सुर्ख लकीर है हरमैन शरीफैन की हुर्मत : शेख अब्दुर्रहमान अलसदीस

गैर मुस्लिम सहाफी (पत्रकार) के हरमैन शरीफैन की हदूद में दाखिल होने का मामला


रियाद :
सदारत आम्मा बराए उमूर हरमैन शरीफैन जनरल सदर उल शेख अब्दुर्रहमान अलसदीस ने हरमैन शरीफैन और मुकद्दस मुकामात से मुताल्लिक जवाबत और हिदायात पर अमल करने और उनकी मुकम्मल तामील करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने जवाबत और कवानीन की खिलाफवरजी के खिलाफ खबरदार करते हुए इस बात पर जोर दिया कि हरमैन शरीफैन की हुर्मत सऊदी अरब के लिए एक सुर्ख़ लकीर है और जो लोग उसकी खिलाफवरजी करते हैं, उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे उनकी कौमीयत या नौईयत कुछ भी हो। 

उनका कहना था कि हरमैन शरीफैन के उमूर में किसी को मुदाखिलत की इजाजत नहीं। सदारत आम्मा हरमैन शरीफैन के उमूर में खुद-मुख़्तार है। उन्होंने इन हिफाजती जराइम पर ताजीरी सजाएं लागू करने की एहमीयत पर भी जोर दिया और हर एक से इस मजहबी और कौमी जिÞम्मेदारी में तआवुन करने की अपील की। ख़्याल रहे कि मक्का मुकर्रमा की पुलिस के मीडीया तजुर्मान ने कहा है कि खित्ते की पुलिस ने एक गैर मुस्लिम सहाफी को मुकद्दस मुकामात में ले जाने के इल्जाम में गिरफ़्तार किया है। पुलिस तजुर्मान के मुताबिक सहाफी के पास अमरीकी पासपोर्ट भी मौजूद है। गैर मुस्लिम सहाफी की मदद करने वाले शहरी का केस सऊदी प्रासीक्यूशन के हवाले कर दिया गया है जो इस मुकद्दमे की पैरवी करेंगे। गुजिशता हफ़्ते के दौरान इसराईल के चैनल 13 के लिए काम करने वाले सहाफी गुल तमारि ने एक वीडीयो पोस्ट की जिसमें वो मक्का की सड़कों और अहम मुकामात पर मौजूद थे। सऊदी कवानीन के मुताबिक मक्का की सरजमीन पर गैर मुस्लिम नहीं आ सकते और इसको यकीनी बनाने के लिए कई जगहों पर चैक प्वाईंटस बनाए गए हैं।


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