मंगलोर : आईएनएस, इंडिया
कर्नाटक के मंगलूरो शहर में एक दिन पहले एक आटो रिक्शा में धमाका हुआ। पहले तो समझा गया कि ये कोई हादिसा हो सकता है लेकिन जब पुलिस ने तफतीश की तो उन्हें उसके दहश्तगरदाना ताल्लुक का सुराग मिल गया।
कर्नाटक पुलिस ने मुल्जिम की शिनाख़्त शारिक नामी शख़्स के तौर पर की है। उसके इस्लामिक स्टेट से भी राबते हैं। वो कर्नाटक के शिवमोगा में सावरकर के पोस्टर पर एक शख़्स को छुरा घोंपने में भी मुश्तबा (संदिग्ध) था। धमाके के बाद आटो रिक्शा ड्राईवर और मुल्जिम बुरी तरह जखमी हो गए, जिन्हें तिब्बी इमदाद दी जा रही है।
केस की तहकीकात करने वाले दो सीनीयर आफिसरान ने बताया कि मंगलूरो धमाका केस में मुलजिम का नाम शारिक है। वो इन तीन लोगों में से एक है, जो इस्लामिक स्टेट से ताल्लुक के लिए मतलूब था। गौरतलब है कि इस साल के शुरू में दरयाए टंगा के किनारे एक धमाका हुआ था। कर्नाटक पुलिस के सरबराह ने कहा कि आटो धमाका हादसाती नहीं बल्कि शदीद नुक़्सान पहुंचाने के इरादे से एक दहशत गरदाना हमला था। पुलिस ने आॅटो रिक्शा के अंदर बैट्रियों के साथ जले हुए प्रेशर कुकर बरामद किेया है। कर्नाटक पुलिस ने मुश्तबा (संदिग्ध) शख़्स की शिनाख़्त शारिक नामी शख्स के तौर पर की है। तफतीश के दौरान कर्नाटक पुलिस ने उस शख़्स का पता लगाया जिसकी शिनाख़्त को मुल्जिम ने आॅटो रिक्शा धमाके में इस्तिमाल किया था। डीजीपी सूद ने कहा कि मुल्जिम के पास फर्जी आधार कार्ड, जाली पता, फर्जी नाम और तस्वीर भी थी। उन्होंने मजीद कहा कि पुलिस मर्कजी एजेंसियों के साथ वाकिये की तहकीकात कर हैं।