जिल हज्ज-1445 हिजरी
हदीस-ए-नबवी ﷺ
तुम जहां भी हो, अल्लाह से डरते रहो और बुराई सरजद हो जाने के बाद नेकी करो ताकि वो उस बुराई को मिटा दे और लोगों के साथ हुश्ने इख्लाक से पेश आओ।
- जामह तिर्मिजी
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✅ रियाद : आईएनएस, इंडिया
सऊदी सिक्योरिटी फ़ोर्सिज़ ने तमाम खितों में जाली मुहिमों का मुक़ाबला करने और उनके प्रोमोटर्ज़ को गिरफ़्तार करने का सिलसिला शुरू कर रखा है। फ़ोर्सिज़ ने सिर्फ एक माह में जाली हज मुहिम्मात को फ़रोग़ देने में मुलव्वस तक़रीबन 79 अफ़राद को गिरफ़्तार किया है। उनमें से ज़्यादातर रिहायशी हैं।
सऊदी अरब में लेफ्टीनेंट जनरल मुहम्मद अलबसामी ने बताया कि पब्लिक सिक्योरिटी इस साल हज सीज़न के दौरान 140 से ज़्यादा जाली हज कंपनियों को पकड़ने करने में कामयाब रही है। पब्लिक सिक्योरिटी के डायरेक्टर ने इस बात पर ज़ोर दिया कि क़ौम, हुज्जाज किराम और मुक़द्दस मुक़ामात की हिफ़ाज़त एक रेड लाईन है। हज सिक्योरिटी फ़ोर्सिज़ हर उस चीज़ के ख़िलाफ़ मज़बूती से खड़ी होंगी जो सिक्योरिटी को नुक़्सान पहुंचाती है या जईफुंर्रहमान की सलामती और हिफ़ाज़त को मुतास्सिर करने वाली हो।
उन्होंने ज़ोर दिया कि हज सिक्योरिटी फ़ोर्सिज़ की तर्जीहात में से एक ये भी है कि जईफुर्रहमान की तहफ़्फ़ुज़ को बरक़रार रखा जाए। मुख़्तलिफ़ मुक़द्दस मुक़ामात पर उनकी आमद से लेकर उनकी महफ़ूज़ रवानगी तक उनको इबादात अदा करने में आराम और सहूलत फ़राहम की जाए।
गै़रक़ानूनी तौर पर मक्का ले जाने की कोशिश, मज़ीद 18 अफ़राद गिरफ्तार
सऊदी वज़ारत-ए-दाख़िला का कहना है कि हज सिक्योरिटी फ़ोर्स ने हज ज़वाबत की ख़िलाफ़वरज़ी करने पर मक्का के दाख़िली रास्तों पर मज़ीद 18 अफ़राद को गिरफ़्तार किया है।
सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक़ पाँच ग़ैरमुल्कियों जबकि तेरह सऊदी शहरी 103 अफ़राद को गै़रक़ानूनी तरीक़े से मक्का मुकर्रमा ले जाने की कोशिश कर रहे थे। महिकमा पासपोर्ट एंड इमीग्रेशन की सीज़नल तहक़ीक़ाती कमेटी ने ज़ेर-ए-हिरासत अफ़राद के ख़िलाफ़ इंतिज़ामी फ़ैसले जारी किए। हर एक कैरीयर को (परमिट) के बग़ैर मक्का ले जाने पर 15 दिन की क़ैद और फी कस 10 हज़ार रियाल जुर्माना की सज़ा दी गई। गिरफ़्तार ग़ैरमुल्कियों को सज़ा मुकम्मल करने के बाद ममलकत से बेदख़ल किया जाएगा जबकि ट्रांसपोर्ट के लिए इस्तिमाल होने वाली दो गाड़ियां भी ज़बत की गई हैं।
वाज़िह रहे कि इदारा अमन आम्मा के डायरेक्टर जनरल अलबसामी ने प्रेस कानफ्रेंस में कहा था कि हज सिक्योरिटी फ़ोर्स की अव्वलीन तर्जीह हुज्जाज की सलामती-ओ-तहफ़्फ़ुज़ है ताकि वो आराम-ओ-सुकून फ़रीज़ा हज अदा करके सलामती के साथ अपने वतन को लौटें। हज ज़वाबत का मक़सद गै़रक़ानूनी तौर पर हज के लिए जाने वालों को रोकना है ताकि बैरून ममलकत से और क़ानूनी तौर पर हज करने वालों को किसी किस्म की दुशवारी का सामना ना करना पड़े और वो हज के मनासिक आराम से अदा कर सकें।
ममलकत, हुज्जाज और मुशाविर मुक़द्दसा का अमन हमारी पहली तर्जीह : मुहम्मद अलबसामी
सऊदी अरब में इदारा अमन आम्मा के डायरेक्टर हज सिक्योरिटी अमन कमेटी के सरबराह लेफ़्टीनेंट जनरल मुहम्मद अल बसामी ने कहा है कि ममलकत, हुज्जाज और मुशाविर मुक़द्दसा का अमन रेड लाईन है, उन्होंने कहा कि हज सिक्योरिटी फ़ोर्सिज़ अय्याम हज में अमन आम्मा, नज्म व जब्त में ख़लल डालने या हुज्जाज की सलामती को मुतास्सिर करने की मामूली सी भी कोशिश के ख़िलाफ़ सख़्ती से निमटेगी।
सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक़ मुहम्मद अल बसामी मक्का मुकर्रमा में मुशतर्का इदारों की सालाना हज कान्फ्रेंस से ख़िताब कर रहे थे। इदारा अमन आम्मा के डायरेक्टर जनरल अलबसामी ने कहा कि हज सिक्योरिटी फ़ोर्स की अव्वलीन तर्जीह हुज्जाज की सलामती-ओ-तहफ़्फ़ुज़ है ताकि वो आराम-ओ-सुकून से फ़रीज़ा हज अदा करके सलामती के साथ अपने वतन को जाएं। उन्होंने मज़ीद कहा 'हज ज़वाबत का मक़सद गै़रक़ानूनी तौर पर हज के लिए जाने वालों को रोकना है ताकि बैरून ममलकत से और क़ानूनी तौर पर हज करने वालों को किसी किस्म की दुशवारी का सामना ना करना पड़े और वो हज के मनासिक आराम से अदा कर सकें।
शहरी दिफ़ा के सरबराह डाक्टर हमूद अलफ़रज का कहना था 'हज उमूर के हवाले से दीगर इदारों के तआवुन से मुशतर्का मंसूबे पर अमल दरआमद जारी है। मक्का मुकर्रमा, मदीना मुनव्वरा और मुशाविर मुक़द्दसा में शहरी दिफ़ा के यूनिट्स अपनी ज़िम्मेदारियाँ अदा कर हैं।
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