रियाद : आईएनएस, इंडिया
सिक्योरिटी हुक्काम ने सऊदी अरब के मुख़्तलिफ इलाकों में भिखारियों की निगरानी और गिरफ़्तारी के लिए अपनी कोशिशें जारी रखी हुई हैं। मक्का मुकर्रमा के इलाके में सिक्योरिटी की कोशिशों के नतीजे में यमनी शहरीयत के एक रिहायशी को गिरफ़्तार कर लिया गया जो मस्जिद के अंदर नमाज अदा करने के बाद नमाजियों से बराह-ए-रास्त भीख मांगता था।
राहगीरों के जजबात का फायदा उठाते हुए उनसे भीख मांगने वाले एक और यमनी शहरी को भी हिरासत में ले लिया गया। ये यमनी सड़कों पर भीख मांग रहा था। पब्लिक सिक्योरिटी अकाउंट ने ट्विटर पर कहा कि एक सफाई कंपनी से ताल्लुक रखने वाले बंगला देशी बाशिंदे की निगरानी की गई और उसे भी रंगे हाथों भीख मांगते हुए पकड़ा गया और गिरफ़्तार कर लिया गया। पब्लिक सिक्योरिटी अकाउंट ने शहर मक्का, रियाज और शिरकिया में किसी को भीख मांगता देखे जाने पर अपना नंबर जारी किया है जिसमें भीख मांगने वालों की शिकायत की जा सकती है।
उमरा अदायगी के लिए आने वालों के चार इंश्योरेंस केस सामने आए
रियाद : सऊदी वजारत हज-ओ-उमरा के पास ऐसे 4 केसिज आए हैं, जिन्हें इंश्योरेंस का कोर हासिल हो सकता है। ये चारों केसिज बैरून-ए-मुल्क से आने वालों के मुताल्लिक हैं और उनके लिए मुम्किना तौर पर इंश्योरेंस से फायदे की सूरत मिलने वाली रकम 100000 सऊदी रियाल बनती है। बताया गया है कि ये केसिज कोविड 19 के हवाले से हैं और एमरजेंसी हेल्थ से मुताल्लिक हैं। इंश्योरेंस का कोर हादिसात और अम्वात के अलावा एमरजेंसी हेल्थ केसिज के हवाले से भी है। यहां तक कि इस नौईयत के केस फ्लाइट्स के इलतिवा (देरी) और मंसूखी (कैंसिललेशन) की सूरत में भी ये इंश्योरेंस के हामिल लोगों के लिए मुफीद होंगे। सऊदी वजारत हज-ओ-उमरा ने वाजेह किया है कि उमरा इंश्योरेंस पालिसी अदायगी उमरा के लिए आने वालों के लिए मेंडीटरी है। इंश्योरेंस फीस की रकम वीजा फीस में शामिल है। इस सबब उमरे पर आने वाले को इंश्योरेंस का ये कोर हासिल हो जाता है।