फलस्तीन के तमाम शहरों में नमाजियों की हाजिरी को यकीनी बनाने फज्र अजीम मुहिम

मस्जिद इबराहीमी

इत्तिला के मुताबिक गुजिशता रोज नमाज-ए-फज्र में गाजा की पट्टी, गर्ब अरदन, अल-कूदस और शुमाली फलस्तीन की मसाजिद नमाजियों से भर गईं। इस मौके़ पर मसाजिद में रूह परवर मुनाजिर देखने को मिला। जुमा को अलस्सुबह नमाज-ए-फज्र से कब्ल ही फलस्तीनीयों की मसाजिद में आमद का सिलसिला शुरू हो गया था। बैतुल-मुकद्दस में मस्जिद अकसा और गर्ब अरदन की मस्जिद इबराहीमी में नमाज के लिए आने वाले फलस्तीनी नमाजियों को शदीद मुश्किलात और रुकावटों का सामना करना पड़ा। काबिज फौज ने नमाजियों को जगह-जगह रोक कर उनकी शनाख़्त परेड कराई। बैतुल-मुकद्दस में फलस्तीनी शहरीयों पर आइद करदा पाबंदीयों के बाइस दर्जनों फलस्तीनी नमाज की जमात में शामिल होने से महरूम रहे।
ऐनी शाहिदीन का कहना था कि अल-कूदस, गर्ब अरदन और गाजा में फलस्तीनी नमाजियों का एक कारवां मसाजिद की तरफ चल पड़ा। नमाज-ए-फज्र में मसाजिद में आने वाले शहरीयों में मिठाईयां और गर्म मशरूबात पेश किए गए। सख़्त सर्दी के बावजूद फलस्तीनीयों की बड़ी तादाद ने मसाजिद को आबाद करके सहयोनी दुश्मन को ये पैगाम दिया कि फलस्तीनी कौम मुकद्दसात के दिफा में हर कुबार्नी देने के लिए तैयार है। कई मसाजिद में नमाजियों के लिए नाशते का भी एहतिमाम किया गया था।