जनप्रतिनिधियों ने दिया आश्वासन
✅ नई तहरीक : दुर्ग
इंदिरा मार्केट, मोती काम्प्लेक्स के फुटकर व्यवसायी व्यवस्थापन की समुचित व्यवस्था होने तक वर्तमान स्थल पर ही अपना व्यवसाय संचालित कर सकेंगे। जनप्रतिनिधियों ने फुटकर व्यापारी संघ को इस आशय का आश्वासन दिया है।गौरतलब है कि अतिक्रमण की कार्रवाई से परेशान इंदिरा मार्केट फुटकर व्यवसायी संघ ने सांसद विजय बघेल, विधायक गजेंद्र यादव, महापौर धीरज बाकलीवाल सहित संभाग कमिश्नर, जिला कलेक्टर और आयुक्त नगर निगम को फुटकर व्यवसायियों के प्रति सरकारी तंत्र की उदासीनता की शिकायत करते हुए व्यवस्थापन के लिए उचित कार्रवाई की मांग की थी।
पूर्व सूचना के बिना तोड़ दी थी दुकानें
फुटकर व्यसायी सन 2010 व सन 2018 में नगर निगम द्वारा बिना पूर्व सूचना के व्यापारयों की दुकानां को तोड़ दिया गया था। इसकी वजह से फुटकर व्यवसायियों को खासा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था। सन 2010 में नगर निगम द्वारा फुटकर व्यापारियों से व्यवस्थापन के नाम पर उनसे 5 व 2 हजार की राशि ली गई थी1 लेकिन 32 व्यापारियों के स्थान पर केवल 18 लोगों को ही व्यवस्थापित किया गया। इससे व्यथित शेष 58 फुटकर व्यापारियों ने हाईकोर्ट बिलासपुर में स्थानीय प्रशासन को पक्षकार बनाकर अर्जी दायर की थी। मामले की सुनवाई पश्चात सन 2020 में हाईकोर्ट की डबल बैंच ने फुटकर व्यवसायियों के पक्ष में आदेश जारी किया था जिसके मुताबिक नगर निगम आवेदित व्यापारियों के लिए 3 सप्ताह के भीतर व्यवस्थापन की उचित व्यवस्था करे। इसके बावजूद निगम प्रशासन ने कोई पहल नहीं की।परेशान व्यवसायियों ने ने आदेश की प्रतिलिपि के साथ उच्चाधिकारियों व राज्य शासन के मंत्रियों के समक्ष गुहार लगाई। इस बीच निगम प्रशासन ने फुटकर व्यवसायी संघ को विश्वास में लिए बिना मां शीतला मंदिर के पास, महिला समृद्धी बाजार में छह बाई आठ साईज का प्लाट मात्र 43 लोगों को आंवटित कर दिया जिसका व्यापक विरोध हुआ। यही नहीं, वार्ड पार्षद ने भी इस पर अपत्ति दर्ज कराई थी जिसके बाद फुटकर व्यापारियों ने विवादित स्थल पर जाने से मना कर दिया। स्थिति यह है कि आज दिनांक तक फुटकर व्यापारीगण न्याय की आस में बैठे हैं। बीच-बीच में बेजा कब्जा के खिलाफ चलने वाली कार्रवाई से भी उन्हें सामना करना पड़ता है।