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हरमैन शरीफैन में 10 जबानों में रमजान प्रोग्राम का आगाज

27 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
पीर, 20 मार्च 2023

रियाद : आईएनएस, इंडिया 
मस्जिद हराम और मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के उमूर के लिए जनरल पे्रजीडेंसी जिसकी नुमाइंदगी जनरल एडमिनिस्ट्रेशन आफ डीजीटल ब्रॉडकास्टिंग ने रमजान प्रोग्राम इकदाम का 10 जबानों में आगाज कर दिया। 
हरमैन शरीफैन में 10 जबानों में रमजान प्रोग्राम का आगाज
    जबानों और तर्जुमा के उमूर के अंडर सेक्रेटरी अहमद बिन अब्दुल अजीज अल हमेदी ने बताया कि इस इकदाम में रोजाना 20 मिनट तशरीह की जाएगी। प्रोग्राम में सीरत नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम, अहादीस मुबारका और अशरा अखीरा की फजीलत के सिलसिले शुरू किए जाएंगे। इस प्रोग्राम का पूरे मुबारक महीने में 10 बैन-उल-अकवामी जबानों में तर्जुमा भी नशर किया जाएगा। प्रोग्राम को एफएम रेडियो और मीनारा हरमैन प्लेटफार्म से नशर किया जाएगा।
    उन्होंने मजीद बताया कि इस इकदाम का मकसद तमाम गैर अरबी बोलने वाले मुस्लमानों तक हरमैन शरीफैन के अजीम पैगाम को पहुंचाना और इस पैगाम की वकालत के असरात को बढ़ाना है। मतलूबा एहदाफ के हुसूल के लिए जदीद टेक्नोलोजी को ब-रू-ए-कार लाना, इबादात को आसानी से अंजाम देने में सहूलत फराहम करना और लोगों के मजहबी जजबात को इल्म के जरीया से तकवियत देना है।

नमाज का वीडियो सोशल मीडीया पर नश्र नहीं होगा, लाउड स्पीकर पर सिर्फ अजान और इकामत की इजाजत

रियाद : सऊदी अरब की वजारत इस्लामी उमूर के तर्जुमान अब्दुल्लाह अलानजी ने कहा कि वजारत ने सोशल मीडीया पर नमाज और जुमा के खुतबात नशर करने पर पाबंदी आयद कर दी है। उन्होंने कहा कि रमजान के महीने में बैरूनी लाउड स्पीकर सिर्फ अजान और इकामत के लिए इस्तिमाल किए जाएंगे। 
    अल अखबारीह चैनल के साथ टेलीफोन पर इंटरव्यू में सऊदी मजहबी उमूर के तर्जुमान ने वजाहत की कि सोशल मीडीया की अपनी एहमीयत है, मगर इस पर जो कुछ नशर किया जाता है, उसके मवाद पर प्लेटफार्म को कंट्रोल नहीं हो सकता। इस तरह बाज औकात सोशल मीडीया पर पोस्टकरदा मवाद इस्लाम की दावत और मसाजिद के पैगाम को नुक़्सान पहुँचाता है। अलानजी ने मजीद कहा कि वजारत मजहबी उमूर ने सोशल मीडीया के जरीये नशरियात पर पाबंदी लगा दी है, ताकि इस बात को यकीनी बनाया जा सके कि कोई भी ऐसा मवाद जो गलत हो और अल्लाह ताअला की दावत को नुक़्सान पहुंचा सकता हो, इससे बचा जा सके। अलानजी ने कहा कि रमजान के महीने में बैरूनी लाउड स्पीकर के इस्तिमाल के बारे में अफ़्वाहें फैलाई जा रही हैं। हुकूमत की तरफ से मसाजिद के बैरूनी लाउड स्पीकरों को सिर्फ अजान और इकामत के लिए इस्तिमाल करने की इजाजत है।

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