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मस्जिद हराम में जायरीन और नमाजियों के लिए अलग दरवाजे

 

मस्जिद हराम में जायरीन और नमाजियों के लिए अलग दरवाजे

रियाद : आईएनएस, इंडिया 

मस्जिद हराम की हिफाजत के लिए खुसूसी फोर्स के कमांडर कर्नल डाक्टर अतीया अल गामदी ने कहा कि खुसूसी फोर्स इन्सानी हुजूम का इंतिजाम करती है और अहने फराइज और जिÞम्मेदारी अहसन तरीके से अंजाम देने की कोशिश कर रही है। 

उन्होंने कहा, मताफ में हमवार नक़्ल-ए-हमल और इन्सानी हिफाजत के इकदामात भी हमारे कामों में शामिल है। उन्होंने वजारत-ए-दाखिला के सिनान अकाउंट के जरीये बताया कि जायरीन के लिए कई मखसूस रास्ते रिजर्व कर दिए गए हैं जिनमें बाब अस्सलाम, बाब शाह फहद और बाब अजयाद शामिल हैं। कर्नल अलगामदी ने मजीद कहा कि दूसरी सऊदी तौसीअ के दरवाजे और तीसरे सऊदी तौसीअ के दरवाजे नमाजियों की आमद के लिए मुखतस किए गए हैं। हम अल्लाह के मुकद्दस घर के जाइरीन को दावत देते हैं कि अमन-ओ-सुकून को बरकरार रखने के लिए उमरा की मखसूस तारीखों और मुनासिब औकात का ध्यान रखें। 


वजारत हज-ओ-उमरा का उमरा वीजा की मुद्दत पर अमल करने की जरूरत पर जोर

रियाद : सऊदी अरब में वजारत हज-ओ-उमरा ने जोर देकर कहा है कि मक्का मुअज्जमा आने वाले जाइरीन को उमरा वीजा में बताई गई मुद्दत पर अमल करना होगा, जो 30 से 90 दिन के दरमयान है। 

उमरा जाइरीन को चाहिए कि वो वीजा की मीयाद खत्म होने से पहले ही रवाना हो जाना चाहिए। वजारत ने इस दौरान मुत्तहदा हुकूमत के प्लेटफार्म के आगाज का ऐलान किया था जो मक्का और मदीना मुनव्वरा के जाइरीन के लिए नया सऊदी पोर्टल होगा, जिसका मकसद आजमीन के तजुर्बे को फरोग देना और उमरा की अदायगी के लिए उनकी आमद के तरीका-ए-कार को आसान बनाना है। ये सर्विस पूरी दुनिया में, जईफुर्रहमान सर्विस प्रोग्राम के इकदामात और विजन 2030 के एहदाफ का हिस्सा है। पोर्टल को सऊदी टूरिज्म अथार्टी के तआवुन और शराकतदारी में शुरू किया गया था जहां ये सऊदी अरब की रूह पर फराहम की जाने वाली खिदमात से मुंसलिक है। इसका मकसद अल्लाह के मेहमानों के सफर को भरपूर आसान बनाना और रिजर्वेशन और राबिता कारी के तरीका-ए-कार को आसान बनाना है। इसके साथ-साथ मक्का मुकर्रमा और मदीना मुनव्वरा जाने वालों के तजुर्बे को बेहतर बनाने के लिए मुख़्तलिफ पैकेजेज और प्रोग्राम फराहम करना है।



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