दोहा : आईएनएस, इंडियाQuatara Masjid
कतर में जारी फुटबाल वर्ल्ड कप देखने के लिए आने वाले गैरमुल्की शायकीन (दर्शक) कतर की मसाजिद की तरफ मुतवज्जा हो रहे हैं। गैरमुल्की मीडीया के मुताबिक कतर में बड़ी तादाद में गैरमुल्की फुटबॉल शायकीन मैचिज से वक़्त निकाल कर यहां की सकाफ़्त को देखने के लिए आते हैं।
grand mosque of quatar
गैरमुल्की मीडीया के रजाकार सआदत अनवर का कहना था कि कतारा मस्जिद में बड़ी तादाद में गैरमुल्की आते हैं, वो मस्जिद की तामीर और खूबसूरती की तारीफ करते हैं। उन्होंने मजीद बताया कि गैरमुल्की शायकीन में 5 वक़्त नमाज पढ़ने वालों को देखते हैं, मस्जिद में आने वाले गैरमुल्की अफराद मोअज्जन को अजान देते हुए भी देखते हैं। गैरमुल्की मद्दाह (प्रशंसक) मारियारो ड्रैगज का कहना था कि जब हम पूरी फैमिली के साथ वर्ल्ड कप के लिए कतर आए तो हम यहां का मजहब जानने के लिए पुरजोश थे। मारियारो ड्रैगज ने कहा कि जब पहली मर्तबा मस्जिद में दाखिल हुए तो उन्हें बहुत रुहानी सुकून मिला, आरामदेह और खुद को महफूज पाया।
फीफा वर्ल्ड कप, कतर में सय्याहों की आमद तवक़्को से कम
दोहा : फीफा वर्ल्ड कप के मुंतजमीन की रिपोर्ट के मुताबिक टूर्नामेंट के पहले दो हफ़्तों के दौरान सिर्फ 765,000 सय्याहों (टूरिस्ट) ने कतर का रुख किया। बर्तानवी खबररसां एजेंसी रोइटरज ने फीफा वर्ल्ड कप के मुंतजमीन की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि एक माह तक जारी रहने वाले ईवेंट के दौरान आने वाले गैरमुल्कियों की ये तादाद मुल्क की तवक़्कुआत से कम है। उम्मीद की जा रही थी कि ईवंट के लिए दुनियाभर से 12 लाख सय्याह कतर का रुख करेंगे। 20 नवंबर को शुरू होने वाले टूनामेंट के इस मरहले में सय्याहों की तादाद में बहुत ज्यादा इजाफे़ का इमकान नहीं है। मुंतजमीन ने इससे कब्ल बताया था कि 24 से 28 नवंबर तक ग्रुप मरहले के दौरान बैन-उल-अकवामी सय्याहों की आमद में इजाफा देखने में आ सकता है, जब 32 टीमें रोजाना चार मैच खेल रही थीं। सात दिसंबर की रिपोर्ट सुप्रीम कमेटी फार डिलीवरी एंड लीगेसी ने तैयार की थी जो टूर्नामेंट का एहतिमाम करती है, और कहा है कि 'वर्ल्ड कप के पहले 17 दिनों में 765,859 बैन-उल-अकवामी मेहमान आए, जिनमें से आधे से ज्यादा अब रवाना हो चुके हैं। रिपोर्ट में 18 दिसंबर को खत्म होने वाले टूर्नामेंट के लिए 13 लाख 30 हजार मैच टिकट होल्डर्ज और कतर के आठ स्टेडियम्ज में 30 लाख नव्वे हजार टिकट फरोखत हुए। एक कतरी अहलकार ने इन आदाद-ओ-शुमार की तसदीक की है। कतर में होने वाला ये ईवेंट जो मशरिक वुसता में मुनाकिद होने वाला पहला टूर्नामेंट है, टिकटों, होटलों और शराब के लिहाज से महंगा तरीन समझा जाता है, जिसकी फरोखत पर पाबंदी है। कतरी ओहदेदार ने बताया कि मुकाबले में अभी एक हफ़्ते से ज्यादा वक़्त बाकी है, क्वार्टर फाईनल में जगह बनाने वाले ममालिक से नए मेहमानों की एक लहर आना शुरू हो गई है। तवक़्को है कि मकबूल मैचों के लिए और मुल्क की जानिब से खलीजी रियास्तों के शहरीयों और रिहायशियों के लिए दाखिले की पाबंदियां खत्म किए जाने के बाद मजीद सय्याह कतर आएंगे। दस्तावेज में बताया गया है पहले 52 मैचों में मजमूई तौर पर स्टेडियम में 26 लाख 50 हजार शायकीन मौजूद थे। मंगल के रोज सैंकड़ों मराकशी शायकीन स्पेन के खिलाफ अपनी टीम की फतह से कब्ल खुसूसी परवाजों के जरीये कतर पहुंचे।