हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह में जारी 811 वें सालाना उर्सपाक के दौरान सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ख्वाजा साहब की फर्जी तस्वीर को लेकर जायरीन में खासा गुस्सा देखा जा रहा है। लोगों ने दरगाह कमेटी को खत लिखकर दिल्ली सरकार द्वारा गठित उर्स मेला कमेटी के सदर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक हर साल उर्स के मौके पर जायरीन की सहूलत सहित दीगर इंतेजामात के लिए उर्स कमेटी का गठन किया जाता है। इस साल गठित कमेटी में एफआई स्माइली को सदर मुंतखिब किया गया है। कमेटी के आफिशियल फेसबुक पेज पर इन दिनों एक तस्वीर खूब वायरल हो रही है, जिसे कथित तौर पर ख्वाजा साहब की तस्वीर बताई जा रही है। इसे लेकर जायरीन और अकीदतमंदों में खासा गुस्सा देखा जा रहा है। अकीदतमंदों के मुताबिक ख्वाजा साहब की कोई फोटो अधिकृत रूप से नहीं है। यही वजह है कि जिम्मेदार लोगों ने दरगाह कमेटी सदर को खत लिखकर पूरे मामले से वाकिफ कराते हुए कसूरवार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जायरीन का कहना है कि कथित फोटो प्रचारित कर उर्स कमेटी द्वारा धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाई जा रही है जिनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। ज्ञापन देने वालों में पीर नफीस मियां चिश्ती, काजी मुनव्वर अली, उस्मान गढ़वाली, सैयद गुलजार चिश्ती, सैयद इकबाल, अब्दुल नईम खान, सलमान खान और एहसान मिर्जा शामिल हैं।
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