ज़िंदगी के मिशन में नाकामी का हवाला देते हुए इसराईली फ़ौजी कमांडर ने दिया इस्तीफा

 जिल हज्ज-1445 हिजरी

हदीस-ए-नबवी ﷺ

क्या मैं तु'म्हें जहन्नुमी लोगों के बारे में ना बताऊं, आप ﷺ ने फरमाया-हर सख्त मिजाज़, बद अखलाक और तकब्बुर करने वाला जहन्नुमी है।

- सहीह बुख़ारी

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ज़िंदगी के मिशन में नाकामी का हवाला देते हुए इसराईली फ़ौजी कमांडर ने दिया इस्तीफा

✅ मक़बूज़ा बैतुल-मुक़द्दस : आईएनएस, इंडिया

इसराईली फ़ौज में ग़ज़ा डिवीज़न के कमांडर ब्रीगेडीयर जनरल ईवी रौज़न फ़ील्ड ने ग़ज़ा के एतराफ इसराईली बस्तियों के तहफ़्फ़ुज़ के अपनी ज़िंदगी के मिशन में नाकाम होने की बिना पर अपने ओहदे से इस्तीफा दे दिया और फ़ौज से सुबुकदोश होने का ऐलान कर दिया। 
    अलकसाम ब्रिगेडज़ ने सात अक्तूबर कर ग़ज़ा के एतराफ की बस्तियों पर हमला कर 1100 से ज़्यादा अफ़राद को यरग़माल बना लिया था। ग़ज़ा डिवीज़न के कमांडर की तरफ़ से इसराईली फ़ौज के चीफ़ आफ़ स्टाफ़ हरज़ी हैलेवी और जुनूबी ज़िला के कमांडर को बाज़ाबता तौर पर खत भेजकर जनरल ईवी रौज़न ने कहा कि उन्होंने 143वीं डिवीज़न के कमांडर का ओहदा ख़त्म करने और फ़ौज से सबकदोश होने का फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा कि हर एक को अपनी ज़िम्मेदारी उठानी होगी। मैं 143 वीं डिवीज़न का ज़िम्मेदार हूँ। उन्होंने कहा कि वो वो तहक़ीक़ात में हिस्सा लेना जारी रखेंगे ताकि जो कुछ सात अक्तूबर को हुआ, वो दुबारा ना दुहराया जा सके। इसराईली का इस्तीफ़ा उस वक़्त सामने आया, जब इसराईली जंगी कमान काउंसिल के रुकन बीनी गानटज़ और उनकी पार्टी के बाक़ी वुज़रा ने बग़ैर किसी वज़ाहत के इतवार को बाक़ायदा हुकूमती इजलास का बाईकॉट किया था। 
    वज़ीर-ए-आज़म नेतन्याहू ने अपने वुज़रा से सेशन के आग़ाज़ में कहा कि ये वक़्त सियासी तक़सीम का नहीं बल्कि इत्तिहाद का है। हमें अब भी बड़े चैलेंजिज़ का सामना है। जो दुश्मन हमसे छुटकारा हासिल करना चाहते हैं और हमें नीस्त-ओ-नाबूद करना चाहते हैं, उनमें हम्मास, हिज़्बुल्लाह, ईरान और उसके हथियार और मग़रिबी किनारे में दहश्तगर्दी शामिल हैं। 

नौ माह बाद चार इसराईली यर्गमालियों की रिहाई नाकामी का सबूत है : हम्मास

दोहा : इसराईली फ़ौज की जानिब से वसती ग़ज़ा की पट्टी में हम्मास की ज़ेर-ए-हिरासत चार ईसराईलियों की रिहाई पर हम्मास ने पहला रद्द-ए-अमल देते हुए उसे कामयाबी नहीं बल्कि नाकामी की दलील क़रार दिया है। 
    हम्मास के एक ओहदेदार ने सनीचर के रोज़ बर्तानवी न्यूज़ एजेंसी राइटर्ज़ को बताया कि नौ महीनों बाद चार यर्गमालियों की रिहाई कामयाबी नहीं, बल्कि नाकामी का सबूत है। इसराईली फ़ौज के तर्जुमान ने एक न्यूज़ कान्फ्रेंस में कहा कि यरग़मालियों की रिहाई के लिए होने वाली कार्रवाई में सैकड़ों इसराईली फ़ौजीयों ने शिरकत की। ऑप्रेशन के दौरान शदीद फायरिंग देखने में आई, जिसके बाद हम्मास के पास इसराईली यरग़मालियों की रिहाई मुम्किन हो सकी।


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