मोहर्रम उल हराम, 1447 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
"अल्लाह ताअला फरमाता है: मेरा बंदा फर्ज़ नमाज़ अदा करने के बाद नफिल इबादत करके मुझसे इतना नज़दीक हो जाता के मैं उससे मोहब्बत करने लग जाता हूँ।"
- सहीह बुख़ारी
✅ अबुधाबी : आईएनएस, इंडिया
अबुधाबी 2025 में भी दुनिया के महफ़ूज़ तरीन शहरों में सर-ए-फेहरिस्त है। ये शहर 2017 से मुसलसल नौवें साल इस एज़ाज़ को बरक़रार रखे हुए है। अमीरात की न्यूज एजेंसी के मुताबिक़ ये रैंकिंग ऑनलाइन डेटाबेस ने जारी की है जो इमारत की जदीद सिक्योरिटी मंसूबा बंदी, हिक्मत अमलियों और इक़दामात को ज़ाहिर करती है।
2025 की रैंकिंग में 382 आलमी शहरों में सर-ए-फेहरिस्त अबुधाबी तक़रीबन एक दहाई से महफ़ूज़ तरीन शहर की फेहरिस्त में शामिल है। ये एज़ाज़ शहरियों, रिहायशियों और सय्याहों के मेअयार-ए-ज़िंदगी को बेहतर बनाने के लिए इमारात की जारी कोशिशों को ज़ाहिर करता है। अबुधाबी पुलिस ने शहर में हिफ़ाज़त और सलामती के एहसास को फ़रोग़ देने के साथ कम्यूनिटी के अरकान के एतिमाद को मज़बूत करने में अहम किरदार अदा किया है, जिसने आलमी रैंकिंग में अबुधाबी की शमूलीयत को मुम्किन बनाया है। ये कामयाबी अबुधाबी को तालीम, काम और रिहायश के लिए एक तरजीही मुक़ाम के तौर पर मज़ीद मुस्तहकम करती है।
हांगकांग और सिंगापुर दुनिया के महंगे तरीन शहर
सिंगापुर : अगर आप बैरून-ए-मुल्क मुलाज़मत करना चाहते हैं तो हांगकांग जाने से गुरेज़ करें क्योंकि वो तारकीन-ए-वतन (अप्रवासी) के लिए मुसलसल 5 वें साल महंगा तरीन शहर क़रार दिया गया है। मर्सर नामी इदारे के सालाना सर्वे में हांगकांग को तारकीन-ए-वतन के लिए दुनिया में महंगा तरीन शहर क़रार दिया गया।
हांगकांग के बाद सिंगापुर दूसरा महंगा तरीन शहर क़रार दिया गया जबकि स्विस शहर ज़्योरुख़ तीसरे नंबर पर रहा। चौथे, 5 वें और छठे नंबर पर भी स्वीटजरलैंड के शहर जिनेवा, बासिल और बर्न रहे। न्यूयार्क 7 वां महंगा तरीन शहर क़रार पाया। लंदन और लास ऐंजलिस बिलतर्तीब 8 वें, 9 वें और 10 वें नंबर पर रहे। इस सर्वे में दुनिया-भर के 226 शहरों में 200 से ज़ाइद अश्या (चीजों) की क़ीमतों का मुवाज़ना किया गया था। नाईजेरिया के शहर अबूजा और लागोस तारकीन-ए-वतन के लिए सबसे सस्ते शहर क़रार पाए जो इस फ़हरिस्त में बिलतर्तीब 226 वें और 225 वें नंबर पर रहे।
तारकीन-ए-वतन के लिए दुनिया का तीसरा सस्ता तरीन शहर पाकिस्तानी दार-उल-हकूमत इस्लामाबाद रहा जिसके हिस्से में 224 वां नंबर आया जबकि करग़ज़स्तान का शहर बिसेक चौथा सस्ता तरीन शहर क़रार दिया गया। कराची गुजिश्ता साल तारकीन-ए-वतन के लिए दुनिया का सस्ता तरीन शहर रहा था मगर इस बार वो 5 वें नंबर पर पहुंच गया। सर्वे रिपोर्ट में बताया गया कि महंगाई, इक़तिसादी और जुग़राफ़ियाती तनाव बढ़ने से दुनिया-भर में मकानात, यूटेलेटी सर्विसिज़ और तालीमी सहूलयात की क़ीमतों में इज़ाफ़ा हुआ है जबकि टैक्सों की शरह भी बढ़ी है।