मर्कजी वजीर दाखिला शाह का दावा
नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
मर्कजी वजीर-ए-दाखिला अमीत शाह ने गुजिश्ता जुमेरात को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आर्टीकल 370 की मंसूखी के बाद मुल्क में दहशतगर्दाना सरगर्मियों में 34 फीसद कमी आई है।
हरियाणा के सूरजकुंड में दो रोजा चिंतन शिविर के इफ़्तिताही इजलास (उदघाटन समारोह) से खिताब करते हुए उन्होंने कहा कि सेक्योरिटी फोर्सिज की हलाकतों में 64 फीसद और शहरियों की हलाकतों में 90 फीसद कमी आई है। उन्होंने मजीद कहा कि नेशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी को हुकूक दिए गए हैं। उन्होंने मजीद कहा कि हमने 2024 तक हर रियासत में एनआईए की शाखें कायम करने का फैसला किया है। उन्होंने दावा किया कि हुकूमत को सीआरपीसी और आईपीसी में बेहतरी के बारे में तजावीज मिल रही हैं। हम बहुत जल्द पार्लियामेंट में नए सीआरपीसी और आईपीसी के मुसव्वदे लेकर आएँगे।
रियासतों और मर्कज की इज्तिमाई जिम्मेदारी
उन्होंने कहा कि सरहद पार जराइम से मूसिर (प्रभावी) तरीके से निमटना रियासतों और मर्कज की इज्तिमाई जिÞम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारे आईन में अमन-ओ-अमान रियासत का मौजू है, लेकिन हम सरहद पार या सरहदी जराइम के खिलाफ उसी वक़्त कामयाब हो सकते हैं, जब तमाम रियासतें मिल बैठ कर उन पर गौर करें, मुशतर्का हिक्मत-ए-अमली बनाएं और उनको रोकने के लिए कोशिशें करें। वजीर-ए-दाखिला ने कहा कि ये रियास्तों की इजतिमाई जिÞम्मेदारी है कि वो मुआशरे को खौफ से पाक बनाने के लिए मुल्क की सरहदों या रियास्तों की सरहदों या इलाकाई जराइम से मूसिर तरीके निमटें।