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आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड में खवातीन को जगह नहीं

जनरल सेके्रटरी ने की वजाहत, कहा, गलत फहमी पैदा की जा रही 

नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया 

आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना खालिद सैफ उल्लाह रहमानी ने अपने वजाहती बयान में कहा कि बाअज हलकों से गलतफहमी पैदा की जा रही है कि बोर्ड ने शोबा खवातीन (वीमनस विंग) को खत्म कर दिया है, ये बात बिलकुल बे-बुनियाद और गलत है, हकीकत ये है कि खवातीन अरकान (सदस्य) को बोर्ड के मुख़्तलिफ शोबों में शामिल करके उनकी नुमाइंदगी को बढ़ाया गया है, अलबत्ता शोबा खवातीन के नए कवाइद-ओ-जवाबत बनाए जा रहे हैं, जिनकी सरगर्मियां जल्द शुरू हो जाएंगी। 

मौलाना रहमानी ने कहा कि बोर्ड के सेक्रेटरीज और बाअज अरकान इस मौजू पर तबादला-ए-ख़्याल के लिए बैठे, जिसमें डाक्टर अस्मामह जोहरा (हैदराबाद) और अतीया सिद्दीका (दिल्ली) भी शामिल हुईं, सभी हजरात का मुत्तफिका मौकिफ था कि शोबा खवातीन (वीमनस विंग) एक अहम शोबा है। जिन लोगों ने शोबा खवातीन को खत्म कर दिए जाने की बात कही है, वो दुरुस्त नहीं है और गलतफहमी पर मबनी है, उन्होंने कहा कि बोर्ड में तमाम मिली जमातें शामिल हैं और इत्तिहाद ही उसकी ताकत है। बोर्ड की जिले की कमेटियों में भी सलाहीयत के एतबार से मुख़्तलिफ तन्जीमों के नुमाइंदे शामिल किए जाते हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि ये नुमाइंदे अपने तौर पर कोई फैसला करते हैं, बोर्ड में मुख़्तलिफ काबिल-ए-गौर उमूर पर कमेटियां बनाई जाती हैं, इजतिमाई गौरो फिक्र के बाद फैसले लिए जाते हैं और सदर बोर्ड के हुक्म से जनरल सेक्रेटरी उसका ऐलान करता है, बोर्ड ने प्रेस और मीडीया से अपील की है कि वो बोर्ड से मुताल्लिक गैर मुसद्दिका बातों को नशर करने से बचें और जहां जरूरत हो बोर्ड के दफ़्तर से मालूमात हासिल करें।


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