नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
न्यूज ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल स्टेंर्डज अथार्टी आफ इंडिया (एनबीडीएसए) ने हिजाब के मुआमले पर एक टीवी बेहस को फिरकावाराना रंग देने को लेकर सख़्त कदम उठाया है। मुआमले में कार्रवाई करते हुए एनबीडीएसए ने एक निजी न्यूज चेनल पर 50 हजार रुपय का जुर्माना आइद किया है। एनबीडीएसए ने न्यूज चेनल को उस डिबेट शो की वीडिया को अपनी वेबसाइट और तमाम प्लेटफार्मज से हटाने की भी हिदायत की है। जिस डिबेट शो के बारे में शिकायत की गई थी, वो 6 अप्रैल 2022 को नशर हुआ था। शिकायत करने वाले ने कहा था कि 6 अप्रैल 2022 को नशर होने वाले शो में एंकर ने मुस्लिम पेनल्स के खिलाफ इश्तिआल अंगेज बयानात दिए थे।
बुरकापोश गुलूकारा को सोशल मीडीया पर सख़्त तन्कीद का सामना करना पड़ रहा
रियाद : सऊदी अरब में बुरकापोश खातून की गाना रिकार्ड कराते हुए वीडिया वाइरल हो गई जिस पर अक्सर सारिफीन ने कड़ी तन्कीद करते हुए खातून को आड़े हाथों ले लिया जबकि कुछ ने खातून की हिम्मतअफ़्जाई भी की।
ट्वीटर पर सऊदी अरब के अदाकार अब्दुल्लाह अल सदहान ने वीडिया शेयर की जिसमें एक बुरकापोश खातून को गाना गाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा कि आवाज बहुत खूबसूरत है। अल्लाह आपकी हिफाजत करे। आगे बढ़ते रहो, चाहे जितनी मुश्किलात आए। इस वीडीयो पर जहां कई सारिफीन ने खातून की तारीफ की वहीं कई ने नापसंदीदगी का इजहार करते हुए बुरकापोश गुलूकारा को तन्कीद का निशाना बनाया। खातून की हिमायत करने वाले सारिफीन ने लिखा कि हिजाब, बुर्क़ा या पर्दा किसी भी सलाहीयत के इजहार में रुकावट नहीं। आप एक फनकार हैं और बापरदा होकर अपनी आवाज का जादू जगा सकती हैं। दूसरी जानिब तन्कीद करने वाले एक सारिफ ने लिखा कि मौसीकी मजहबी तौर पर जायज नहीं। अगर रोजी ही कमाना है तो ऐसा पेशा अपनाओ जिस पर सबको आप पर फखर हो। सारिफीन ने गुलूकारी के पेशे और बुर्क़ा को दोहरा मयार करार देते हुए लिखा कि या तो मुकम्मल मजहब की पासदारी करें या फिर एक गुलूकारा जैसा भेस इखतियार करें, ऐसा करना बेहतर होगा।