19 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
इतवार, 12 मार्च 2023
न्यूयार्क : आईएनएस, इंडिया
पंद्रह मार्च को दुनियाभर में इस्लामो फोबिया से निमटने का आलमी दिन मनाया जाता है, जिसका मकसद दुनियाभर में मुस्लिम कम्यूनिटी के खिलाफ फैलने वाली नफरत और उनके खिलाफ तशद्दुद आमेज दहशत गरदाना कार्यवाईयों को रोकने की कोशिश करना है। इस्लामो फोबिया से निमटने के आलमी दिन के मौका पर अकवाम-ए-मुत्तहिदा की जनरल असेंबली में एक आला सतह की तकरीब मुनाकिद हुई, जिसमें पाकिस्तान के वजीर-ए-खारजा बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी शिरकत की। इस मौका पर खिताब करते हुए अकवाम-ए-मुत्तहिदा में अमरीका की सफीर लिंडा थॉमस ग्रीन फील्ड ने दुनियाभर में मुस्लिम कम्यूनिटी के खिलाफ नफरत के तबाहकुन नताइज को उजागर किया और उनके खिलाफ तास्सुब और तशद्दुद के सद्द-ए-बाब की आलमी कोशिशों में इजाफे़ पर जोर दिया। लिंडा थॉमस ने लगभग चार साल कब्ल न्यूजीलैंड की दो मसाजिद और एक चर्च में एक मुसल्लह शख़्स के उस खौफनाक हमले का जिÞक्र किया, जिसमें उसने इबादत गुजारों पर अंधाधुंद फायरिंग कर के 51 मुस्लमानों को हलाक और चालीस को जखमी कर दिया था।
उन्होंने कहा कि ये हौलनाक वाकिया पूरी मुस्लिम कम्यूनिटी के खिलाफ एक हमला और इस्लामो फोबिया के मोहलिक नताइज का एक अक्कास था। उन्होंने कहा कि इस वाकिये के तीन साल बाद अकवाम-ए-मुत्तहिदा ने 15 मार्च को इस्लामो फोबिया के मुकाबले का बैन-उल-अकवामी दिन करार दिया था। उनका कहना था कि ऐसा करते हुए इदारे ने इन्सानी हुकूक और सबके लिए मजहब की आजादी को फरोग देने का अज्म किया और बाजाबता तौर पर ये तस्लीम किया कि मुस्लमानों के खिलाफ इमतियाजी सुलूक और तशद्दुद में दिन-ब-दिन इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि गुजिश्ता साल अमरीका ने ये तय किया था कि बर्मा की फौज के अरकान ने रोहंगया कम्यूनिटी के खिलाफ, जिनमें से बहुत से मुस्लमान हैं कत्ल-ए-आम और इन्सानियत के खिलाफ जराइम का इर्तिकाब किया था। हमने ये भी तय किया था चीनी हुकूमत सिंकियांग में गालिब मुस्लिम अक्सरीयत के इगोर बाशिंदों और दूसरे नसली और मजहबी अकल्लीयती ग्रुपस के खिलाफ कत्ल-ए-आम और जराइम की मुर्तकिब हुई थी।
nai tahreek, naitahreek, tahreek, tahreeke nav