मुहाजिरीन महफूज नहीं रहेंगे। लेकिन वफद को इंटरव्यू देने वाले रोहंगया ने एएफपी को बताया कि म्यांमार में उनकी शहरीयत के हक को तस्लीम करने या सलामती के बारे में उनके किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया गया। 

    एक 40 साला रोहंगया खातून शम्स अलनहार ने एएफपी को बताया, कि वो वहां हमारे साथ बहुत बुरा सुलूक करते थे। जब मैंने पूछा कि क्या हम वहां आम जिंदगी गुजार सकेंगे, तो उन्होंने मुझे खामोश करा दिया। वो नहीं चाहते थे कि हम और सवालात करें। शम्स अलनहार का कहना था कि मुझे नहीं लगता कि वो हमें म्यांमार वापस लेकर जाएंगे। अगर वो ऐसा करते भी हैं तो वो हमें कोई हुकूक नहीं देंगे। म्यांमार का वफद इन वसीअ-ओ-अरीज कैम्पों में, जहां तकरीबन दस लाख रोहंगया आबाद हैं, एक हफ़्ता गुजारने के बाद बुध को रवाना हो गया। 

    जनता के तर्जुमान ने उनकी रवानगी के बाद एएफपी को बताया कि म्यांमार मुम्किना तौर पर अप्रैल के वस्त तक उन लोगों की वतन वापसी का अमल शुरू कर देगा और शुरू में तकरीबन 1000 पनाह गजीनों का खैर-मक़्दम किया जाएगा। म्यांमार के नुमाइंदे, बाजाबता तौर पर पनाह गुजीनों की मुम्किना वापसी और इस बात का यकीन करने के लिए मौजूद थे, कि क्या वो 2017 के क्रैक डाउन से पहले म्यांमार में अपनी रिहायश साबित कर सकते हैं। लेकिन इंटरव्यू देने वाले एक और मुहाजिर ने कहा कि इसकी रिहायश को साबित करने वाली दस्तावेजात पर शकूक-ओ-शुबहात का इजहार किया गया। 50 साला सय्यद हुसैन ने एएफपी को बताया, मैंने तमाम दस्तावेजात फराहम कीं लेकिन उन्होंने इस तरह का बर्ताव किया जैसे हमारी दस्तावेजात असली नहीं हैं। 
    एक मुमताज रोहंगया ग्रुप, अराकान रोहंगया नेशनल अलाउंस, ने गुजिशता हफ़्ते म्यांमार पर इल्जाम लगाया कि वो अदालत की सरजनिश से बचने के लिए पनाह गजीनों की रस्मी वापसी का मन्सूबा बना रहा है। अकवाम-ए-मुत्तहिदा की पनाह गुजीन एजेंसी ने इतवार को एक-बार फिर कहा कि मियांमार के हालात रोहंगया पनाह गजीनों की 'पायदार वापसी के लिए मौजूं नहीं हैं। सिविल सोसाइटी के बाअज ग्रुपों ने पनाह गजीनों की वापसी के लिए, गुजशता हफ़्ते म्यांमार के अहलकारों को बंगला देश पहुंचाने में सहूलत फराहम करने पर अकवाम-ए-मुत्तहिदा की एजेंसी पर तन्कीद की है। वतन वापसी के मंसूबे पर सबसे पहले 2017 के क्रैक डाउन के फौरन बाद इत्तिफाक किया गया था लेकिन किसी अहम पेश-रफ़्त करने में नाकामी रही। 
    इन्सानी हुकूक के ग्रुपों का कहना था कि म्यांमार को पनाह गजीनों की वापसी में सहूलत फराहम करने में कोई दिलचस्पी नहीं है, जबकि अकवाम-ए-मुत्तहिदा और इन्सानी हमदर्दी के इदारों का कहना है कि अगर रोहंगया वापिस चले गए तो वो महफूज नहीं रहेंगे। बंगला देश के पनाह गजीनों के कमिशनर मीजान अल रहमान ने कहा कि उनके मुल्क को उम्मीद है कि पनाह गजीनों की वापसी जल्द शुरू हो जाएगी, और उनकी वापसी के सही वक़्त के बारे में मजीद वजाहत अगले हफ़्ते तक हो जाएगी। रहमान ने एएफपी को बताया, हमारे पास इन पनाह गजीनों की वतन वापसी के अलावा कोई आॅपशन नहीं है। लेकिन ये सारा अमल काफी पेचीदा है।

nai tahreek, naitahreek, tahreek, tahreeke nav


Post a Comment

if you have any suggetion, please write me

और नया पुराने