दुबई : आईएनएस, इंडिया
मुत्तहदा अरब अमीरात में रवां साल की पहली छह माही के दौरान सयाहत (पर्यटन) से हासिल होने वाली आमदनी 5 अरब डालर से तजावुज कर गई है।
आइन्दा मौसम-ए-सरमा में जब हमसाया (पड़ोसी) मुल्क कतर फुटबाल के वर्ल्ड कप की मेजबानी करेगा, तो सयाहत के शोबे में मजीद आमदनी की तवक़्को की जा रही है। मुत्तहदा अरब अमीरात के वजीर-ए-आजम और दुबई के हुकमरान शेख मुहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने दार-उल-हकूमत अबूजबी में काबीना के इजलास के बाद कहा कि साल 2021 में कोविड - 19 से मुतास्सिरा होटल की सनअत (उद्योग) ने एक मर्तबा फिर जोर पकड़ा है और होटलों के कमरों में कयाम पजीर अफराद की तादाद में 40 फीसद से ज्यादा इजाफा हुआ है। यूएई के सरकारी खबररसां इदारे वाम के मुताबिक शेख मुहम्मद ने बताया कि 2022 की पहली छह माही में हमारे सयाहती शोबे (पर्यटन क्षेत्र) की आमदनी 19 अरब दिरहम (5.2 अरब डालर) से तजावुज कर गई है। यूएई में होटलों के मेहमानों की मजमूई तादाद (सामुहिक संख्या) एक करोड़ बीस लाख तक पहुंच गई और यूं होटल की आमदनी में 42 फीसद इजाफा हुआ। इस लेहाज से हमे मौसम-ए-सरमा (सर्दी) के मौसम में सयाहत की मजबूत कारकर्दगी की तवक़्को हैं।
दुबई आइंदा नवंबर और दिसंबर में कतर में होने वाले फीफा आलमी कप टूर्नामेंट के दौरान बड़ी तादाद में फुटबाल शायकीन (प्रशंसकों) की मेजबानी की तवक़्को कर रहा है। दुबई इन खलीजी शहरों में से एक है, जो आलमी कप के दौरान कतर आने जाने के लिए रोजाना शटल परवाजें चला रहे हैं। इस तरह हजारों शायकीन दौलतमंद रियासत से बाहर रह कर भी मैचों में शिरकत कर सकते हैं। गुजिशता माह बताया गया था कि वबा के बाद बैन-उल-अकवामी (अंतरराष्टÑीय) सफर की बहाली से मुसाफिरों की आमद-ओ-रफत में नुमायां इजाफा हुआ है। दुनिया के मसरूफ तरीन दुबई हवाई अड्डे ने रवां साल की पहली छह माही में दो करोड़ 70 लाख मुसाफिरों को संभाला है। ये तादाद 2021 के इसी अर्से के मुकाबले में 160 फीसद से ज्यादा है। शेख मुहम्मद ने कहा कि रवां साल की मआशी (आर्थिक) तरक़्की 22 फीसद से तजावुज कर गई है और गैर मुल्की तिजारत का हुजूम एक खरब दिरहम से ज्यादा है जबकि कब्ल अज वबा, तिजारती हुजूम 840 अरब दिरहम था। काबीना ने इलैक्ट्रिक कार्गो विमानों को साफ तवानाई से मुकम्मल तौर पर चलने वाले और एक नए कानून की भी मंजूरी दी है जिसका मकसद सरकारी मन्सूबों में निजी शोबे की शमूलीयत में इजाफा करना है। वाम ने बताया कि ये कानून निजी शोबे की तरक़्कीयाती और तजवीराती मन्सूबों में हिस्सा लेने, मआशी और समाजी इकदार के मन्सूबों में सरमाया कारी बढ़ाने की हौसला-अफजाई करेगा।