नई तहरीक : दुर्ग
राष्ट्रीय सर्व ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय महासचिव शशिकांत तिवारी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान की कड़ी निंदा करते हुए रोष जताया है जिसमें उन्होंने जाति व्यवस्था ब्राह्मणों की देन निरुपित किया है।
राष्टÑीय महासचिव श्री तिवारी ने कहा कि श्री भावगत के बयान से ब्राह्मणों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि क्या मोहन भागवत भगवान कृष्ण और गीता से बढ़कर हैं। आखिर क्यों वे ब्राह्मणों के विरोध में ऐसी बात बोल रहे हैं। श्री तिवारी ने कहा कि भागवत को गीता का पूरी तरह अध्ययन करना चाहिए। गीता में स्वयं भगवान कृष्ण ने वर्ण व्यवस्था की बात कही है। उन्होंने कहा कि श्री भागवत को अपना बयान ब्राहÞ्मण समाज के समक्ष प्रमाणित करना होगा, अथवा सार्वजनिक रूप से विप्र समाज और सनातन धर्म के अनुयायियों से माफी मांगे। उन्होुंने प्रशासन से मांग की है कि उनके इस बयान के लिए उन पर प्रशासनिक कार्रवाई की जानी चाहिए। समाज के प्रवक्ता विमल तिवारी ने कहा कि मोहन भागवत के बयान के विरोध में युवा मंच के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अभिषेक पांडे, प्रदेश सचिव सुमित शर्मा, महिला मंच के प्रदेश सचिव सुमन पांडे, शहर अध्यक्ष हेमंत तिवारी, जिला अध्यक्ष मंजरी दुबे, शैल किरण शुक्ला जितेन तिवारी, नंदकिशोर शर्मा, ब्रह्मा तिवारी, बृज मोहन तिवारी, राकेश शर्मा, आशीष त्रिपाठी, कैलाश मिश्रा, नमन दुबे, सौरभ शर्मा, संजय पांडे व अनिल द्विवेदी आदि ने रोष व्यक्त किया है।