Top News

ब्रिटेन फसाद : लड़कियों के कत्ल का मुजरिम मुसलमान नहीं, कोई और निकला

सफर उल मुजफ्फर - 1446 हिजरी

  हदीस-ए-नबवी ﷺ  

बेवाओं और मिस्कीनों के काम आने वाला अल्लाह की राह में जेहाद करने वाले के बराबर है, या रातभर इबादात और दिन में रोज़ा रखने वाले के बराबर हैं।

- बुख़ारी शरीफ

सोशल मीडिया से फैली अफवाह के बाद
ब्रिटेन के कई बड़े शहरों में तनाव
मसाजिद की हिफाजत बढ़ाई गई

✅ लंदन : आईएनएस, इंडिया

बर्तानवी न्यज एजेंसी के मुताबिक़ ये 13 बरस में पहली बार है कि बर्तानिया वसीअ पैमाने पर पुर तशदुद मुज़ाहिरों की ज़द में है। ख़्याल रहे कि पिछले दिनों साहिली शहर साउथ पोर्ट में चाक़ू के हमले में तीन नौजवान लड़कियों की मौत और पाँच बच्चे शदीद ज़ख़मी हो गए थे। इसका इल्जाम एक 17 साला लड़के पर आइद किया गया है कि उसने डांस क्लास के दौरान चाक़ू से हमला किया। 
    सोशल मीडीया पर इस वाकिये से मुताल्लिक़ ग़लत मालूमात फैलाई गईं और कहा गया कि हमला-आवर मुस्लमान पनाह गज़ीन है, जिसके रद्द-ए-अमल में साउथ पोर्ट, शुमाल मशरिक़ी शहर हार्ट्ल पोल और लंदन में पुर तशद्दुद वाक़ियात देखने में आए जो दीगर शहरों में फैल गए। ग़लत मालूमात की तशहीर (प्रसार) को रोकने के लिए पुलिस ने ज़ोर दिया कि एगज़ल रिदा क़ूबाना नामी मुल्ज़िम बर्तानिया में पैदा हुआ था। पुलिस ने कहा है कि मुश्तबा (संदिग्ध) शख़्स, 17 साला एक्सेल रोड अकोबाना बर्तानिया में पैदा हुआ था। इसके बावजूद इमीग्रेशन मुख़ालिफ़ और मुस्लिम मुख़ालिफ़ मुज़ाहिरीन ने मुज़ाहिरे किए। इमीग्रेशन मुख़ालिफ़ मुज़ाहिरीन और नसल परस्ती के मुख़ालिफ़ीन आमने-सामने आ गए और एक दूसरे पर ईंटें और बोतलें बरसाए। तसादुम (टकराव) को रोकने की कोशिश के दौरान बहुत से पुलिस आफ़िसरान ज़ख़मी हुए।
    शुमाल मग़रिबी शहर की निगरानी करने वाली फ़ोर्स के मुताबिक़ लीवरपूल में दो आफ़िसरान को हस्पताल में दाख़िल किया गया जिनके चेहरे ज़ख़मी थे जबकि एक और अहलकार को उसकी मोटर साईकल से धक्का मार कर गिराया गया। पुलिस ने मज़ीद कहा कि लीवरपूल में कम अज़ कम दो दुकानों में तोड़ फोड़ और लूटमार की गई। इसी से मिलते जुलते मुनाज़िर जुनूब मग़रिबी शहर ब्रिस्टल में भी देखे गए जहां नसल परस्ती के मुख़ालिफ़ीन की तादाद इमीग्रेशन मुख़ालिफ़ ग्रुपों से ज़्यादा थी। टीवी फूटेज में उन्हें पुलिस के साथ हंगामा-आराई करते हुए देखा जा सकता है। 
    पुलिस के मुताबिक़ बेलफास्ट में कुछ कारोबारी इदारों ने इमलाक (संपत्ति) को नुक़्सान पहुंचाया जबकि इमारत को आग लगा दी। पुलिस ने पूरे मुल्क से पुर तशद्दुद मुज़ाहिरों, चोरी और इमलाक के नुक़्सान के जराइम में दर्जनों अफ़राद को गिरफ़्तार किया है। साउथ पोर्ट में एक मस्जिद पर हमले के बाद शहरों में इज़ाफ़ी पुलिस तयनात करनी पड़ी जबकि मुल्क भर की मसाजिद को सिक्योरिटी सख़्त करने का मश्वरा दिया गया।
    वज़ीर-ए-आज़म ने तशद्दुद की लहर पर 'दाएं बाज़ू की मुज़म्मत की है और पुलिस को सख़्त कार्रवाई करने की हिदायत की है। उनके दफ़्तर ने बताया कि वज़ीर-ए-आज़म ने सीनीयर वुज़रा (मंत्रियों) के साथ मुल्क में जारी पुर तशदुद मुज़ाहिरों पर तबादला-ए-ख़्याल किया।

ये भी पढ़ें 

 बर्तानिया फ़साद : क्या खौफ से उबर पाएंगे मुसलमान


Post a Comment

if you have any suggetion, please write me

और नया पुराने