कुवैत सिटी : आईएनएस, इंडिया
कुवैत में एक शहरी ने शादी के मौका पर दुल्हन को 30 लाख डालर हक महर अदा किया है। सबक वेबसाइट के मुताबिक कुवैती शहरी ने शादी की रात दुल्हन को हक मेहर का चैक दिया है। मुकामी अखबार अलराए का कहना है कि कुवैत की तारीख में ये सबसे बड़ा मेहर है। मुताल्लिका सरकारी जराइआ का कहना है कि कुवैत में मेहर का कोई जाबता नहीं है। कम से कम एक दीनार और ज्यादा से ज्यादा 25 हजार दीनार महर का रिकार्ड मौजूद है। इस जिमन में कोई कम से कम या ज्यादा से ज्यादा की हद मुकर्रर नहीं है बल्कि उसे मुआशरे के अफराद की सवाबदीद पर छोड़ा गया है।
अमीरात में गोल्डन इकामे के लिए उम्र की कैद नहीं
अबूजबी : मुत्तहदा अरब अमीरात में अबूजबी सरकारी खिदमात के इदारे ने कहा है कि रियासत में गोल्डन इकामा होल्डर को मुस्तकिल इकामे की सहूलत नहीं दी जाती।
अल अमीरातुल यौम के मुताबिक अबूजबी सरकारी खिदमात के इदारे का कहना है कि अबूजबी में मखसूस जमरों में शामिल अफराद के लिए गोल्डन इकामे की सहूलत है। ये इकामा तखलीक कारों, स्कालर्ज़, सरमायाकारों और मुनफरद सलाहीयत के हामिल अफराद को दिया जाता है। गोल्डन इकामा वीजा तवील उल-मियाद होता है। हर पांच या दस साल में इसकी तौसीअ की जाती है। इकामे में तौसीअ मुकर्ररा जुमरे के तहत होती है, ताहम गोल्डन इकामा के इजरा का मतलब दाइमी इकामा नहीं है। अबूजबी हुकूमत का कहना है कि गोल्डन इकामे के लिए उम्र की कोई कैद नहीं है। मंजूरशुदा जमरों में से किसी एक जुमरे से ताल्लुक रखने वाले शख़्स को गोल्डन इकामा वीजा के इजरा की दरखास्त का मौका दिया जाता है। मतलूबा मयार पर पूरा उतरने वाले अफराद दरखास्त दे सकते हैं और उन्हें गोल्डन इकामा मिल सकता है।
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